नई दिल्ली। अभिनेता विजय फिल्म ‘मर्सल’ को लेकर देश की राजनीति गरमा गई है. फिल्म के डायलॉग से भारतीय जनता पार्टी और डॉक्टरों को दिक्कत होने लगी है. भाजपा के नेताओं और डॉक्टरों ने फिल्म की कुछ बातों को लेकर ऐतराज जताया है. ‘मर्सल’ दीपावली के दिन रिलीज हुई है.
दरअसल, फिल्म में ऐसे कई डायलॉग है जिसमें जीएसटी और डिजिटल इंडिया कैंपेन पर तंज कसा गया है. फिल्म के एक सीन में विजय कहते हैं, “सिंगापुर 7% जीएसटी लगाकर भी सभी को फ्री हेल्थकेयर दे रहा है, जबकि 28% लगाने वाला भारत यह सुविधाएं नहीं दे पा रहा है.”
शुक्रवार को भाजपा महासचिव एच राजा ने कहा कि पार्टी आलोचना का स्वागत करती है, लेकिन झूठ को सहन नहीं करेगी. यह सफेद झूठ है कि सिंगापुर में हेल्थ पूरी तरह फ्री है. हमारे भारत में भी शिक्षा और स्वास्थ्य गरीबों के लिए फ्री हैं. मर्शल केवल विजय की नरेंद्र मोदी के लिए नफरत का नतीजा है.
डॉक्टर पर तंज कसते हुए विजय कहते हैं, “लोग सरकारी अस्पताल में सुविधाओं के न मिलने पर निजी अस्पताल में जाते हैं. डॉक्टर इस पेशे का इस्तेमाल सिर्फ पैसा कमाने के लिए कर रहे हैं.” इस पर तमिलनाडु के डॉक्टरों ने ऐक्टर विजय की फिल्म ‘मर्सल’ खिलाफ विरोध जताने के लिए एक अनोखा तरीका अपनाया है. राज्य के डॉक्टर ‘मर्सल’ देखने के लिए दर्शकों को सिनेमाहॉल में जाने की बजाय इसके पाइरेटेड वर्जन को देखने की सलाह दे रहे हैं. उनका कहना है कि इस फिल्म में डॉक्टरों का गलत चित्रण किया गया है.
कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने भी इस मामले में पीएम नरेंद्र मोदी को नसीहत दी है. भाजपा पर निशाना साधते हुए राहुल ने ट्वीट किया कि ‘मिस्टर मोदी, सिनेमा तमिल संस्कृति और भाषा की गहरी अभिव्यक्ति है. मर्सल में हस्तक्षेप करके तमिल अभिमान का ‘राक्षसीकरण’ मत कीजिए.’
Mr. Modi, Cinema is a deep expression of Tamil culture and language. Don’t try to demon-etise Tamil pride by interfering in Mersal
— Office of RG (@OfficeOfRG) October 21, 2017
तमिलनाडु भाजपा के प्रेसिडेंट थमिलीसाई सौंदरराजन ने फिल्म से इन सीन को हटाने की मांग की है. वहीं केंद्रीय मंत्री राधाकृष्णन ने भी सौंदरराजन की मांग का समर्थन किया. उन्होंने कहा कि फिल्म में जीएसटी के बारे में जो झूठ फैलाए गए हैं, वैसे सीन को हटाया जाना चाहिए.

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