नई दिल्ली। बसपा प्रमुख मायावती ने शनिवार को दिल्ली में प्रेस कॉन्फ्रेंस में पीएम नरेंद्र मोदी पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि मोदी सरकार को सत्ता में रहते हुए लगभग पांच साल पूरे होने वाले हैं और लोकसभा 2019 का चुनाव भी नजदीक आ गया है, लेकिन पीएम मोदी ने सत्ता में आने से पहले लोगों से जो वादे किए थे उनमें से 50 फीसदी वादा उन्होंने पूरा नहीं किया. इसलिए पीएम मोदी और बीजेपी के लोगों को यह पता चल गया है इस बार वो सत्ता में नहीं आने वाले.
उन्होंने कहा कि बीजेपी वादा पूरा नहीं कर पाई हेै और छत्तीसगढ़, मध्यप्रदेश और राजस्थान के चुनाव में बुरी तरह पिछड़ रही है, 2019 में होने वाले चुनाव में अपनी हार तय मान रही है इसी लिए वो फिर से राम मंदिर के मुद्दे का राग अलाप रही है. राम मंदिर को हमेशा से वो चुनावी मुद्दा बनाते रहे हैं. अगर भावनाएं अच्छी होती तो राम मंदिर के लिए पांच साल का भी इंतजार नहीं करना होता. उन्होंने कहा कि राम मंदिर पर आजकल जो भी वीएचपी और शिवसेना कर रही है, वो इनकी ही साजिश है.
बसपा प्रमुख मायावती ने भीम आर्मी के चंद्रशेखर के उस बयान पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है, जिसमें उन्होंने मायावती को प्रधानमंत्री के रूप में समर्थन देने की बात कही थी. मायावती ने कहा कि भीम आर्मी और बहुजन यूथ फॉर मिशन 2019 जैसे संगठन विपक्ष के इशारों पर भोले-भाले लोगों को बहकाने का काम कर रहे हैं. ऐसे संगठन बसपा के बढ़ते कदम में रोड़ा हैं. उन्होंने कहा कि बसपा को मालूम चला है कि ऐसे संगठन हमारे विपक्ष द्वारा पर्दे के पीछे से चलाए जा रहे हैं. जो लोग भी बसपा विरोधी संगठनों को चला रहे हैं वह दलित कालोनियों में रहने वाले हमारे भोले- भाले लोगों को बता रहे हैं कि वह मायावती को प्रधानमंत्री बनाएंगे.
बसपा के कार्यकर्ताओं को इन संगठनों से सावधान रहने की जरुरत है, क्योंकि ऐसे संगठन हमारे नाम पर लोगों की भावनाओं के साथ खेल रहे हैं. उन्होंने कहा कि बसपा सभी धर्मो और जातियों की पार्टी है. व्यक्तिगत स्वार्थ के लिए ऐसे संगठन बन रहे हैं. इस तरह के संगठन चलाने वाले लोग लोगों से अपना व्यवसाय चलाने और अपने कार्यक्रमों में लोगों को इकट्ठा करने के लिए कह रहे हैं.
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