दुनिया भर के बुद्ध प्रेमियों के लिए एक बड़ी खबर आई है। अब भगवान बुद्ध के परिनिर्वाण स्थल कुशीनगर में एक अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा बनाया जाएगा। डाइरेक्टर जनरल ऑफ सिविल एवीएशन ने इस योजना को अनुमति दे दी है। केन्द्रीय मंत्री हरदीप पूरी ने इस संबंध में ट्वीट करते हुए जानकारी दी है कि कुशीनगर अब उत्तर प्रदेश का तीसरा लाइसेंस प्राप्त अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा बनने जा रहा है। इस प्रकार राज्य में पर्यटन उद्योग को बढ़ावा मिलेगा।
गौरतलब है कि कुशीनगर, सारनाथ, लुम्बिनी, बोधगया, वाराणसी आदि स्थल भगवान बुद्ध से जुड़ी महत्वपूर्ण घटनाओं से जुड़े हुए हैं। भगवान बुद्ध के जन्म, बोध प्राप्ति, धम्म चक्र प्रवर्तन एवं परिनिर्वाण से जुड़े स्थल चार महातीर्थ कहलाते हैं। ऐसे ही अन्य चार लघु तीर्थ हैं जिन्हे मिलाकर बौद्धों के अष्ट-महातीर्थ बनते हैं। ये सभी उत्तर भारत में हैं। दुनिया भर के बुद्ध प्रेमी हमेशा से सपना देखते आए हैं कि उन्हे हवाई जहाज से सीधे ही बुद्ध से जुड़े स्थानों पर उतरने का मौका मिले ताकि उनका समय और पैसा अनावश्यक खर्च न हो।
दुनिया भर के बौद्ध धर्म के अनुयायी एवं बुद्ध की शिक्षाओं को प्रेम करने वाले लोग भारत में आते हैं। लाखों की संख्या में आने वाले इन पर्यटकों से स्थानीय व्यापार व्यवसाय और अर्थव्यवस्था को लाभ होता है। इसके अलावा पूरे विश्व में भारत में जन्मे सच्चे विश्वगुरु भगवान बुद्ध कि शिक्षा का प्रसार भी होता है। इस दृष्टि से देखा जाए तो कुशीनगर में अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे की स्वीकृति भारत के बहुजनों के लिए भी एक खुशखबरी है।

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