पटना की रैली के बाद कौन पड़ा लालू यादव के पीछे

पटना। पटना में 27 अगस्त को लालू यादव के नेतृत्व में हुई विपक्ष की रैली के बाद उऩपर शिकंजा कसने लगा है. आयकर विभाग ने राजद को नोटिस जारी कर रैली के खर्च का हिसाब मांगा है. आयकर विभाग ने अपने नोटिस में पूछा है कि इतनी बड़ी रैली के लिए पैसा कहां से जुटाया गया.

इससे पहले मंगलवार को आयकर विभाग और प्रवर्तन निदेशालय की संयुक्त टीम ने लालू के छोटे बेटे और पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव और पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी से घंटों बेनामी संपत्ति के मामले में पूछताछ की थी.

असल में इस रैली में पहुंचने वाले कार्यकर्ताओं के रहने के लिए बड़े-बड़े शामियाने लगाए गए थे. साथ ही भोजन की भी व्यवस्था की गई थी. पार्टी के मुताबिक रैली में हिस्सा लेने के लिए राजद के जो भी समर्थक पटना पहुंचे थे, उनके रहने और खाने पीने का इंतजाम पार्टी के 80 विधायक, सात पार्षद और तीन सांसदों के जिम्मे था.

आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने पटना के ऐतिहासिक गांधी मैदान में ‘देश बचाओ, बीजेपी भगाओ’ रैली आयोजित की थी. रैली में लालू यादव ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर जमकर निशाना साधा था. इस रैली में लालू यादव और उनके परिवार के अलावा शरद यादव, अखिलेश यादव, ममता बनर्जी, गुलाम नबी आजाद, सीपीआई नेता डी राजा आदि मंच पर मौजूद थे.

लालू यादव के खिलाफ आयकर की इस कार्रवाई को कई लोग बिहार के नए गठबंधन की राजनैतिक बौखलाहट मान रहे हैं. माना जा रहा है कि रैली में पहुंचे राजद समर्थकों की भारी भीड़ के कारण लालू यादव और उनके परिवार को परेशान करने के लिए नीतीश कुमार और भाजपा की सरकार नोटिस भेजकर लालू यादव को घेरना चाहती है.

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