दीक्षाभूमि और ड्रैगन पैलेस को नागपुर प्रशासन ने पर्यटन सूची से हटाया

नागपुर। नागपुर की दीक्षाभूमि पर पहुंचना सभी के लिए सौभाग्य की बात होती है. ये वो जगह है जहां पर लाखों लोग आकर बाबासाहेब अम्बेडकर की धम्म क्रांति को नमन करते हैं. और उनकी प्रेरणा से लाखों लोगों की जिंदगी में एक नई उर्जा का संचार होता है. लेकिन नागपुर के कलेक्टर साहब को दीक्षाभूमि से कोई लेना देना नहीं है. उनकी मनुवादी सोच ने साफ कर दिया है कि जो संघ को पसंद हो वही करेंगे.
दरअसल, नागपुर कलेक्टर की अधिकृत बेबसाइट nagpur.nic.in पर जिन पर्यटन स्थलों का ब्योरा दिया गया है. उसमें दीक्षाभूमि और ड्रेगन पैलेस जैसे ऐतिहासिक जगहों का नाम नदारत है. बेबसाइट के जरिए कलेक्टर साहब ने नागपुर आये लोगों से गुजारिश की है कि अगर घूमना हो तो संघ मुख्यालय घूम कर आईए. यहां के सुन्दर बगीचे और तालाब को देखिए. लेकिन दीक्षाभूमि और ड्रेगन पैलेस के नाम पर जिले की सरकारी बेबसाईट ने कोई जिक्र नहीं किया है.
यानि बौद्ध धर्म को मानने वाले और बाबासाहेब को चाहने वालों के लिए नागपुर प्रशासन के दिल में कोई जगह नहीं है. लोकतंत्र को शर्मसार कर देने वाले नागपुर हुक्मरान को इतनी भी खबर नहीं कि महाराष्ट्र सरकार ने दीक्षाभूमि को क्लास “ए” पर्यटन स्थल का दर्जा दे रखा है. नागपुर शहर के सभी धार्मिक व पर्यटन क्षेत्रों में यह पहला स्थल है. जहां इसे ‘ए’ क्लास का दर्जा हासिल हुआ है. खैर कलेक्टर साहब को कौन समझाए. कि इनके चाहने या न चाहने से देश की संस्कृति नहीं बदलती है.
दलित तोड़ रहे हैं मरी गाय न उठाने की कसम

नई दिल्ली। गुजरात के दलितों को यहां की सरकार इसके सपने देखने की भी इजाजत नहीं देती. तभी तो यहां के दलित अपने पारंपरिक कामों को चाहकर भी नहीं छोड़ पा रहे हैं.
दरअसल, पिछले साल उना में दलितों के साथ जिस तरह से गोरक्षकों ने मारपीट की थी. उसके बाद दलित समाज लोगों ने कसम खाई थी कि वो आज के बाद मरी हुई गायों को हटाने और गाय की खाल को निकालने का काम नहीं करेंगे. लेकिन कईयों को अपनी कसम तोड़ देनी पड़ी.
बीबीसी की एक रिपोर्ट में कहा गया कि नई जिंदगी की उम्मीद पाले यहां के दलित युवाओं ने कई जगहों पर रोजगार की तालाश की. उसमें से एक वढवाण तालुका का मुन्ना राठौड़ भी है, जिसे कहीं पर भी नौकरी नहीं मिली. रोजगार मिलने की जगह उन्हें जाति विशेष को लेकर जलालत मिलती थी. यानि युवाओं की ऊंची उड़ान के सपनों को सरकार पंख लगाने में नाकाम रही. अब अपनी कसमों पर लोगों के पेट की भूख भारी पड़ती दिख रही थी.
एक तो पेट की आग, उस पर समाज के ठेकेदारों की तरफ से गांव से निकाल देने की धमकी. ऐसे में अपने पुराने कामों पर लौटने के आलावा इन लोगों के पास और कोई चारा दिख नहीं रहा था. कई लोग ऐसे भी थे जो अपनी कसम की लाज बचाने के लिए गांव से निकल गए. उनमें से एक 55 साल के कनु चावड़ा थे, जो वढवाण तालुका को छोड़कर अहमदाबाद आ गए. और अब जूते बनाने का काम करते हैं. लेकिन जो लोग अपने पुराने कामों में लग गए. वो एक सवाल छोड़ गए कि ये वही गुजरात है जहां पर विकास के झूठे परचम लहराते सरकार नहीं थकती है.
पाठ्यक्रम में वीरंगाना झलकारी बाई और मातादीन भंगी को शामिल करने की मांग

लखनऊ। उत्तर प्रदेश के सरकारी स्कूलों में चौथी कक्षा से आठवीं कक्षा तक पढ़ाई जाने वाली किताबों का पुनरीक्षण किया जा रहा है. इसके लिए राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (एससीईआरटी) ने बेसिक माध्यमिक और उच्च शिक्षा विभाग में कार्यरत शिक्षकों, छात्रों और अभिभावकों के सुझाव और विचार भी मांगे है.
4 अप्रैल 2018 से राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण संस्था (एनसीईआरटी) का नया पाठ्यक्रम लागू कराने जा रही है. यूपी बोर्ड ने नौवीं से बाहरवीं तक के संशोधित पाठ्यक्रम को एनसीईआरटी को भेज दिया है.
इन सब के बीच अखिल भारतीय लोधी महासभा की मांग पर यूपी के शिक्षा मंत्री संदीप सिंह ने कहा कि पाठ्यक्रम में अवंतीबाई जल्द शामिल होंगी. दलित समाज के लोगों ने शिक्षामंत्री के इस बयान पर आपत्ति जताई है. उनका कहना है कि 1857 की क्रांति में वीरंगाना झलकारी बाई और मातादीन भंगी ने अहम भूमिका निभाई है. लेकिन प्रशासन उन्हें पाठ्यक्रम में शामिल क्यों नहीं कर रहा है? सिर्फ इसलिए कि वे दलित समाज से थे.
आगरा के रहने वाले गोविंद सिंह ने कहा कि राज्य के शिक्षा मंत्री को बहुजन नायकों को भी याद करना चाहिए. वीरांगना झलकारी बाई ने लक्ष्मी बाई के साथ कंधे से कंधा मिलाकर प्रथम स्वतंत्रता संग्राम की लड़ाई लड़ी थी. मातादीन भंगी ने भी स्वतंत्रता संग्राम की लड़ाई लड़ी थी.
गोविंद सिंह का कहना है कि प्रत्येक जिले से प्रत्येक व्यक्ति जिला अधिकारी को ज्ञापन दें और वीरंगाना झलकारी बाई और मातादीन भंगी को पाठ्यक्रम में शामिल करने की मांग करें. गोविंद ने आगे कहा कि मेरे समस्त साथीगण जिला अधिकारी को ज्ञापन देने जा रहे हैं. पाठ्यक्रम में स्वतंत्रता संग्राम की वीरंगाना झलकारी बाई और मातादीन भंगी को शामिल किया जाए. स्कूलों में पढ़ाया जाए.
खुला जॉब का पिटारा, जानिए क्या है खास

रायपुर। जिला रोजगार कार्यालय के प्लेसमेंट कैंप में सोमवार को 2 हजार से ज्यादा लोगों को निजी क्षेत्रों में काम करने का मौका मिला. नौकरी मिलने से युवाओं के चेहरे खिल उठे. दूर-दूर से आए हुए कुछ ग्रामीणों को महज 12 वीं तक की पढ़ाई में ही 10 हजार रुपए वेतन में जॉब का सुनहरा अवसर मिला. तीन घंटे तक चले प्लेसमेंट कैंप में सबसे ज्यादा युवतियां पहुंचीं. टेली कॉलर से लेकर ऑफिस मैनेजर बनने प्रतिस्पर्धा में भाग लिया. जिला रोजगार कार्यालय की ओर से आयोजित प्लेसमेंट कैंप में 2200 पदों पर भर्ती के लिए आवेदन आमंत्रित किए गए थे. पहले 15 निजी कंपनियों ने कार्यक्रम में हिस्सा लिया. इसके बाद दो और कंपनियों के जुड़ने के बाद युवाओं को अवसर प्रदान किया गया.
न्यू शांति नगर में सुबह से रजिस्ट्रेशन के लिए भीड़ उमड़ी रही. 2200 पदों के लिए सबसे ज्यादा युवतियों ने उपस्थिति दर्ज कराई. पहली पाली में दोपहर 12 बजे तक 35 युवतियां साक्षात्कार में शामिल हुईं.
रोजगार के लिए आयोजित प्लेसमेंट कैंप में पहली बार आकर नौकरी मिलने से ज्यादातर युवा खुश दिखे. शिवानंद नगर से पहुंची सुप्रिया कोसरिया ने इंजीनियरिंग की पढ़ाई की थी. प्लेसमेंट कैंप में एक बड़ी कंपनी ने नौकरी पक्की की. सुप्रिया ने बताया कि कुछ महीने पहले ही पढ़ाई पूरी की थी. अब बेहतर अवसर मिला. अस्मिता दीक्षित निवासी शंकर नगर ने बीई करने के बाद ऑफिस मैनेजमेंट की नौकरी मिलने की बात कही. अस्मिता ने बताया कि वह ऑनलाइन कंसलटेंसी कंपनियों के जरिए प्रयास में लगी थी, लेकिन प्लेसमेंट कैंप आने पर एक ही बार में चयन हो गया.
टेली कॉलर का काम करने दिव्यांग भी दूर-दूर से पहुंचे. पचेड़ा से आए जीतेंद्र सोनवानी 12 वीं पास करने के बाद टेली कॉलर बनने बायोडाटा दिया, कंपनी ने एक हफ्ते में जॉइनिंग की गारंटी दी.
एक दिन में ही 1 करोड़ से ज्यादा लोगों ने देखा ट्रेलर

नई दिल्ली। सोमवार दोपहर संजय लीला भंसाली की फिल्म ‘पद्मावती’ का ट्रेलर रिलीज किया गया है और रिलीज होते ही इस फिल्म के ट्रेलर ने रिकॉर्ड बना दिया है. रणवीर सिंह, दीपिका पादुकोण और शाहिद कपूर स्टारर इस फिल्म की शूटिंग को लेकर भले ही निर्देशक भंसाली को कई परेशानियां झेलनी पड़ हों, लेकिन लगता है दर्शकों से मिलने वाला यह प्यार उनकी सारी तकलीफें भुला देगा.
ट्रेलर रिलीज के बाद से ही फिल्म में दीपिका और शाहिद के लुक के साथ ही रणवीर सिंह के नेगेटिव शेड वाले लुक की जबरदस्त तारीफ हो रही है. फिल्म ‘पद्मातवी’ की स्टारकास्ट ने खुद यह खबर अपने फैन्स के साथ साझा की है कि उनकी फिल्म का ट्रेलर यूट्यूब पर अब तक सबसे ज्यादा देखा जाने वाला ट्रेलर बन चुका है. कल यानी सोमवार की दोपहर 1.03 मिनट पर यह ट्रेलर रिलीज किया गया है.
रिलीज के सिर्फ 24 घंटे के भीतर ही इसे 15 मिलियन (1.50 लाख) व्यूज मिले हैं. ट्रेलर के आने के बाद से ही सिर्फ फैन्स ही नहीं बल्कि बॉलीवुड की भी कई हस्तियां भंसाली की इस फिल्म की तारीफ कर चुकी हैं. खुद ‘बाहुबली’ फिल्म के निर्देशक एसएस राजामौली ने भी भंसाली की तारीफ की है.‘बाहुबली’ के डायरेक्टर एसएस राजामौली ने ‘पद्मावती’ के ट्रेलर को शेयर करते हुए इसे बेहद खूबसूरत बताया है. साथ ही डायरेक्टर संजय लीला भंसाली को मास्टर क्राफ्ट्समैन कहा है. सिर्फ राजामौली ही नहीं, फिल्ममेकर करण जौहर ने भी अपने बयान में संजय लीला भंसाली से जलने तक की बात कही है.
बैडमिंटन प्रीमियर लीग में हुई नीलामी

वोडाफोन प्रीमियर लीग बैडमिंटन के दूसरे सीजन में हाल ही में खिलाडियों की नीलामी हुई जिसमे एचएस प्रणय सबसे महंगे बिके. उन्हें अहमादाबाद की टीम स्मैश मास्टर्स ने 62 लाख रुपय में खरीदकर अपनी टीम में शामिल किया. उसी के साथ देश की सुंदरी साइना नेहवाल और बेस्ट शटलर पी.वी सिंधु अपनी नीलामी के तहत वही टीम में बरक़रार रहीं.
प्रीमियर लीग बैडमिंटन के इस दूसरे सीजन में के. श्रीकांत को उनकी टीम ने “राइट टू मैच’ कार्ड की मदद से अपने साथ बनाये रखा. जो आगे जाकर साइना नेहवाल के साथ अवधि वारियर्स में खेलते दिखाई देंगे. वही पीवी सिंधु अपनी टीम चेन्नई स्मैशर्स से खेलेंगी. नीलामी में आये नए कानूनों के तहत, साइना और सिंधु को पिछले सीजन की तुलना में 25% ज्यादा राशि मिलेगी और ‘राइट टू मैच’ कार्ड के जरिए सिलेक्ट हुए श्रीकांत को मिलने वाली राशि में 10% का इजाफा होगा. इस हिसाब से देखा जाए तो श्रीकांंत को 56.10 लाख मिलेंगे, सिंधु को 48.75 लाख और साइना को 41.25 लाख मिलेंगे.
डबल्स की बात करें तो नीलामी से बाहर रहकर भारत के ‘सात्विक साईराज’, रूस के ‘व्लादिमिर इवानोव’ और कोरिया के ‘ली यंग डाइ’ अपनी पुरानी टीमों में बरक़रार रहे. भारत की शीर्ष महिला खिलाड़ी की टीम दिल्ली एसर्स ने अश्विनी पोनप्पा के लिए 20 लाख लगाए वही बेंगलुरु ब्लास्टर्स ने मनु अत्रि पर 17 लाख की बोली लगाकर नीलामी की समाप्ति की.
इस दिवाली रुलाएगा प्याज

जयपुर। पहले ही महंगाई की मार झेल रहे प्रदेश के लोगों को अब प्याज भी रुलाने वाला है. महाराष्ट्र के नाशिक में लासलगांव स्थित देश की सबसे बड़ी प्याज मंडी में प्याज की कीमतें लगातार बढ़ रही हैं. ऐसे में थोक व्यापारियों का कहना है कि दिवाली तक प्याज महंगा होता रहेगा.
इससे लोगों के साथ-साथ प्रदेश के किसान भी परेशानी में हैं. लासलगांव एग्रीकल्चर प्रॉड्यूस मार्केट कमिटी (एपीएमसी) के थोक प्याज व्यापारियों ने कहा कि मांग और आपूर्ति के बीच बढ़ते फासले की वजह से प्याज के दाम भी बढ़ रहे हैं. एपीएमसी में पिछले 10 दिनों में प्याज की कीमत औसतन 80 प्रतिशत बढ़ गई है.
सोमवार को बाजार खुलने पर इसमें 21.33 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई. शुक्रवार को प्याज औसतन 2,020 रुपये प्रति क्विंटल था, जो सोमवार को बढक़र 2,451 रुपये प्रति क्विंटल हो गया. प्याज के थोक मूल्य में बढ़ोतरी का असर कुछ दिनों में खुदरा बिक्री पर भी दिखने लगेगी. नाशिक में खुदरा प्याज 30 रुपये प्रति किलो बिकने लगा है और कुछ दिनों में भाव 35 रुपये प्रति किलो तक पहुंच सकता है. हालांकि, देश के दूसरे हिस्सों में प्याज 50 रुपये प्रति किलो तक पहुंच सकता है.
अभी जो प्याज मार्केट में आ रहा है उसकी खेती मार्च-अप्रैल में हुई थी. गर्मी की फसल वाला प्याज पांच से छह महीने ही सही रह पाता है और किसान बेहतर मूल्य पाने की उम्मीद में प्याज का भंडारण करना पसंद करते हैं. यूं तो बारिश की वजह से प्याज का 20 प्रतिशत स्टॉक बर्बाद हो गया, फिर भी किसानों के पास अब भी पर्याप्त मात्रा में प्याज होगा.
शर्मनाकः पॉलिबैग और गत्तों में लपेटकर लाए 7 शहीदों के शव

नई दिल्ली। अरुणाचलप्रदेश के तवांग में तीन दिन पहले हेलिकॉप्टर क्रैश में शहीद हुए 7 जवानों के शव पॉली बैग और गत्तों में लपेटकर गुवाहाटी तक लाए गए. रविवार को तस्वीरें वायरल होने पर विवाद छिड़ गया. सोशल मीडिया पर आलोचना और गुस्सा देख सेना को सफाई देनी पड़ी कि दुर्गम इलाके में बेहद असाधारण हालात और सीमित संसाधनों के चलते ऐसा करना पड़ा. भविष्य में शव उचित तरीके से लाए जाएंगे.
गौरतलब है कि शुक्रवार को एयरफोर्स का एमआई-17 हेलिकॉप्टर भारत-चीन बॉर्डर के पास तवांग में क्रैश हो गया था. हादसे में एयरफोर्स के पांच और सेना के दो जवानों की मौत हो गई थी. इनमें दो जवान झुंझुनं और जोधपुर के भी थे. इनके शव गत्तों और प्लास्टिक बैग में लपेटकर ले जाए गए.
रिटायर्ड लेफ्टिनेंट जनरल एचएस पनाग ने इसकी तस्वीरें ट्विटर पर शेयर कर दीं. पनाग ने कहा कि सात जवान कल सूरज की रोशनी में अपनी मातृभूमि की सेवा में निकले और इस तरह वापस आए. मामले ने तूल पकड़ा. सूत्रों के अनुसार मामला रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण तक पहुंचा. उनके दखल पर सेना को सफाई देनी पड़ी.
सेना ने कहा कि शव 13 हजार फीट की ऊंचाई पर थे. वहां तक सड़क नहीं थी. शव जल्द से जल्द हटाने थे. हेलिकॉप्टर सभी शवों का वजन नहीं उठा सकता था. असामान्य हालात और समय की कमी के चलते बॉडी बैग या ताबूत के बजाय स्थानीय स्तर पर उपलब्ध साधनों में ही शव लपेटकर लाए गए. 6 अक्टूबर दोपहर 2 बजे गुवाहाटी बेस अस्पताल में शव पहुंचाए. उसके बाद पोस्टमार्टम सहित अन्य औपचारिकताएं पूरी कीं. पोस्टमार्टम के बाद शव पूर्ण सैन्य सम्मान के साथ लकड़ी के ताबूतों में रखवाए गए.
श्रद्धांजलि के बाद पूर्ण सैन्य सम्मान के साथ आश्रितों को सौंपने के लिए शव भिजवाए गए. सेना ने कहा कि शहीदों के शवों को हमेशा सम्मान दिया गया है. आगे से शव बॉडी बैग, लकड़ी के बक्से या ताबूत में ले जाना सुनिश्चित करेंगे.
…ये है केरल के पहले दलित पुजारी, जिसने 10 सालों तक पढ़ा तंत्र शास्त्र

पथानामथिट्टा। केरल में पहले दलित पुजारी की नियुक्ति हुई है. नियुक्ति के बाद 9 अक्टूबर को पहली बार केरल के किसी मंदिर का दरवाजा एक दलित पुजारी ने खोला. इस मंदिर का नाम है मनप्पुरम भगवान शिव मंदिर. यह केरल के तिरुवल्ला में स्थित है. पुलाया समुदाय के 22 वर्षीय कृष्णन एक दलित हैं.
कृष्णन के पिता पीके रवि और मां लीला इस अनूठी उपलब्धि से उत्साहित हैं. युवक ने तंत्र शास्त्र में दस साल का प्रशिक्षण हासिल किया. त्रावनकोर देवस्वम बोर्ड ने हाल ही में 36 गैर ब्राह्माणों को विभिन्न मंदिरों के कामकाज के लिए चयनित किया गया था. इनमें कृष्णन समेत छह दलित युवक भी शामिल थे.
कृष्णन उन छह दलित पुजारी में से एक हैं जिन्हें तिरुवनंतपुरम के प्रसिद्ध त्रावणकोर देवस्वम मंदिर बोर्ड ने अलग-अलग मंदिरों में पुजारी के तौर पर नियुक्त किया है. यह पहली बार है कि जब केरल के मंदिर में दलित और पिछड़े वर्ग के पुजारियों को मौका दिया गया है और आरक्षण प्रक्रिया का पालन किया जा रहा है.
कृष्णा ने बताया कि वह पिछले पांच सालों से एर्नाकुलम जिले के वलियाकुलंगारा देवी मंदिर के पुजारी रहे हैं और उन्हें किसी तरह के भेदभाव का सामना नहीं करना पड़ा है. कृष्णा ने आगे कहा कि जब वो सोमवार को मंदिर से आ रहे थे तो कई श्रद्धालु भावुक हो गए.
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार त्रावणकोर देवस्वम बोर्ड के कमिश्नर सीपी राम राजा प्रेमा प्रसाद ने कहा कि नए पुजारियों को मंदिर का काम शुरू करने के लिए 15 दिन का समय दिया गया है. अब लोगों की सोच बहुत बदल चुकी है. अब लोगों का सोचना है कि पुजारी को पूजा कराना आना चाहिए, मंदिर का रख-रखाव अच्छा होना चाहिए अब उन्हें इस बात से फर्क नहीं पड़ता कि वह किसी जाति का है.
बोर्ड के जरिये राज्य में 1248 मंदिर संचालित होते हैं, जिनमें विश्व प्रसिद्ध भगवान अयप्पा का सबरीमाला मंदिर भी शामिल है. त्रिशूर जिले के कोराट्टी के रहने वाला कृष्णन संस्कृत में परास्नातक के अंतिम वर्ष का छात्र है. उसने 15 वर्ष की उम्र में पहली बार घर के नजदीक मंदिर में पूजा शुरू की थी.
यूपी की चीनी मिल में गैस का रिसाव, 300 स्कूली बच्चे बीमार
शामली। शामली में शुगर मिल में गैस रिसाव की वजह से पांच सौ बच्चे बीमार पड़ गए हैं. सभी बच्चों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है. दरअसल शुगर मिल के कचरे को नष्ट करने के लिए डाले गए केमिकल से गैस का रिसाव हुआ जिसके बाद बच्चे बेहोश हो गए.
गैस रिसाव से पास के ही सरस्वती विद्या मंदिर व सरस्वती जूनियर हाई स्कूल के तीन सौ बच्चे बेहोश हो गए. इस पूरे मामले में चीनी मिल की बड़ी सापरवाही सामने आयी है. यह चीनी मिल शहर के बीचो बीच स्थित है. लोग अपने घरों से बाहर निकल कर सुरक्षित जगह की ओर जा रहे हैं.
#Visuals Shamli: Around 300 students of Saraswati school fall ill due to use of chemical at a sugar mill nearby; 30 admitted to hospital. pic.twitter.com/IFrJ1dI9gC
— ANI UP (@ANINewsUP) October 10, 2017
शुगर मिल से कौन सी गैस रिसाव हुई और कितना नुकसान हुआ इसका आंकलन किया जा रहा है. इस गैस का सबसे ज्यादा असर बच्चों पर हुआ है. पुलिस प्रशासन मौके पर मौजूद है औऱ राहत एवं बचाव का कार्य जारी है.
#Visuals Shamli: 300 students of Saraswati school ill due to use of chemical at a sugar mill nearby; doctor says no child is seriously ill. pic.twitter.com/I0HzrBIqgv
— ANI UP (@ANINewsUP) October 10, 2017
इस मामले में जिम्मेदारी शुगर मिल की बनती है. इस मिल का नाम सर शादीलाल शुगर मिल है. अक्टूबर से नवंबर तक शुगर मिलों में मरम्मत का कार्य होना है. आज मरम्मत के दौरान ही यह हादसा हुआ. आपको बता दें शामली इलाके में से उत्तर प्रदेश सरकार के गन्ना मंत्री सुरेश राणा आते हैं.
अयोध्या में भगवान राम की विशाल मूर्ति का निर्माण करवाएगी योगी सरकार

अयोध्या। राम मंदिर का मुद्दा भले ही सुप्रीम कोर्ट में अटका हो लेकिन विवादित स्थल से थोड़ी ही दूर सरयू के किनारे उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ भगवान राम की एक विशाल प्रतिमा स्थापित करेंगे. बताया जा रहा है कि यह भगवान राम की दुनिया की सबसे बड़ी मूर्ति होगी. इसके लिए सरकार एनजीटी से भी इजाजत लेगी.
भगवान राम की यह प्रतिमा योगी सरकार की ‘नव्य अयोध्या’ योजना का एक हिस्सा होगी. यही नहीं इस बार दिवाली के मौके पर जिसे भगवान राम के अयोध्या वापसी का दिन भी माना जाता है, योगी आदित्यनाथ खुद उनके स्वागत के लिए मौजूद होंगे.योजना है कि इस बार अयोध्या को दिवाली में वैसे ही सजाया जाए जैसा कि दिवाली के दिन त्रेतायुग में भगवान राम के लंका पर विजय हासिल करने के बाद सजाई गई थी.
इस मौके पर भगवान राम की अयोध्या वापसी की थीम पर एक भव्य शोभा यात्रा निकाली जाएगी जो छोटी दिवाली के दिन दोपहर 2 बजे के आसपास अयोध्या में प्रवेश करेगी. सीएम योगी आदित्यनाथ और उनका मंत्रिमंडल भगवान राम का पूजना वंदन करेगा. उसके बाद राम का राज्यभिषेक भी होगा.
इस मौके पर इंडोनेशिया और थाईलैंड के कलाकार राम के अयोध्या के कलाकार राम के अयोध्या वापसी के प्रसंग का सरयू के किनारे मंचन भी करेंगे. सरयू और आसपास के इलाके की भव्य सजावट की जाएगी. राम की पैड़ी पर एक लाख इकहत्तर हजार दिए जलाए जाएंगे. गौरतलब है कि योगी के सीएम बनने के बाद अयोध्या लगातार सुर्खियों में है. सीएम योगी खुद तीन बार यहां आ चुके हैं.
मिली जानकारी के मुताबिक अयोध्या और राम से जुड़े सभी स्थानों को विकसित करने की योजना बनाई गई है. योगी के सीएम बनने के बाद अब तक अयोध्या में राम मंदिर बनाने के लिए 14 ट्रक पत्थर पहुंच चुके हैं. राम मंदिर कार्यशाला जिन पर नक्काशी का काम लगातार चल रहा है.
यूपी के प्रमुख सचिव पर्यटन अवनीश अवस्थी ने एनडीटीवी से कहा ‘ अयोध्या को विश्व पर्यटन मानचित्र पर लाने की योजना है. इसके लिए सरकार में बहुत सारी योजनाएं बनाई हैं. मुख्यमंत्री छोटी दिवाली के दिन अयोध्या में खुद उन सभी योजनाओं की घोषणा करेंगे.’
पांच महीने में दूसरी बार बढ़ा मेट्रो का किराया

धर्मशाला रणजी : हिमाचल और पंजाब के बीच मुकाबला रहा ड्रॉ
धर्मशाला में हिमाचल प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन (एचपीसीए) के ग्राउंड में हिमाचल और पंजाब के बीच खेला गया चार दिवसीय रणजी मुकाबला ड्रॉ हो गया. चौथे दिन की समाप्ति तक हिमाचल ने छह विकेट के नुकसान पर 145 रन बनाए. इससे हिमाचल और पंजाब के बीच मुकाबला ड्रॉ हो गया. दूसरी पारी में पंजाब के गेंदबाज हिमाचली बल्लेबाजों पर पूरी तरह हावी रहे. हिमाचल की दूसरी पारी की शुरुआत खराब रही. पहली पारी में तिहरा शतक जड़ने वाले प्रशांत चोपड़ा दूसरी पारी में केवल 28 गेंदों पर 22 रन बनाकर चलते बने. इसके बाद लगातार अंतराल पर हिमाचल के विकेट गिरते रहे.
टी तक हिमाचल छह विकेट के नुकसान पर 85 रन बनाए. बाद में. पारस डोगरा और एपी विशिष्ट ने सातवें विकेट के लिए 64 रन जोड़ और अंत तक आउट नहीं हुए. प्रशांत चोपड़ा को उनके शानदार तिहरे शतक (338 रन) के लिए मैन ऑफ द मैच चुना गया. हिमाचल को इस मुकाबले के बाद जहां तीन अंक मिले हैं, वहीं, पंजाब के खाते में 1 अंक गया है.
हिमाचल को पहली और दूसरी पारी के आधार पर कुल 273 रनों की बढ़त हासिल हुई. इससे पहले, चौथे दिन पंजाब की पहली पारी 601 रनों पर सिमट गई. पंजाब की ओर से अभिषेक गुप्ता ने शानदार दोहरा शतक जड़ा. उनके अलावा अभिषेक शर्मा ने 94 रनों का योगदान दिया. हालांकि वह शतक लगाने से चूक गए.
बता दें कि मेजबान हिमाचल इस मैदान पर तीन मैच खेलेगा. पहला मैच मजबूत पंजाब के खिलाफ शुरू हो गया है. हिमाचल का दारोमदार भारतीय टीम से खेल चुके ऋषि धवन के अलावा अनुभवी पारस डोगरा, प्रशांत चोपड़ा और अंकुश बैंस पर रहेगा. 14 से 17 अक्तूबर तक मेजबानों की दूसरी टक्कर गोवा से होगी. इसके बाद हिमाचल की अगली भिड़ंत छत्तीसगढ़ से नौ नवंबर से होगी.
ये रहा शेड्यूल 6 से 9 अक्तूबर- हिमाचल बनाम पंजाब. 14 से 17 अक्तूबर-हिमाचल बनाम गोवा. 9 से 12 नवंबर-हिमाचल बनाम छत्तीसगढ़.
फाइनली अपने जीजा को लॉन्च करेंगे सलमान खान

नई दिल्ली। यह बात कन्फर्म हो गई है कि बहन अर्पिता खान के पति आयुष शर्मा को सलमान खान ही लॉन्च करेंगे. लंबे समय से आयुष शर्मा की डेब्यू फिल्म को लेकर कई तरह के कयास लगाए जा रहे थे. आयुष को लगभग तीन साल हो गए थे इंतजार करते हुए. लेकिन अब उनका इंतजार खत्म हो चुका है. सलमान खान फिल्म्स के बैनर तले उनकी पहली फिल्म बनेगी. फिल्म को अली अब्बास जफर के असिस्टेंट रह चुके अभिराज मीनावाला डायरेक्ट करेंगे. सलमान खान ने इसका ऐलान अपने ट्विटर एकाउंट पर किया है. उन्होंने लिखा हैः ढेर सारी मेहनत और लगन के लिए मुबारक हो आयुष शर्मा. तुम्हें ढेर सारी शुभकामनाएं.
अभिराज से सलमान खान की मुलाकात ‘सुल्तान के दौरान हुई थी. आयुष पिछले तीन साल से अपनी डेब्यू फिल्म के लिए तैयारियों में जुटे हुए हैं. ‘बजरंगी भाईजान’, ‘प्रेम रतन धन पायो’, ‘सुल्तान’ और ‘ट्यूबलाइट’ की शूटिंग के दौरान वे सलमान के साथ ही रहे थे. उन्होंने सेट पर न सिर्फ एक्टिंग स्किल ही सीखे बल्कि उन्होंने डांस और एक्शन की भी ट्रेनिंग ली. अब सलमान खान को लगने लग गया था कि वे डेब्यू के लिए तैयार हैं और उन्होंने प्रोजेक्ट के लिए अपनी हरी झंडी दे दी थी.
Congrats @aaysharma Now is the time for a lot of mehnat aur lagan. Wish you all success God Bless #AayushSharma
— Salman Khan (@BeingSalmanKhan) October 9, 2017
सूत्रों ने इस बात की पुष्टि की है कि आयुष ने वर्कशॉप में जाना शुरू कर दिया है. एक्ट्रेस अभी फाइनल नहीं हुई है. फिल्म फरवरी में फ्लोर पर जाएगी. फिल्म गुजरात बेस्ड लव स्टोरी है. सलमान ने कहा है, “हां, हम आयुष की डेब्यू फिल्म प्रोड्यूस कर रहे हैं. शूटिंग फरवरी में शुरू होगी और फिल्म 2018 के अंत तक रिलीज होगी.