नई दिल्ली। आज से दिल्ली मेट्रो का किराया बढ़ गया है. मेट्रो के किराए में बढ़ोतरी के मामले में दिल्ली मेट्रो रेल निगम (डीएमआरसी) बोर्ड ने हस्तक्षेप करने से इनकार कर दिया है जिसके बाद किराए में वृद्धि का रास्ता साफ हो गया है. दिल्ली मेट्रो के किराए में एक साल के भीतर यह दूसरी बढ़ोतरी होगी.
बढ़े हुए किराये का पहला फेज़ लागू होने से पहले मेट्रो का न्यूनतम किराया 8 रुपये होता था, जो अब दस रुपये हो गया है. जबकि अधिकतम किराया 30 रुपये होता था, जो मई में 50 रुपए किया गया और अब 3 अक्टूबर के बाद 60 रुपये हो गया है.
आज से लागू हो रहे नए किराए के अनुसार यात्रियों को 2 किमी तक के लिए 10 रुपए, 2-5 किमी तक के लिए 15 रुपए की बजाय 20 रुपए, 5-12 के लिए 20 से बढ़ाकर 30 रुपए, 12-21 किमी तक का किराया 30 की बजाय 40 रुपए और 21-32 किमी तक के लिए 40 की बजाय 50 रुपए देने होंगे वहीं 32 किमी के बाद किराया 50 रूपए की बजाय 60 रुपए देना होगा.
डीएमआरसी बोर्ड की बैठक में दिल्ली सरकार के किराया निर्धारण कमेटी के प्रस्ताव को भी खारिज कर दिया गया. बोर्ड ने कहा कि किराया निर्धारण कमेटी (FFC) की सिफारिशों में दखल देने या बदलाव करने का बोर्ड के पास कोई कानूनी अधिकार नहीं है.
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने अपने ट्वीट कर कहा कि ‘बोर्ड में 16 निदेशकों में से दिल्ली सरकार के पांच निदेशक हैं, जिन्होंने इसका विरोध किया. हालांकि केंद्र ने हठी रवैया दिखाया. यह वृद्धि काफी अनुचित है. केंद्र को आम आदमी का अधिक खयाल रखना चाहिए था.
इससे पहले, केन्द्रीय आवास एवं शहरी मामलों के मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने मेट्रो रेल किराया बढ़ोतरी मामले में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को राजनीति नहीं करने की नसीहत देते हुए कहा कि किराए में प्रस्तावित इजाफे को रोकने के लिये दिये गये उनके सुझाव कानूनसम्मत नहीं हैं.
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