उत्तर प्रदेश में अमरोहा के धनौरा क्षेत्र में पुलिस की हिरासत में एक दलित युवक की मृत्यु हो जाने से आक्रोशित ग्रामीणों ने बुधवार को मंडी धनौरा मे बंदायू-पानीपत स्टेट हाईवे-51 सडक मार्ग जाम लगा दिया.
पुलिस सूत्रों ने यहां बताया कि अमरोहा के मंडी धनौरा क्षेत्र के बसी शेरपुर निवासी बालकिशन (3०) को गत रविवार को चोरी के वाहन खरीदने के आरोप में पूछताछ के लिए थाने लाकर हवालात में बंद कर दिया था. बुधवार को की रात में युवक की तबीयत बिगड़ने पर उसे अस्पताल ले जाया गया जहां चिकित्सकों ने युवक को मृत घोषित कर दिया. पुलिस ने मृतक के परिजनों को बुधवार नौ बजे सूचित किया.
इस मामले में अपर पुलिस अधीक्षक बृजेश कुमार ने धनौरा थाना के प्रभारी निरीक्षक अरविन्द शर्मा समेत 11 पुलिस कर्मियों को निलंबित कर दिया है. इसमें चार होमगार्ड के निलंबित के लिये जिला कमांडेंट को पत्र लिखा गया है.
वहीँ दूसरी ओर मृतक की पत्नी कुंती ने आरोप लगाया है कि पिछले चार दिनों से बालकिशन को बिना किसी आरोप के हवालात में बंद कर पूछताछ की गयी. पुलिस द्वारा की गयी पिटायी के दौरान उसकी मृत्यु हुई. पुलिस उसे छोड़ने के लिये रूपयों की मांग कर रही थी. मृतक युवक के छोटे छोटे चार बच्चे हैं.
सूत्रों ने बताया कि पुलिस हिरासत में युवक की मृत्यु की सूचना मिलते ही ग्रामीणों ने हाईवे पर सुबह दस बजे से जाम लगा है. वाहनों की लंबी लंबी कतार लग गई हैं. मौके पर कई थानों की पुलिस तथा पीएसी तैनात की गयी है. भीड़ ने उपजिलाधिकारी के वाहन में तोडफ़ोड़ कर दी.
उपजिलाधिकारी(एसडीएम) संजीव बंसल तथा पुलिसक्षेत्राधिकारी मोनिका यादव द्वारा आक्रोशित भीड़ को बताया गया कि दोषी पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है. उन्होंने ग्रामीणों से जाम खोलने की अपील की है. ग्रामीणों ने दोषीं पुलिसकर्मियों के विरुद्ध हत्या का मुकदमा दर्ज कर मृतकाश्रित परिवार को बीस लाख रुपये और सरकारी नौकरी देने की मांग की है.
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