नई दिल्ली। विश्व पुस्तक मेला 2025 शुरू हो गया है। गणतंत्र के 75वें वर्ष में भारत के पहुंचने के कारण इस बार विश्व पुस्तक मेले की थीम रिपब्लिक@75 रखा गया है। दिल्ली के प्रगति मैदान के भारत मंडपम में पुस्तक मेला 1-9 फरवरी तक चलेगा। एक फरवरी को मेले का उद्घाटन राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने किया। इस बार पुस्तक मेले में 2000 से ज्यादा प्रकाशक हिस्सा ले रहे हैं। दलित/अंबेडकरी साहित्य की बात करें तो हर बार की तरह सम्यक प्रकाशन और गौतम बुक सेंटर के अलावा दलित दस्तक और उसके प्रकाशन दास पब्लिकेशन का स्टॉल भी लगा है।
दलित दस्तक-दास पब्लिकेशन की बात करें तो यह हॉल नंबर 2 में स्टॉल नंबर 40 है। इस बार हमारा प्रकाशन तीन नई किताबें लेकर आया है। इसमें से एक दिवंगत साहित्यकार सूरजपाल चौहान का कविता संग्रह ‘यह दलितों की बस्ती है’ जबकि अंबेडकरी पत्रकारिता पर ‘अंबेडकरी पत्रकारिता के 100 साल’ नाम से पुस्तक भी लाया गया है। 50 बहुजन नायक की पाठकों के बीच मांग बढ़ने से अब इस पुस्तक को अंग्रेजी में 50 Bahujan Heroes भी प्रकाशित किया गया है। इसको मिशन जय भीम से जुड़े भगवान सिंह ने ट्रांसलेट किया है। जबकि हिन्दी में 50 बहुजन नायक का 6वां संस्करण प्रकाशित हुआ है, जिसमें पुस्तक मे कुछ अन्य नायकों को जोड़कर इसे और समृद्ध बनाया गया है। एक से नौ फरवरी तक दिल्ली चलने वाले एशिया के सबसे बड़े पुस्तक मेला सुबह 11 बजे से शाम 8 बजे तक पाठकों के लिए खुला रहेगा। दलित दस्तक – दास पब्लिकेशन अपने स्टॉल पर आपको आमंत्रित करता है।