बीजिंग। सिक्किम में डोकलाम पर जारी विवाद के बीच ब्रिक्स देशों के सम्मेलन में हिस्सा लेने बीजिंग गए एनएस अजीत डोभाल ने शुक्रवार को चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग मुलाकात की. इससे पहले डोभाल ने चीन के अपने प्रतिपक्षी यांग जेयची से मुलाकात की.
इस दौरान दोनों पक्षों के बीच द्विपक्षीय मुद्दों की ‘बड़ी समस्याओं’ पर भी चर्चा हुई. विदेश मंत्रालय के अनुसार सिक्किम क्षेत्र में विगत 16 जून को शुरू हुए सैन्य विवाद के बाद से दोनों देशों के बीच यह पहली उच्च स्तरीय बैठक है.
चीनी विदेश मंत्रालय ने गुरुवार को डोभाल और यांग की बैठक के संबंध में कहा कि इस दौरान यांग ने द्विपक्षीय मुद्दों पर और प्रमुख समस्याओं पर विस्तार से चीन की स्थिति बयान की. समझा जाता है कि चीन ने डोकलाम क्षेत्र में गतिरोध पर अपना पक्ष रखा है. हालांकि चीन की सरकारी समाचार एजेंसी शिन्हुआ ने यह भी बताया कि यांग ने डोभाल और दक्षिण अफ्रीका और ब्राजील के उनके प्रतिपक्षी अधिकारियों से उन्होंने अलग-अलग बातचीत की.
हालांकि शिन्हुआ की रिपोर्ट में सिक्कम में हुए टकराव पर प्रत्यक्ष रूप से कुछ नहीं है. दोनों उच्च अधिकारियों के बीच द्विपक्षीय के अलावा, अंतरराष्ट्रीय और क्षेत्रीय मुद्दों पर भी विचार-विमर्श हुआ. हालांकि चीन के सरकारी मीडिया ने लगातार यही धमकी दी है कि अगर भारत उस विवादित जगह से अपनी सेनाएं पीछे नहीं हटायेगा तब तक इस मुद्दे पर कोई बात नहीं होगी.
गौरतलब है कि अजीत डोभाल की इस बैठक का कोई ब्योरा भारतीय मीडिया को चीन ने नहीं दिया है. हालांकि मीडिया कल यानी शुक्रवार को पांच देशों के ब्रिक्स सदस्य देशों की संयुक्त बैठक को कवर करेगी.

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