024 में भारतीय जनता पार्टी को केंद्र की सत्ता से बाहर करने के लिए तीसरे मोर्चे की सुगबुगाहट तेज है। पिछले दिनों नीतीश कुमार के तीन दिवसीय दिल्ली दौरे के दौरान कई नेताओं से मुलाकात ने इस चर्चा को हवा दे दी थी। हालांकि तब उत्तर प्रदेश की दोनों प्रमुख पार्टियों बहुजन समाज पार्टी और समाजवादी पार्टी ने कोई जल्दबाजी नहीं दिखाई थी। लेकिन अब बहुजन समाज पार्टी की ओर से तीसरे मोर्चे में शामिल होने के संकेत मिले हैं। बसपा तीसरे मोर्चे में शामिल होगी, लेकिन इसके लिए बसपा ने एक शर्त रख दी है।
बहुजन समाज पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता धर्मवीर चौधरी ने एक बयान जारी कर बसपा के तीसरे मोर्चे में शामिल होने की बात कही है। लेकिन इसकी शर्त बताते हुए उन्होंने कहा कि यह तभी संभव है, जब तीसरा मोर्चा बसपा अध्यक्ष मायावती को प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार बनाएं। बसपा प्रवक्ता धर्मवीर चौधरी ने बयान जारी कर कहा कि बहन मायावती को प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित किया जाए तो बसपा तीसरे मोर्चे में शामिल होने के लिए तैयार है। उन्होंने कहा कि इन शर्तो के साथ तीसरे मार्चे में शामिल होने से कोई परहेज नहीं होगा। उन्होंने कहा कि वैसे भी केंद्र में सरकार बनाने के लिए यूपी की भागीदारी बहुत जरूरी है। यहां बसपा का प्रभाव बड़े वर्ग पर है। बसपा प्रवक्ता ने कहा कि प्रदेश में मायावती के कद का कोई दूसरा नेता नहीं है।
दरअसल बसपा की ओर से यह सुगबुगाहट समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय सम्मेलन के बाद शुरू हुई है। सपा के राष्ट्रीय सम्मेलन में पार्टी के वरिष्ठ नेता रविदास मेहरोत्रा ने अखिलेश यादव के प्रधानमंत्री बनने की बात कही। तो कई अन्य नेताओं ने इसका समर्थन किया। अखिलेश यादव ने इससे इंकार नहीं किया, हालांकि उन्होंने इतना जरूर कहा कि उनका उद्देश्य भाजपा को रोकना है। लेकिन जैसे ही सपा के नेता अखिलेश यादव के नाम को आगे बढ़ाने लगे, बसपा भी हरकत में आ गई है और उसने विपक्षी दलों को अपनी शर्त सुना दी है।
दलित दस्तक (Dalit Dastak) एक मासिक पत्रिका, YouTube चैनल, वेबसाइट, न्यूज ऐप और प्रकाशन संस्थान (Das Publication) है। दलित दस्तक साल 2012 से लगातार संचार के तमाम माध्यमों के जरिए हाशिये पर खड़े लोगों की आवाज उठा रहा है। इसके संपादक और प्रकाशक अशोक दास (Editor & Publisher Ashok Das) हैं, जो अमरीका के हार्वर्ड युनिवर्सिटी में वक्ता के तौर पर शामिल हो चुके हैं। दलित दस्तक पत्रिका इस लिंक से सब्सक्राइब कर सकते हैं। Bahujanbooks.com नाम की इस संस्था की अपनी वेबसाइट भी है, जहां से बहुजन साहित्य को ऑनलाइन बुकिंग कर घर मंगवाया जा सकता है। दलित-बहुजन समाज की खबरों के लिए दलित दस्तक को ट्विटर पर फॉलो करिए फेसबुक पेज को लाइक करिए। आपके पास भी समाज की कोई खबर है तो हमें ईमेल (dalitdastak@gmail.com) करिए।