नई दिल्ली। आसाराम को अदालत ने बलात्कार के आरोप में उम्रकैद की सजा सुना दी है. अदालत में सुनवाई के दौरान आसाराम की ओर से 14 वकीलों की फौज थी तो पीड़िता की ओर से मजह दो वकील. बावजूद इसके वकीलों की फौज आसाराम को बचा न सकी और देश का कानून सच्चाई और कमजोर के पक्ष में खड़ा होकर जीत गया.
आज आसाराम भले ही असहाय जेल में बंद हो, एक वक्त ऐसा था जब देश के प्रधानमंत्री से लेकर मुख्यमंत्री तक बलात्कारी बाबा के दरबार में हाजिरी लगाने पहुंचते थे. इसमें सबसे ज्यादा भाजपा के नेता थे. आइए जानते हैं, आसाराम की अदालत में कौन-कौन नेता हाजिरी लगाने पहुंचा था.
आसाराम के आश्रम पहुंचने वाले नेताओं में वर्तमान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का नाम शामिल है. मोदी जब गुजरात के मुख्यमंत्री थे तो अक्सर आसाराम के कार्यक्रमों में हाजिरी लगाते थे. बलात्कारी बाबा का सानिध्य हासिल करने के लिए भाजपा के शिखर पुरुष एवं देश के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी भी जाते थे. वह आसाराम के कई कार्यक्रमों में शामिल हुए हैं.
वाजपेयी के अलावा पूर्व डिप्टीज पीएम लालकृष्णल आडवाणी को भी बलात्काररी बाबा के प्रवचनों में देखा जाता रहा था. तो गृहमंत्री राजनाथ सिंह भी आसाराम के कई कार्यक्रमों में भाग लेते थे. हाल ही में मध्य प्रदेश में बाबाओं को राज्यमंत्री का दर्जा देने वाले प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी आसाराम के कार्यक्रम में आशीर्वाद लेने जा चुके हैं. तो मध्ययप्रदेश के पड़ोसी राज्य छत्तीेसगढ़ की राजधानी रायपुर में जब आसाराम एक कार्यक्रम में पहुंचे थे तो इस दौरान राज्यद के सीएम रमन सिंह उनका आशीर्वाद लेने पहुंचे थे.
राजस्थांन की सीएम वसुंधरा राजे भी आशीर्वाद लेने में पीछे नहीं थीं. वसुंधरा के अलावा बीजेपी के दिग्ग ज नेता मुरली मनोहर जोशी भी आसाराम के प्रवचनों में जाते रहते थे. आसाराम पर आरोप लगने के बाद उनके बीजेपी नेताओं के करीबी होने पर विवाद शुरू हुआ था, उस समय भी अटल बिहारी वाजपेयी और आसाराम के संबंधों पर सवाल उठे थे. लेकिन तब पार्टी ने चुप्पी साध ली थी.