इलाहाबाद हाईकोर्ट ने भीम आर्मी के चीफ चन्द्रशेखर आजाद रावण को जमानत दी. जमानत की इस याचिका को जस्टिस मुख्तार अहमद की बेंच ने मंजूर दी है. रावण को सहारनपुर में हुए जातिय हिंसा से जुड़े सभी चार मामलों में जमानत मिल गई है. जमानत की इस खबर से भीम आर्मी के समर्थकों सहित तमाम दलित संगठनों ने भी खुशी जाहिर की.
आपको बता दें कि सहारनपुर जेल में रावण कई दिनों से बीमार चल रहे हैं. इनका इलाज जेल के ही अस्पताल में हो रहा है. हालांकि उनकी सेहत को लेकर अलग अलग-अलग तरह की खबरें आ रही है जिसके बाद से उनके प्रशंसकों में चिंता का माहौल था. लेकिन चंद्रशेखर की रिहाई से देश भर में फैले भीम आर्मी के समर्थकों में खासा उत्साह है. सोशल मीडिया पर वो लगातार इस खुशी को जाहिर भी कर रहे हैं.
भीम आर्मी की स्थापाना करने वाले चन्द्रशेखर, अपने गांव में ‘द ग्रेट चमार’ का बोर्ड लगाने के बाद बहुत कम समय में ही दलित समाज के युवाओं में लोकप्रिय हो गए थे. इसके बाद घटे घटनाक्रम में शब्बीरपुर में ठाकुरों और दलितों के बीच विवाद भी हुआ था, जिसके बाद पुलिस ने रावण को जातीय हिंसा में साजिश रचने के आरोप में मई 2017 में गिरफ्तार कर लिया था. गिरफ्तारी के बाद से वे सहारनपुर जेल में हीं बंद हैं. रावण के अगले सोमवार तक जेल से बाहर आने की संभावना है.

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