फूलन देवी की हत्या 25 जुलाई 2001 को दिल्ली स्थित उनके सरकारी आवास के बाहर कर दी गई थी। फूलन देवी एक ऐसी नायिका थीं, जिन्होंने अत्याचार के खिलाफ चुप रहने की बजाय लड़ने का रास्ता चुना। जिन्होंने अपने अपराधियों को अपने हाथों से खुद सजा दी। जो अपनी हिम्मत के बूते बीहड़ से संसद तक पहुंची। ‘दलित दस्तक’ के संपादक अशोक दास ने फूलन देवी का सबसे पहली बार इंटरव्यू लेने वाले वरिष्ठ पत्रकार संतोष भारतीय का इंटरव्यू लिया है। जिन्होंने फूलन देवी की सारी कहानी बताई। एक ऐसी कहानी, जिसने फूलन से जुड़ी कई नई बातों पर प्रकाश डाला है। इस इंटरव्यू को देखने के बाद आप ऐसी फूलन को जान पाएंगे, जो उनके बारे में प्रचारित तमाम अफवाहों को नकारती हुई, असली फूलन देवी को सामने लाती है। 2018 में लिए गए इस इंटरव्यू को अब तक 10 लाख से ज्यादा दर्शक देख चुके हैं। तो जानिए, फूलन की पूरी कहानी। आप भी देखिए-

दलित दस्तक (Dalit Dastak) एक मासिक पत्रिका, YouTube चैनल, वेबसाइट, न्यूज ऐप और प्रकाशन संस्थान (Das Publication) है। दलित दस्तक साल 2012 से लगातार संचार के तमाम माध्यमों के जरिए हाशिये पर खड़े लोगों की आवाज उठा रहा है। इसके संपादक और प्रकाशक अशोक दास (Editor & Publisher Ashok Das) हैं, जो अमरीका के हार्वर्ड युनिवर्सिटी में वक्ता के तौर पर शामिल हो चुके हैं। दलित दस्तक पत्रिका इस लिंक से सब्सक्राइब कर सकते हैं। Bahujanbooks.com नाम की इस संस्था की अपनी वेबसाइट भी है, जहां से बहुजन साहित्य को ऑनलाइन बुकिंग कर घर मंगवाया जा सकता है। दलित-बहुजन समाज की खबरों के लिए दलित दस्तक को ट्विटर पर फॉलो करिए फेसबुक पेज को लाइक करिए। आपके पास भी समाज की कोई खबर है तो हमें ईमेल (dalitdastak@gmail.com) करिए।
