नई दिल्ली। भाजपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का स्वास्थ बिगड़ता जा रहा है. स्थिति को देखते हुए वाजपेयी जी का बचना मुश्किल लग रहा है. स्थिति खराब होने के बाद वो पिछले 12 घंटों से अधिक समय से वेंटिलेटर पर हैं. इस बीच भाजपा ने अपने पार्टी मुख्यालय से 15 अगस्त के दिन की गई सजावट को हटा लिया है. तो वहीं भाजपा के तमाम बड़े नेताओं ने अपना कार्यक्रम रद्द कर दिया है. कई नेता तो दिल्ली की ओर निकल चुके हैं.
एम्स में सघन चिकित्सालय में वाजपेयी जी को देखने के लिए भाजपा नेताओं के पहुंचने का सिलसिला लगातार जारी है. 15 अगस्त की शाम को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी वाजपेयी जी का हाल जानने एम्स पहुंचे थे. उसके बाद लाल कृष्ण आडवाणी, गृहमंत्री राजनाथ सिंह, रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण सहित तमाम बड़े नेता एम्स पहुंच रहे हैं. तो वहीं भाजपा ने अपने राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक को भी रद्द कर दिया.
गौरतलब है कि एक वक्त में वाजपेयी जी और लाल कृष्ण आडवाणी ने साथ मिलकर भाजपा को ऊंचाई पर पहुंचाया था. भाजपा की ओर से प्रधानमंत्री पद तक पहुंचने वाले अटल बिहारी वाजपेयी पहले नेता थे. अब तक के भाजपा नेताओं में कोई भी वाजपेयी जी के करिश्मे की बराबरी नहीं कर पाया है. वाजपेयी न सिर्फ भाजपा बल्कि तमाम विरोधी दलों के बीच भी काफी लोकप्रिय रहे हैं. भारतीय जनता पार्टी के इतिहास में अटल-आडवाणी और मुरली मनोहर जोशी की तिकड़ी काफी प्रचलित रही है. तीनों नेता पार्टी को उस ऊंचाई तक ले गए, जिसकी कल्पना भाजपा शुरुआती दिनों में देखा करती थी.
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