ग्वालियर। भितरवार के चरखा गांव में दशहरे की रात डॉ. भीमराव अम्बेडकर का पुतला लेकर फेरी लगाए जाने पर बुधवार को हंगामा हो गया. सुबह 11 बजे 96 गांव जाटव समाज सुधारक समिति के आह्वान पर दलित लामबंद होकर भितरवार थाने पहुंच गए और घेराव कर दिया. डबरा नगर पालिका अध्यक्ष सत्यप्रकाशी परसेड़िया के साथ कई दलित नेताओं और कार्यकर्ताओं ने डबरा-भितरवार रोड पर विरोध प्रदर्शन किया. करीब तीन घंटे बाद दोपहर दो बजे पुलिस ने 30 लोगों के खिलाफ बलवा, मारपीट और राष्ट्रद्रोह का प्रकरण दर्ज कर लिया.
प्रदर्शन कर रहे लोगों का आरोप था कि चरखा गांव में कुछ लोगों ने रावण के पुतले की तरह डॉ. भीमराव अम्बेडकर के पुतले को लेकर गांव में फेरी लगाई और अम्बेडकर मुर्दाबाद के नारे लगाए. इसी बीच गांव में ऐसी अफवाह फैली कि इन लोगों द्वारा अम्बेडकर के पुतले को जलाने की तैयारी की जा रही है. इसे लेकर जनपद सदस्य रामहेत जाटव, बलवीर सिंह, अजीत, जगदीश सिंह, भूपेन्द्र सिंह, कोक सिंह, कप्तान सिंह ने उनके साथ मारपीट कर दी.
बुधवार की सुबह यह मामला तूल पकड़ गया और 96 गांव जाटव समाज सुधार समिति के कार्यकर्ता और डबरा नगर पालिका अध्यक्ष सत्यप्रकाशी परसेड़िया के नेतृत्व में दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग को लेकर थाने का घेराव करने पहुंच गए. तनाव बढ़ता देख पुलिस ने दोपहर में सीताराम जाटव की रिपोर्ट पर 30 लोगों के खिलाफ आईपीसी की धारा 147, 148, 149, 323, 294, 336, 452, 506, 124 ए और एससी-एसटी एक्ट का मामला दर्ज कर लिया है.
आरोपियों के नाम चन्द्रमोहन शर्मा, हरनाम सिंह, प्रदीप सिंह, राजेन्द्र, हरबल्लभ योगी, रामहेत, अवधेश, संदीप, मुकेश पवैया, राजू, शेख सिंह पवैया, मजबूत सिंह, किल्लू, राहुल योगी, बंटी ठाकुर, सूरज, राजवीर सिंह, अंकित, अजय, दलवीर सिंह, सोनू, महेश शर्मा, माखन सिंह, शिवकुमार, पिंकू, आकाश, सुनील योगी, माखन योगी, सुनील, कल्लू योगी हैं.
पुलिस ने 30 लोगों पर एफआईआर दर्ज की है. इसमें धारा 124 ए भी शामिल है. अभिभाषक संघ के अध्यक्ष अनिल शुक्ला ने बताया कि 124 ए धारा राष्ट्रद्रोह की है. साथ ही पुलिस ने जो एफआईआर दर्ज की है, उसमें यह अंकित किया गया है कि इन लोगों ने बाबासाहेब का पुतला लेकर फेरी लगाई और अम्बेडकर मुर्दाबाद के नारे भी लगाए. साथ ही दलित समाज के कुछ लोगों से मारपीट भी की. इस संबंध में देहात एएसपी योगेश्वर शर्मा ने बताया कि चरखा गांव में जो विवाद हुआ है, उस संबंध में बलबा, मारपीट का मामला दर्ज किया है. राष्ट्रद्रोह जैसा कुछ नहीं है. यदि कोई देश के खिलाफ टिप्पणी करता है या देश को नुकसान पहुंचाता है, उसके खिलाफ ही राष्ट्रद्रोह का मामला दर्ज किया जाता है.
चरखा के जनपद सदस्य रामहेत जाटव ने कहा कि सवर्ण समाज के लोगों की ओर से डॉ. अम्बेडकर का पुतला लेकर गांव में फेरी लगाई गई. साथ ही अम्बेडकर मुर्दाबाद के नारे लगाए गए. जब इसका विरोध किया तो उन्होंने मारपीट शुरू कर दी.

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