लखीमपुर। योगीराज में आम आदमियों का तो बुरा हाल है ही उनकी पार्टी के विधायक तक सुरक्षित नहीं है. लखीमपुर के सदर विधायक योगेश वर्मा व उनके प्रतिनिधियों पर शनिवार देर रात खनन माफिया ने फायरिंग कर दी. विधायक व उनके प्रतिनिधि का कहना है कि हमले की ये घटना अवैध खनन का विरोध के कारण हुई. विधायक के प्रतिनिधि शांतनु तिवारी की तहरीर पर तीन के खिलाफ नामजद व एक अज्ञात के खिलाफ पुलिस ने केस दर्ज किया है.
जानकारी देते हुए छाउछ निवासी शांतनु तिवारी ने बताया कि शनिवार रात 11 बजे वह सदर विधायक योगेश वर्मा के साथ जिला अस्पताल से उनके राजगढ़ स्थित घर गाड़ी से जा रहे थे. ओवरब्रिज के पास बालू भरी सात ट्रैक्टर-ट्रॉली आईं, जिसमें एक ट्रैक्टर चालक ने उनकी गाड़ी में टक्कर मारने का प्रयास किया. इसमें उनके चालक राजू ने गाड़ी किनारे कर ली. तभी खनन माफिया प्रेम वर्मा निवासी कार से वहां आ गए और शांतनु तिवारी व सदर विधायक योगेश वर्मा पर अवैध खनन का विरोध करने को लेकर लाइसेंसी व अवैध असलहों से फायर कर दिए.
इसी बीच शांतनु व चालक राजू वर्मा के शोर मचा देने पर कुछ लोग व पुलिस आ गई और तीनों को पकड़कर कोतवाली ले आई. साथ ही बालू भरे उक्त सातों ट्रैक्टर-ट्रॉलियों को भी कब्जे में ले लिया पर कुछ समय बाद ही तीनों आरोपी रात में ही कोतवाली से भाग गए. पुलिस की लापरवाही पर विधायक समर्थकों के साथ रात में ही कोतवाली गेट पर धरने पर बैठ गए.
विधायक ने बताया कि अवैध खनन का मामला और विधायक पर जानलेवा हमले जैसी घटना के बाद भी मामले पर बोलने से एसपी दिन भर बचते रहे. शनिवार देर रात से लेकर रविवार सुबह तक इतना सब हो गया, लेकिन एसपी डॉ. एस चन्नप्पा ने मामले में किसी भी कार्रवाई की जानकारी नहीं दी. रविवार दोपहर एसपी डॉ. एस चन्नप्पा को उनके सरकारी आवास परिसर से ही फोन मिलाया गया, लेकिन कई बार घंटी जाने पर भी फोन नहीं उठाया.

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