नई दिल्ली। दलित, आदिवासी और पिछड़े समाज के साथ हो रहे अत्याचार और उनके अधिकारों पर डाका डालने की कोशिश के खिलाफ तमाम बुद्धीजिवियों और बहुजन समाज के भिन्न-भिन्न संगठनों ने 5 मार्च को भारत बंद का ऐलान किया है. इस दौरान देश भर में मौजूद बहुजन समाज के लोगों से इस बैठक में शामिल होकर वंचित तबके के अधिकार को और संविधान को बचाने की गुहार लगाई गई है. इसका आयोजन संविधान बचाओ संघर्ष समिति सहित तमाम संगठनों ने किया है.
राजधानी दिल्ली सहित देश के तमाम हिस्सों में बड़ी संख्या में लोग इसकी तैयारियों में जुट गए हैं. खास तौर पर उच्च शिक्षा में अनुचित रोस्टर प्रणाली को लागू किए जाने के खिलाफ उच्च शिक्षा के शिक्षकों और शोधार्थियों में खासा रोष है. तो वहीं जंगल से बेदखल करने को लेकर आदिवासी समाज भी गुस्से में है. वर्तमान वक्त में देश के संविधान पर भी तमाम हमले हो रहे हैं, जिसकी वजह से देश के वंचितों के अधिकारों पर संकट गहरा गया है. इसको लेकर पूरे बहुजन समाज के लोग सड़कों पर आने की तैयारी में हैं.

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