ताजमहल पर चारों खाने चित हुई भाजपा…

Sangeet Som

नई दिल्ली। भारत जैसा देश अपने मजबूत लोकतंत्र के लिए विश्वभर में प्रसिद्ध है. भारतीय लोकतंत्र की दुनियाभर में मिसालें दी जाती हैं. लेकिन जबसे केंद्र में भाजपा सरकार बनीं है, तबसे भारतीय लोकतंत्र चरमराने लगा है. इसकी वजह भारतीय जनता पार्टी के नेता है. जो आए दिन सांप्रदायिक बयान देते हैं. कभी रास्तों और जगहों के नाम बदल देते हैं और तो कभी एक विशेष वर्ग के लोगों को निशाना बनाते हैं. भाजपा अब भारतीय इतिहास को बदलने की भी कोशिश कर रही है.

इसी कड़ी में भाजपा विधायक संगीत सोम ने ताजमहल को लेकर 15 अक्टूबर को एक विवादित बयान दिया. विधायक ने कहा था कि गद्दारों के बनाए ताजमहल को इतिहास में जगह नहीं मिलनी चाहिए. ताजमहल भारतीय संस्कृति पर धब्बा है. इतना ही नहीं, भाजपा विधायक ने तो भारतीय इतिहास को बदलने की भी बात कह दी.

सोम ने कहा कि ये कैसा इतिहास, किस काम का इतिहास है जिसने अपने पिता को ही कैद कर डाला था. इन लोगों ने हिंदुस्तान में हिन्दुओं का सर्वनाश किया था. संगीत सोम ने कहा कि अब भाजपा सरकार देश के इतिहास से बाबर, अकबर और औरंगजेब की कलंक कथा को इतिहास से निकालने का काम कर रही है.

इस बयान के बाद विधायक और भाजपा का विरोध होना शुरू हो गया. सबसे पहले अखिल भारतीय मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने प्रतिक्रिया दी. ओवैसी ने कहा है कि लाल किले को भी गद्दार ने ही बनाया है तो क्या पीएम मोदी लाल किला पर तिरंगा नहीं फहराएंगे?

असदुद्दीन ओवैसी ने ट्वीट किया कि दिल्ली में हैदराबाद हाउस को भी ‘गद्दार’ ने ही बनाया था. क्या मोदी विदेशी मेहमानों को यहां आने से रोकेंगे. ‘गद्दारों ने ही लाल किले को भी बनाया था क्या मोदी वहां तिरंगा फहराना बंद कर देंगे क्या मोदी और योगी देशी और विदेशी सैलानियों को ताजमहल नहीं जाने के लिए कहेंगे.”

इसके बाद पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस अध्यक्ष ममता बनर्जी ने बीजेपी पर तंज कसते हुए कहा कि अगर वह भारत का ही नाम बदल देंगे तो हम कहां जाएंगे? ममता बनर्जी ने कहा कि हाल ही में मुगलसराय स्टेशन का नाम बदलकर पंडित दीन दयाल उपाध्याय स्टेशन करने वाली भाजपा ने ताज महल को क्यों छोड़ दिया? उसका नाम क्यों नहीं बदला? अगर भाजपा ने अपने देश का नाम बदल दिया तो हम कहां जाएंगे?’

समाजवादी पार्टी के नेता आजम खान ने कहा कि सिर्फ ताजमहल ही क्यों पार्लियामेंट, राष्ट्रपति भवन, कुतुब मीनार सब को गिरा देना चहिए. उन सभी इमारतों को गिरा देना चाहिए जिनसे कल के शासकों की बू आती है.

इन सब के बीच भाजपा विधायक और सांसद संगीत सोम के समर्थन में बयान दे रहे हैं. जीवीएल नरसिम्हा राव ने कहा है कि अंग्रेजों से ज्यादा क्रूर और उत्पाती मुस्लिम शासक थे. राव ने कहा कि अंग्रेजों ने जितनी लूट और देश की बर्बादी की उससे कई गुना ज्यादा मुस्लिम शासकों ने किया है.

तो सुब्रमण्यम स्वामी तो जीवीएल से एक कदम आगे बढ़ते हुए कहा कि ताजमहल चोरी की जमीन पर बना है. शाहजहां ने उसके लिए जयपुर के राजा पर जमीन देने का दबाव बनाया था, मुआवजे के तौर पर 40 गांव दिए गए थे. अब आप ही सोचिए चोरी की जमीन पर कौन मुआवजा देता है? स्वामी दावा कर रहे हैं कि वह इस जुड़े सबूत भी लोगों को दिखाएंगे.

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