
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में महिला उत्पीड़न का एक शर्मनाक मामला सामने आया है. हमीरपुर जिले के एक गांव में कुरारा थाना क्षेत्र की महिला ने चार दबंगों पर गैंगरेप और निर्वस्त्र कर पूरे गांव में घुमाने का आरोप लगाया है. महिला का यह भी कहना है कि आरोपियों ने उसे जान से मारने के कई प्रयास किए लेकिन वह किसी तरह से बच निकली. गंभीर रूप से घायल पीड़ित महिला का इलाज अस्पताल में चल रहा है.
इस घटना को पूरा देख तमाशाबीन बने देख रहा था लेकिन किसी की हिम्मत ना हुई कि बदमाशों को रोके. इस बीच किसी ने पुलिस को पूरे मामले की सूचना दे दी. जानकारी मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस ने गंभीर रूप से घायल महिला को इलाज के लिए जिला अस्पताल में भर्ती करवाया. इस पूरे मामले में पुलिस ने साधारण मारपीट की धाराओं में मुकदमा दर्ज करते हुए दबंगों को बचाने के प्रयास किए हैं. पुलिस ने महिला के आरोपों को झूठा बताते हुए मारपीट, गाली-गलौज की धारा 323, 504, 506, के तहत मामला दर्ज किया है.
हाईकोर्ट का आदेश
जिसके बाद हाईकोर्ट का आदेश है कि महिला द्वारा रेप के आरोप लगाने भर से पुलिस को तत्काल मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई शुरू करनी चाहिए लेकिन इस मामले में पुलिस ने न महिला का मुकदमा दर्ज किया और न ही उसका मेडिकल करवाया. बल्कि मामले को मारपीट की धाराओं में तब्दील कर रफा-दफा कर दिया. इस मामले में हमीरपुर के पुलिस अधीक्षक अजय कुमार सिंह का कहना है कि रविवार को कुछ लोगों द्वारा महिला के साथ मारपीट और रेप करने की शिकायत मिली थी. सीओ सदर मामले की जांच कर रहे हैं. फिलहाल महिला का इलाज चल रहा है.
Read Also-दंगाईयों को ‘आजादी’, मुसलमानों पर रासुका: रिहाई मंच
- दलित-बहुजन मीडिया को मजबूत करने के लिए और हमें आर्थिक सहयोग करने के लिये दिए गए लिंक पर क्लिक करें https://yt.orcsnet.com/#dalit-dastak

दलित दस्तक (Dalit Dastak) एक मासिक पत्रिका, YouTube चैनल, वेबसाइट, न्यूज ऐप और प्रकाशन संस्थान (Das Publication) है। दलित दस्तक साल 2012 से लगातार संचार के तमाम माध्यमों के जरिए हाशिये पर खड़े लोगों की आवाज उठा रहा है। इसके संपादक और प्रकाशक अशोक दास (Editor & Publisher Ashok Das) हैं, जो अमरीका के हार्वर्ड युनिवर्सिटी में वक्ता के तौर पर शामिल हो चुके हैं। दलित दस्तक पत्रिका इस लिंक से सब्सक्राइब कर सकते हैं। Bahujanbooks.com नाम की इस संस्था की अपनी वेबसाइट भी है, जहां से बहुजन साहित्य को ऑनलाइन बुकिंग कर घर मंगवाया जा सकता है। दलित-बहुजन समाज की खबरों के लिए दलित दस्तक को ट्विटर पर फॉलो करिए फेसबुक पेज को लाइक करिए। आपके पास भी समाज की कोई खबर है तो हमें ईमेल (dalitdastak@gmail.com) करिए।
