नई दिल्ली। यूजीसी नेट एग्जाम का आयोजन इस साल 5 नवंबर को आयोजित किया जाएगा. ऑनलाइन फॉर्म भरने की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है. इस साल सीबीएसई यूजीसी नेट में कई अहम बदलाव किए गए है जिसमें से एक महत्वपूर्ण बदलाव जेंडर को लेकर भी किया गया है. सीबीएसई नेट की फॉर्म में अब थर्ड जेंडर का भी कॉलम होगा. अभी तक सिर्फ पुरुष और स्त्री का ही कॉलम होता था, लेकिन सीबीएसई ने ट्रांसजेडर्स की सहूलियत के लिए अब ऑनलाइन फॉर्म में लिंग वाले कॉलम में ट्रांसजेंडर का भी विकल्प दिया है. बता दे इससे पहले रेलवे रिजर्वेशन फॉर्म और इग्नू में भी थर्ड जेंडर के लिए कॉलम बनाया गया है.
सीबीएसई नेट के लिए 11 सितंबर तक आवेदन किया जा सकता है. वही12 सितंबर तक इसके लिफ फीस भर सकते है. इसके अलवा बोर्ड ने पिछले चार सालों में तीसरी बाद नेट की फीस बढ़ाई है. 2013 में जनरल कैटेगरी के लिए 400 रुपए थे. 2016 में इसे बढ़ाकर 600 रुपए कर दिए गए वही इस साल जनरल कैटेगरी के स्टूडेंट्स को 1000 रुपए शुल्क देना होगा.
नेट एग्जाम में तीन पेपर आयोजित है. पहले पेपर में जनरल कैटेगरी के अभ्यार्थी को 40 प्रतिशत, दूसरे पेपर में भी 40 प्रतिशत और थर्ड पेपर में 50 प्रतिशत माक्र्स लाने होते थे. लेकिन इस बार तीनों पेपरों में 40 प्रतिशत माक्र्स लाने होंगे.
मिलेगा गलती सुधारने का मौका
इस बार यूजीसी नेट एग्जाम में कैंडीडेट्स को ऑनलाइन त्रुटि सुधार करने का मौका दिया जाएगा. कई अभ्यर्थी जल्दबाजी में गलत एंट्री कर देते हैं. ऐसे में एग्जाम पास करने वाले कैंडीडेट्स के प्रमाण पत्र में कोई त्रुटि न रह जाए. इसलिए त्रुटि सुधारने का मौका दिया जाएगा. फॉर्म में गलती सुधारने के लिए 19 से 25 सितंबर तक का मौका दिया जाएगा.
आधार कार्ड जरूरी
इस बार फॉम फील करने के दौरान अभ्यार्थी को आधार कार्ड का नंबर भी मेंशन करना होगा. यूजीसी का मानना है कि आधार का उपयोग करने से आवेदकों के विवरण में प्रमाणिकता आएगी. इसमें परीक्षा केंद्र में सुविधाजनक तथा बिना परेशानी के आवेदकों के पहचान को सुनिश्चित करने में भी मदद मिलेगी. आवेदक ऑनलाइन आवेदन करते समय अपनी आधार संख्या, नाम, जन्मतिथि एवं लिंग डालना होगा ताकि उसका पहचान और प्रमाणिकता सुनिश्चित की जाए.
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