नई दिल्ली। भीमा-कोरेगांव की आग पुणे से निकल कर मुंबई और अब मुंबई से निकलकर महाराष्ट्र के तमाम क्षेत्रों के अलावा गुजरात, मध्यप्रदेश और उत्तर प्रदेश और दिल्ली तक में फैल गई है. महाराष्ट्र के औरंगाबाद में प्रदर्शनकारियों ने जमकर प्रदर्शन किया, जिसकी वजह से वहां भारी मात्रा में पुलिस बल तैनात करना पड़ा. इसी तरह नागपुर में तमाम स्कूल-कॉलेज और दुकानें बंद रही. पत्थरबाजी के कारण यहां एक व्यक्ति के घायल होने की खबर है.
पुणे के नजदीक और एनसीपी नेता शरद पवार के गढ़ बारामती में भी विरोध का काफी असर रहा. यहां भी दुकाने बंद रही और प्रशासन ने बसों का संचालन रोक दिया. शरद पवार इस मुद्दे पर दलितों के आंदोलन का समर्थन कर रहे हैं. दक्षिण महाराष्ट्र के सांगली और मिराज में भी विरोध देखने को मिला.
विरोध की यह आग महाराष्ट्र से होकर मध्यप्रदेश आ गई. भीमा-कोरेगांव की घटना के विरोध में दलित संगठनों ने यहां भी बंद रखा. गुजरात के जूनागढ़ मे भी प्रदर्शन हुए. महाराष्ट्र औऱ गुजरात में भड़की हिंसा को देखते हुए उत्तर प्रदेश में भी हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है. इससे पहले दिल्ली में भी भीमा-कोरेगांव की आग पहुंच गई. घटना के विरोध मे अम्बेडकरवादी सगठनों ने दिल्ली स्थित महाराष्ट्र सदन पर जमकर प्रदर्शन किया.
आज 5 जनवरी को भी संसद मार्ग पर राष्ट्रीय दलित महासभा के बैनर तले विरोध प्रदर्शन किया गया. इस विरोध प्रदर्शन में भीम आर्मी के संस्थापक चंद्रशेखर रावण पर से रासुका हटाने और कोरेगांव में अम्बेडकरवादियों पर पत्थरबाजी के विरोध में अशोक भारती के नेतृत्व में प्रदर्शन किया गया.

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