राजनीतिक फायदे के लिए तमाम दल और नेता भले ही बाबासाहेब के नाम की दुहाई दें, जमीन पर समाज के जातिवादी तबके में बाबासाहेब आंबेडकर को लेकर कितनी नफरत है, यह कर्नाटक में देखने को मिला। कर्नाटक के तुमकुरु जिले में दलित समाज के दो युवकों के साथ महज इसलिए मार-पीट की गई क्योंकि वो ‘जय भीम’ गाना बजा रहे थे। जातिवादियों ने इस दौरान दलितों को जातिवादी गालियां भी दी। पुलिस ने इस मामले में एक रेलवे अधिकारी चंद्रशेखर के अलावा नरसिंह राजू के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। घटना चार जनवरी की है।
खबरों के मुताबिक सिरिवारा गांव के निवासी दीपू (19) और नरसिंह मूर्ति (32) शाम को अपने टाटा ऐस वाहन में जा रहे थे। इस दौरान उन्होंने अपनी गाड़ी में ‘जय भीम’ गाना बजा रखा था। तभी वहां से मोटरसाइकिल पर सवार आरोपियों ने वाहन को रोका और पीड़ितों से उनकी जाति पूछी और ‘जय भीम’ गाने को बजाने के लिए उनके साथ मारपीट शुरु कर दी।
पुलिस निरीक्षक सुनील कुमार के मुताबिक आरोपी घटना के बाद मोटरसाइकल से भाग निकले। पुलिस अधिकरी ने बताया कि दोनों पीड़ितों का सरकारी अस्पताल में इलाज चल रहा है। हमने एससी/एसटी (अत्याचार निवारण) अधिनियम और बीएनएस की धारा 109 (हत्या की कोशिश) के तहत मामला दर्ज किया है। हालांकि खबर लिखने तक हमारी जानकारी के मुताबिक आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं हो सकी थी।
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