Thursday, August 7, 2025

ओपीनियन

That’s how India celebrated Buddha Poornima!

2018 Buddha Poornima, was a day of celebration and reverence as the day went by in India. We present you updates from various corners of the country where Buddha Poornima was celebrated with reverence and Dhamma values were shared and propagated. Starting on the day...

बौद्ध धर्म क्यों अपना रहे हैं भारत के दलित?

रविवार की रात को बुद्ध पूर्णिमा के पावन अवसर पर गुजरात के ऊना गांव के दलित परिवार समेत राज्य के विभिन्न स्थानों से आये 300 से अधिक दलितों ने अंबेडकर द्वारा प्रचारित बौद्ध धर्म को अंगीकार किया. बौद्ध धर्म के मानने वालों के लिए बुद्ध...

श्रमिकों के बारे में क्या सोचते थे डॉ. आंबेडकर?

आज 1 मई को अंतरराष्ट्रीय श्रमिक दिवस है. भारत के श्रमिक वर्ग के शत्रु कौन हैं और श्रमिक वर्ग की मूल समस्या क्या है? इस बारे में डॉ. आंबेडकर ने कहा है कि "मेरी मान्यता यह है कि इस देश में कामगारों को दो...

राजनीति में भाषाई हिंसा का दौर

आज मुझे राजनीति का पुराना चलन याद आ रहा है, जब सत्ता पक्ष और विपक्ष के सदस्य सदन में एक दूसरे का वैचारिक आधार पार जमकर विरोध करते थे किंतु उनमें पारस्परिक वैमनस्य दूर-दूर तक नहीं पनप पाता था. आपसी सदभाव देखने को मिलता...

बलात्कारी आशाराम बापू का ‘ब्रह्मज्ञान’

पिछले दिनों बलात्कार के जुर्म के लिए आशाराम को सजा हुई. आशाराम ने कोर्ट में बचाव में जो दलीलें पेश की थीं उनमें एक दलील बड़ी रोचक और ध्यान देने वाली है. बलात्कारी आशाराम की दलील थी कि ब्रह्मज्ञानी व्यक्ति किसी के साथ भी...

आरक्षण खत्म होना चाहिए

मैं भी आप का समर्थन करता हूँ कि "आरक्षण बंद होना चाहिए", लेकिन "सब को शिक्षा सब को काम" की भी मांग कर रहा हूँ. 30 प्रतिशत सवर्ण भूमिहीन हैं. 20 प्रतिशत सवर्णों के पास 100 बीघे से भी अधिक जमीनें हैं. मैं सरकार...

बलात्कार पर सजा-ए-मौत का कानून काफी नहीं है

कठुवा और उन्नामव में हुए गैंग रेप और उस पर देश भर की जनता के आक्रोश का असर यह पड़ा की केंद्र सरकार ने त्वरित कदम उठाते हुए 24 घंटे के भीतर ही रेप पर मौत की सजा के अध्यादेश को मंजूरी दे दी....

दलितों को गुमराह करती राजनीति

2019 में लोकसभा चुनाव होना अपेक्षित है. समय पर चुनाव होंगे कि नहीं, यह एक बड़ा प्रश्न है. कारण ये है कि भाजपा के पिछले चार वर्ष में सामान्यत: कुछ विकास दिखा ही नहीं है सिवाय इसके कि कभी गाय के नाम पर, कभी...

India bleeds marginalised pain!

How do you sleep these days? Media and pictures of rape victims of 8-months-old girl child in Delhi, 17-year old Unnao victim, Kathau’s 8-year old child to women from various ages flood life around. Pictures of the 8-year-old Kashmiri girl from Kathua and the...

When media colludes with the State

Narratives are created and meanings subverted, represented, coined, symbolized and disseminated all in assistance of power. Now it becomes a natural rationale to question where lays such power and in whose hands does it function and rest; and for what purpose? It becomes essential...

​उस 14 अप्रैल ने मेरी जिंदगी बदल दी​

कुछ तारीखे आपकी सोच बदल देती हैं... मेरे लिए ऐसी ही एक तारीख 14 अप्रैल 2000 है... आज से 18 साल पहले उस दिन भी बाबा साहेब अंबेडकर की जयंति थी... मैं तब इंदौर के भास्कर टीवी में रिपोर्टर था... मेरे बॉस ने मुझे...

बदहाल शिक्षा व्यवस्था का जिम्मेदार कौन

कुछ दिनों पहले हुई उत्तर प्रदेश बोर्ड की परीक्षाओं में जो तथ्य सामने आए हैं, वह वाकई में शर्मसार कर देने वाले हैं. या यूं कहें कि जिन तथ्यों को सरकार द्वारा जनता को एक सुंदर थाली में सजाकर पेश किया गया है, वह...

इरा के सवाल

जिस जम्मू एवं कश्मीर को धरती का स्वर्ग के रूप में जाना जाता है, इसी जम्मू-कश्मीर के कठुआ जिले में रहने वाली 8 वर्षीय बच्ची आसिफा बानो के साथ सामूहिक बलात्कार की घटना घटित हुई. ये खबर सुनकर मेरा मन बहुत विचलित हुआ और...

अम्बेडकर को लेकर पीएम मोदी का झूठ

2014 में अप्रत्याशित बहुमत से राजनीति में एक नये अवतार का अवतरण हुआ. किंतु बड़े-बड़े झूठ और जुमलों की बरसात के साथ. यदि यह मान भी लिया जाए कि चुनावी भाषणों का कोई मापदंड नहीं होता है तो भी कुछ तो नैतिकता होनी ही...

आंबेडकरवाद पर ग्रहण

14 अप्रैल को लखनऊ के किंग जार्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी में डॉक्टरों द्वारा आयोजित एक भव्य आंबेडकर जयंती समारोह में शिरकत करने के बाद जब मैं लखनऊ के गोमती नगर अवस्थित सामाजिक परिवर्तन स्थल की ओर जा रहा था: दारुल सफा के सामने गुजरते एक...

आसिफा के न्यायप्रिय हत्यारे

'आसिफा को न्याय' (जस्टिस फॉर आसिफा) की गुहार दिल्ली से संयुक्त राष्ट्र संघ तक गूँज रही है. सामाजिक-नागरिक संगठन आसिफा की सामान्य और मृतावस्था की तस्वीर लगा कर अपने नाम के बैनर-झंडे लहराते हुए, नारे लगते हुए आसिफा को न्याय दिलाने के लिए...

बहुजन नायकों और ब्राह्मणवादी गुरुओं का भेद

गौतम बुद्ध को पता चल चुका था कि उनकी मृत्यु तय हो चुकी है. एक गरीब लोहार के घर जहरीला भोजन खाने से उनके शरीर में जहर फैलने लगा था. गौतम बुद्ध जहर को अपने शरीर में फैलता हुआ अनुभव कर रहे थे. उन्होंने...

दो अप्रैल के भारत बंद पर कांचा इलैया की टिप्पणी

दो अप्रैल के भारत बंद का आह्वान गैर-राजनैतिक दलित समूहों ने किया था. इसने हिंदी पट्टी में हमेशा से शोषित रहे दलित समुदाय की लामबंदी की नई क्षमताओं का परिचय दिया. अपने संवैधानिक अधिकारों की रक्षा के लिए उनके संघर्ष ने नरेंद्र मोदी के...

मोदी के दलित बनाम योगी के दलित !

यूपी में बीजेपी के अंदर दलित-दलित खेला जा रहा है. योगी के दलित बनाम मोदी के दलित. पहले बीजेपी के 4 दलित सांसदों ने सीएम योगी के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए पीएम मोदी को चिट्ठी लिख दी. रॉबर्ट्सगंज के सांसद छोटेलाल खरवार ने तो...

भारत की घृणा आधारित संस्कृति

एक अफ़गान मित्र जो कि वरिष्ठ एन्थ्रोपोलोजिस्ट (मानव-विज्ञानी/समाजशास्त्री) हैं और जो राजनीतिक शरणार्थी की तरह यूरोप में रह रही हैं शाम होते ही कसरत करने लगीं, दौड़ने लगीं, वे अकेली नहीं थीं उनके साथ स्थानीय यूरोपीय लड़कियां और दो अमेरिकी अधेड़ प्रोफेसर भी कसरत...
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ओपीनियन

प्रो. नन्दू राम: भारतीय समाजशास्त्र को समग्रता प्रदान करने वाले समाजशास्त्री

भारतीय समाजशास्त्र में प्रो. नन्दू राम अगर अपनी लेखनी से भारत की एक-चौथाई जनता का समाजशास्त्रीय सच प्रकाशित एवं स्थापित नहीं करते तो भारतीय...

राजनीति

झारखंड और हेमंत सोरेन का दुनिया भर में नाम

नई दिल्ली/रांची। झारखंड की महिलाओं को आत्मनिर्भर और सशक्त बनाने की दिशा में शुरू की गई मुख्यमंत्री मंइयां सम्मान योजना को अब अंतरराष्ट्रीय मंच...
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