रांची। मंगलवार 11 जुलाई को आदिवासी सेंगेल अभियान ने रवींद्र भवन परिसर से जन विरोधी रघुवर सरकार के खिलाफ अभियान शुरू किया. मुर्मू जिला कमेटी के कई नेताओं के नेतृत्व में विशाल जुलूस निकाला गया. जुलूस में आस पास के ग्रामीणों क्षेत्रों से सैकड़ों की संख्या में शामिल हुए, जो रघुवर दास के खिलाफ नारे बाजी कर रहे थे.
इसमें महिलाओं की संख्या काफी अधिक रही. जुलूस रवींद्र भवन से निकल कर शहर के विभिन्न मुख्य मार्गों से होकर गुजरने के बाद पुन: रवींद्र भवन से लौटकर समाप्त हुआ. अपनी बात रखते हुए सालखन मुर्मू ने कहा कि झारखंड अदिवासी मूलवासियों की वर्तमान दुर्दशा के लिए भाजपा, आरएसएस सरकार सभी 28 आदिवासी एमएलए और पूंजीपति उद्योगपति दोषी हैं. लेकिन सर्वाधिक दोषी सभी आदिवासी एमएलए हैं, जो आदिवासी समाज की फिक्र छोड़ अपनी पेट परिवार पार्टी के स्वार्थ में लिप्त हैं. नतीजतन आज आदिवासी मरने की कगार पर खड़े हैं.आदिवासी विधायक चाहते तो झारखंड में कोई गैर आदिवासी मुख्यमंत्री और टीएसी का सदस्य नहीं बन पाता.
उन्होंने कहा कि एएसए सभी 28 आदिवासी एमएलए विधायकों के खिलाफ विरोध जताने के लिए यह कार्यक्रम है. अब भाजपा और जेएमएम खेल रहे हैं. अपनी-अपनी संपत्ति और जमीन घोटालों को लेकर एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगाकर जनता को बेवकूफ बना रहे हैं, पक्ष-विपक्ष दोनों को 17 वर्षों को समय मिला लेकिन जनता बेहाल है. पूरे देश में दलितों के उपर अत्याचार के मामले सामने आ रहे हैं तो झारखंड़ जैसे क्षेत्रों में आदिवासियों का शोषण भी लगातार जारी है.

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