बेंगलुरु। लंबे समय के बाद कर्नाटक की राजनीति हलचल में विराम लगा. बीजेपी कर्नाटक में सरकार बनाने में असफल सिध्द हुई. इसके साथ ही खबर मिल रही है कि सोमवार को जेडीएस अध्यक्ष एचडी कुमारस्वामी कर्नाटक के नए सीएम पद की शपथ ले सकते हैं. उनके साथ कांग्रेस के जी परमेश्वर को उप मुख्यमंत्री का पदभार सौंपा जा सकता है.
मायावती का रहा अहम रोल
बसपा प्रमुख मायावती ने त्रिशंकु विधानसभा वाली सरकार का सपना कांग्रेस-जेडीएस को दिखाया था. गौरतलब है कि इसको लेकर एचडी देवगौड़ा व सोनिया गांधी से लंबी बात कर गठबंधन कराई थी. इसके बाद कांग्रेस-जेडीएस ने एकजुट होकर लड़ाई लड़ी और बीजेपी को पटखनी दी. मायावती द्वारा बनाई गई रणनीति रंग लाई और बीजेपी को करारी हार का सामना करना पड़ा. हालांकि बसपा के कर्नाटक विधायक एन महेश को बीजेपी ने ऑफर किया था जिसके बाद उनको करारा जवाब मिला था.
भावुक हो हार मानें येदियुरप्पा
इस्तीफे से पहले बीएस येदियुरप्पा ने भाषण दिया. भाषण के दौरान वह भावुक हो कहा कि वह किसानों के लिए लड़ाई जारी रखेंगे. कांग्रेस-जेडीएस ने अलग-अलग चुनाव लड़ा लेकिन सरकार बनाने के लिए एकजुट हो गए. हालांकि इसके बाद कांग्रेस-जेडीएस के विधायकों में खुशी की लहर दौड़ पड़ी. आखिरकार सुप्रीम कोर्ट द्वारा दिए गए निर्देश का फायदा कांग्रेस व जेडीएस को मिला.
बता दें कि 15 मई 2018 को मतगणना के बाद कर्नाटक विधानसभा में किसी को भी पूर्ण बहुमत नहीं मिला. बीजेपी को 104 सीट पर जीत दर्ज की जबकि कांग्रेस 78 सीटों पर जीत दर्ज की. जेडीएस के खाते में 38 सीट गई जीत दर्ज करने में सफल रहे. कोर्ट के आदेश के अनुसार 19 मई की शाम 4 बजे कर्नाटक विधानसभा में फ्लोर टेस्ट किया गया.
रिपोर्ट- रवि कुमार गुप्ता
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