9 जनवरी को माता सावित्री बाई फुले की सहयोगी और पहली महिला मुस्लिम शिक्षिका फातिमा शेख की जयंती हुई थी। इस दौरान जब देश भर के लोग उन्हें श्रद्धांजली दे रहे थे, पूर्व अंबेडकरवादी और वर्तमान में भाजपा की मोदी सरकार में मीडिया एडवाइजर के पद पर काम कर रहे दिलीप मंडल ने फातिमा शेख को मिथक बता दिया। उन्होंने दावा किया कि फातिमा शेख जैसा कोई कैरेक्टर नहीं है, और उसे उन्होंने सोशल मीडिया पर क्रिएट किया। इसके बाद तमाम लोगों ने दिलीप मंडल पर फातिमा शेख के अपमान और बहुजन इतिहास पर गलतबयानी करने को लेकर हमला बोला।
इसी कड़ी में दलित दस्तक के संपादक अशोक दास ने इलाहाबाद विश्वविद्यालय के इतिहास विभाग में असिस्टेंट प्रोफेसर विक्रम हरिजन ने तमाम तथ्यों के जरिये दिलीप मंडल को झूठा साबित कर दिया। देखिए वह चर्चा-
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