नई दिल्ली। 2019 के चुनाव में सभी पार्टियां अपना सबसे बड़ा दांव दलित वोटों पर लगा रही है. 2014 में दलितों के भारी समर्थन से सत्ता में आई भाजपा जहां इसे बचाने में जुटी है तो कांग्रेस इसे हर हाल में वापस पाना चाहती है. दलित वोटों को अपने पाले में करने की कवायद के बीच कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने नरेन्द्र मोदी पर सबसे बड़ा हमला बोला है. इसके लिए कांग्रेस पार्टी ने आज 23 अप्रैल से ‘संविधान बचाओ’ अभियान की शुरुआत की है. इस अभियान का मकसद संविधान और दलितों पर कथित हमलों के मुद्दे को राष्ट्रीय स्तर पर उठाना है. अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव से पहले दलित समुदाय के बीच अपनी पैठ बढ़ाने के प्रयास के तहत कांग्रेस का यह अभियान काफी अहम माना जा रहा है. यह अभियान अगले साल संविधान निर्माता भीमराव अंबेडकर की जयंती (14 अप्रैल) तक जारी रहेगा.
दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने मोदी को उन्हीं के बयान से घेरा. कांग्रेस अध्यक्ष ने अपने भाषण की शुरुआत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की किताब ‘कर्मयोगी-नरेंद्र मोदी’ के शब्दों से की. राहुल ने निशाना साधते हुए नरेंद्र मोदी की बात को ही रख दिया, जिसमें मोदी ने कहा था, “जो टॉयलेट को साफ करता है, जो गंदगी उठाता है. उसका क्या अध्यात्म नहीं होता, जो वाल्मिकी समाज करता है. वाल्मिकी समाज का व्यक्ति ये काम अपने पेट को भरने के लिए नहीं करता है, मगर वो ये काम इसलिए करता है क्योंकि वह ये काम अध्यात्म के लिए करता है. उसके माता-पिता आसानी से ये काम छोड़ सकते थे, लेकिन उन्होंने नहीं छोड़ा.”
इस दौरान वहां मौजूद कार्यकर्ताओं ने नरेंद्र मोदी मुर्दाबाद के नारे लगाए तो राहुल गांधी ने नारेबाजी करने से मना कर दिया. इस कार्यक्रम में राहुल गांधी ने मोदी की विचारधारा पर भी हमला किया और देश के हर व्यक्ति से इसे समझने की अपील की. राहुल गांधी ने कहा कि पीएम की विचारधारा दलितों के समर्थन वाली नहीं है. दलितों के खिलाफ अत्याचार बढ़ रहा है लेकिन मोदी जी लगातार चुप रहे हैं. कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि हमारी पार्टी ने देश को संविधान दिया और उसकी 70 साल तक रक्षा भी की. आने वाले चुनाव में देश की जनता अपनी मन की बात बताएगी.
इस कार्यक्रम में कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि आज लोग बाबा साहेब की द्वारा बताई बातों पर नहीं चल रहे हैं. बीजेपी वाले सिर्फ बाबा साहेब की फोटो के आगे झुकते हैं लेकिन उनकी बातों पर अमल नहीं करते हैं. BJP और RSS वाले इस देश में मनु संस्कृति वापस लाना चाहते हैं.
तालकटोरा स्टेडियम में आयोजित हो रहे इस अभियान में शामिल होने देशभर से दलित प्रतिनिधि पहुंच रहे हैं. इनमें कांग्रेस के वर्तमान और पूर्व सांसद, जिला परिषद, नगरपालिका और पंचायत समितियों में पार्टी के दलित समुदायों के प्रतिनिधि और पार्टी की स्थानीय इकाइयों के पदाधिकारी भी हिस्सा ले रहे हैं. अभियान के संबंध में कांग्रेस के एक नेता ने कहा, ‘बीजेपी सरकार में संविधान खतरे में है. दलित समुदाय को शिक्षा और नौकरियों में अवसर नहीं मिल रहे हैं. इस अभियान का मकसद इन मुद्दों को राष्ट्रीय स्तर पर उठाना है.’