लखनऊ। बहुजन समाज पार्टी की एक अहम बैठक कल 26 मई को लखनऊ में होने जा रही है. यह बैठक आम बैठक जैसी न होकर विशेष बैठक होगी. इसमें पार्टी के सभी प्रदेशों के प्रमुख नेता जुटेंगे. पार्टी सूत्रों के मुताबिक इस बैठक में 2019 लोकसभा चुनाव को लेकर रणनीति तय की जाएगी, साथ ही यूपी सहित अन्य प्रदेशों में गठबंधन को लेकर भी आखिरी मुहर लगने की खबर आ रही है. इस बैठक को लेकर सबसे बड़ी खबर यह आ रही है कि पार्टी मायावती को पीएम पद के दावेदार के रूप में प्रस्तुत कर सकती है.
दरअसल, 2019 में मोदी विरोधी मोर्चे को बनाने में जुटी मायावती चुनावी रणनीति और आगामी चुनावों में गठबंधन को लेकर अपना रुख कार्यकारिणी में साफ कर सकती हैं. गठबंधन की रूपरेखा क्या होगी, इसके बारे में भी बैठक में फैसला हो सकता है. कार्यकारिणी की बैठक से ही तीसरे मोर्चे के प्रारूप का भी अंदाजा लग जाएगा.
हरियाणा में गठबंधन
मायावती उत्तर प्रदेश के अलावा हरियाणा में नेशनल लोकदल के साथ गठबंधन का ऐलान कर चुकी हैं. कर्नाटक में उन्होंने जेडीएस के साथ गठबंधन कर विधानसभा चुनाव लड़ा था. इसी तरह दूसरे राज्यों में किन-किन दलों के साथ गठबंधन किया जा सकता है कार्यकारिणी में इस पर भी निर्णय लिया जा सकता है. साथ ही सपा के अलावा यूपी में कांग्रेस और रालोद गठबंधन का हिस्सा होंगे या नहीं इस पर भी फैसला होना हैं.
कर्नाटक में 23 मई को हुए शपथ ग्रहण समारोह में विपक्षी दलों की मौजूदगी के दौरान तमाम नेताओं ने जिस तरह बसपा प्रमुख को तव्वजो दी, उससे पार्टी कार्यकर्ता उत्साहित हैं. समारोह में जिस तरह सोनिया गांधी और मायावती के बीच शुरू से लेकर आखिर तक करीबी और सहजता दिखी, उससे भी कई संदेश गया है. इन तस्वीरों ने जहां विपक्षी दलों की बेचैनी को बढ़ा दिया है तो वहीं इससे बसपा के कार्यकर्ता खासे उत्साहित हैं. बसपा समर्थकों को यह लगने लगा है कि 2019 के लोकसभा चुनाव में उनकी नेता मायावती की भूमिका काफी अहम होगी और अगर परिस्थितियां अनुकूल रहीं तो वो प्रधानमंत्री भी बन सकती हैं.
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