लखनऊ। योगी राज में दलितों के अत्याचार की एक और घटना सामने आई है. दबंग ठाकुरों से बकाया मांगने पर दलितों की जमकर पिटाई की. इस घटना की जानकारी मिलने पर गई पुलिस पर भी हमला बोल दिया. यूपी के गाजीपुर के रेवतीपुर थाना क्षेत्र के नवली गांव में मंगलवार की रात बकाए के विवाद को लेकर दलित और राजपूतों में जमकर लाठी-डंडे चले, पथराव और हवाई फायरिंग भी हुई.
मामला इतना भड़क गया कि काबू पाना मुश्किल भरा हो गया था. स्थिति को संभालने के लिए कई थानों की पुलिस बुलानी पड़ी. लेकिन इससे पहले गुस्साई भीड़ ने डायल 100 पुलिस और रास्ते से गुजर रहे पूर्व मंत्री ओम प्रकाश सिंह की गाड़ी को भी तोड़ दिया. साथ ही दो दर्जन से अधिक गुमटियों/दुकानों में तोड़फोड़ की. गांव में तनाव की स्थिति बनी हुई है. एहतियात के तौर पर पुलिस व पीएसी के जवान तैनात हैं.
राइस मिल में ले जाकर…
पुलिस की जानकारी के अनुसार नवली इंटर कालेज के सामने दलित बस्ती के बब्लू (20) और राजू (25) पुत्र जवाहर राम की मोबाइल रिपेयरिंग और रिचार्ज की दुकान है. मंगलवार की देर शाम ग्राम प्रधान के बेटे रिचार्ज कराने उनकी दुकान पर पहुंचे. लेकिन पहले से ही बकाया के कारण दुकानदार ने उधार चुकता करने को कहा. इस बात से प्रधान का बेटा प्रदीप सिंह गुस्सा में आपा खो बैठा और अपने साथियों के साथ दुकानदार राजू और बब्लू की पिटाई कर दी. इसके बाद उनको उठाकर राइस मिल में ले जा कर बंद कर दिया.
इस बात से नाराज दलित बस्ती वाले दोनों बच्चों को बचाने के लिए राइस मिल जाकर छुड़ा लाए. इस पर प्रधान के परिवार के लोगों ने दलितों को घेरकर मारने लगे और हवाई फायरिंग शुरू कर दी. साथ ही कुछ लोगों ने आसपास की गुमटियों में तोड़फोड़ शुरू कर दी.
अमर उजाला की रिपोर्ट के अनुसार मारपीट में एक पुलिस कर्मी के साथ ही जोखू राम (50), गोलू राम (17), राजू राम (25), खुशी राम (16), मन्नू राम (18), अशोक सिंह (40), रमाशंकर सिंह (65), संजय सिंह (27), प्रदीप सिंह (22) घायल हो गए. पुलिस सभी घायलों को पहले रेवतीपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र और फिर यहां से जिला अस्पताल लाया गया. प्रधान के पति लालबहादुर सिंह ने 15 लोगों के खिलाफ नामजद तहरीर दी है. पुलिस अधीक्षक सोमेन वर्मा ने बताया कि इस मामले में एफआईआर दर्ज कर अभियुक्तों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी.
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