केरल। केरल की राजधानी तिरुअनंतपुरम के पद्मनाभस्वामी मंदिर से हीरे गायब होने की घटना एकदम चौकाने वाली हुई थी, जिसका मामला कोर्ट तक पंहुच गया है. सुप्रीम कोर्ट में मंगलवार यानी आज इसकी सुनवाई होगी. मंदिर ट्रस्ट की तरफ से सुप्रीम कोर्ट में दी गई रिपोर्ट में सोमवार को यह दावा किया गया था कि मंदिर के खजाने से आठ हीरे गायब हैं.
असल में मंदिर के संचालन की पारदर्शिता को लेकर सुप्रीम कोर्ट में केस चल रहा है. इस मामले में सीनियर एडवोकेट गोपाल सुब्रमण्यम एमिक्स क्यूरी के तौर पर लगातार सहयोग कर रहे हैं. उन्होंने उच्चतम न्यायालय में एक रिपोर्ट दाखिल की है, जिसमें कहा गया है कि 6 अगस्त 2016 को इस मामले में एफआईआर दर्ज कराई गई थी.
नियम यह है कि मंदिर में रत्नों की कीमतों का एक रजिस्टर मेंटेन किया जाता है. इस रजिस्टर में कम से कम 70-80 साल पहले के आभूषणों की कीमत का लेखा-जोखा है. सुब्रमण्यम की रिपोर्ट के मुताबिक गायब हुए रत्नों और आभूषणों की आधिकारिक कीमत 21.7 लाख रुपए है. हालांकि ये हीरे प्राचीन धरोहर बताए जा रहे हैं, ऐसे में इनका मार्केट रेट कई गुणा ज्यादा हो सकता है. खबरों के मुताबिक जो हीरे गायब हुए हैं, उनका इस्तेमाल भगवान पद्मनाभस्वामी के तिलक में किया जाता है और उन्हें गर्भगृह के पास ही तिजोरियों में रखा जाता था. अब सवाल यह खड़ा हो गया है की ये हीरे गये तो कहां गये क्योंकि मंदिर के खजाने तक किसी भी आम आदमी की पहुंच नहीं है.
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