लखनऊ। लखनऊ स्थित ‘मान्यवर श्री कांशीराम जी ग्रीन इको गार्डन’ से सात बहुमूल्य तांबे की मूर्तियां चोरी हुई हैं. चोरी होने के तीन दिन बाद कर्मचारियों ने थाने में शिकायत दर्ज कराई. कांशीराम इको गार्डन में हाथी, हिरण, खरगोश, सारस, जिराफ, मगरमच्छ, बत्तख जैसी कई मूर्तियां हैं. जो मूर्तियां चोरी हुई उनमें एक बतख, तीन छोटी बतख, एक खरगोश, एक हाथी और एक हिरन का बच्चा शामिल है.
आलमबाग कोतवाली में दी गई शिकायत में बताया गया है कि इको गार्डन से 7 मूर्तियां चोरी हुईं. गार्डन के गेट पर सुरक्षा वाहिनी और गेट मैन रहते हैं. इनके अलावा यहां से आने-जाने का दूसरा रास्ता नहीं है. शिकायत के आधार पर पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है और जांच कर रही है. इस तहरीर में मूर्तियों की कीमत नहीं बताई गई है, लेकिन अंदाजा लगाया जा रहा है कि इन मूर्तियों की कीमत लाखों में थीं.
आलमबाग थाने के इंसपेक्टर ने बताया कि इको गार्डन में जब दूसरी बार चोरी हुई तब जा कर अधिकारियों की आंखें खुली. इस गार्डन का मुख्य द्वार हमेशा बंद रहता है. बाउंड्रीवॉल इतनी ऊंची है कि कोई आसानी से फांद नहीं सकता है. इसका संदेह विभाग के अधिकारी भी जता रहे हैं.
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पुलिस सुरक्षाकर्मियों और कर्मचारियों से भी पूछताछ कर रही है. इंस्पेक्टर ने बताया कि पार्क में दिन और रात दोनों शिफ्ट में सुरक्षाकर्मी तैनात रहते हैं. ऐसे में मूर्तियों के चोरी होना आसान नहीं है. पुलिस की टीम ने गार्डन का मुआयना भी किया. पुलिस ने पाया कि गार्डन में लगे कई सीसीटीवी कैमरे बंद है, इसलिए इससे कोई सुराग नहीं मिल पाया है. पुलिस आसपास लगे सीसीटीवी कैमरे को भी खगालने लगी है. अभी तक मामले में कोई सुराग नहीं मिल पाया है
‘मान्यवर श्री कांशीराम जी ग्रीन इको गार्डन’ बहुजन समाज पार्टी की अध्यक्ष मायावती का ड्रीम प्रोजेक्ट है. बसपा सुप्रीमो ने ‘मान्यवर श्री कांशीराम जी ग्रीन इको गार्डन’ की लगातार हो रही अनदेखी और उपेक्षा पर चिन्ता व्यक्त की है. उन्होंने कहा कि पहले आग की घटना और अब वहां लगी मूर्तियों की चोरी ने मामले को काफी गम्भीर बना दिया है. जिसके प्रति राज्य सरकार को सख़्त कदम उठाना चाहिए ताकि ऐसी घटनाओं को आगे रोका जा सके.
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बसपा प्रमुख ने कहा कि इससे पहले भी आलमबाग के वीआईपी रोड पर स्थित इको गार्डन व अन्य स्मारकों के रख-रखाव पर भी उचित ध्यान दिये जाने के संबंध में बसपा का प्रतिनिधिमण्डल मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मिल चुका है. उन्होंने कहा कि ग्रीन इको गार्डन एक जनहित का सार्वजनिक पार्क है, जो राजधानी लखनऊ की शोभा बढाता है. दलितों और पिछड़ों में जन्मे महान सन्तों, गुरुओं व महापुरुषों के आदर-सम्मान से जुड़े होने के कारण इन स्थलों से करोड़ों लोगों की भावनायें भी जुड़ी हुई हैं.
गौरतलब है कि इसी साल जून में इस पार्क में भयंकर आग लग गई थी. उस वक्त किसी ने यहां फैली घास-फूस में आग लगा दी थी, जिसने बाद में विकराल रूप धारण कर लिया. इस आग को बुझाने में दमकल विभाग को कड़ी मशक्कत करनी पड़ी थी.
कांशीराम इको गार्डन में राजस्थान में मिलने वाले सेंड स्टोन से बनी मूर्तियां लगाई गई हैं. इन मूर्तियों के लिए अलग से टेंडर निकाला गया था, जिसके बाद इनको यहां लगाया गया. इस हिसाब से इन मूर्तियों की कीमत करोड़ों में आंकी गई थी.
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