गेंदबाजों के लिए डरावना होता जा रहा है वन डे क्रिकेट भी

नई दिल्ली। गेंदबाजो के लिए आतंक का सबब बन गई टी-20 क्रिकेट का इतना असर दिख रहा है कि मानो वह दिन अब दूर नहीं जब 50 ओवरों में 500 रनों का जादुई आकड़ा छू लिया जाए, ऐसा ही कुछ इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया के बीच नॉटिंघम में खेले गए मुकाबले में इंग्लैंड ने ऑस्ट्रेलिया के साथ किया. कहने को मौजूदा वर्ल्ड चैम्पियन है ऑस्ट्रेलिया, लेकिन मेजबान इंग्लैंड के सामने इसकी हालत शेर के सामने मेमने जैसी थी. सीधे शब्दों में कहें तो नॉटिंघम के मैदान पर इंग्लैंड ने ऑस्ट्रेलिया की खातिरदारी में कोई कसर नहीं छोड़ी. नतीजा ये हुआ कि इंग्लैंड ने वनडे का सबसे बड़ा स्कोर तो खड़ा किया ही ऑस्ट्रेलिया को सबसे बड़ी हार रसीद करने के साथ साथ अपनी सबसे बड़ी जीत की स्क्रिप्ट भी लिखी.

नॉटिंघम में खेले सीरीज के तीसरे वनडे में टॉस जीतकर ऑस्ट्रेलिया ने पहले इंग्लैंड को बल्लेबाजी के लिए उतारा. बस फिर क्या था, इंग्लैंड को तो जैसे इसी मौके का इंतजार था. जेसन रॉय और जॉनी बेस्टो ने उतरते ही रंग जमाना शुरू कर दिया. मैदान पर चौके छक्के बरसने लगे. इंग्लैंड का स्कोर बोर्ड रॉकेट की तेजी से आगे बढ़ने लगा. ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी हैरान परेशान थे. वो समझ नहीं पा रहे थे कि चल क्या रहा है. इसी बीच रॉय 82 रन के निजी स्कोर पर रन आउट हो गए. 159 रन के स्कोर पर इंग्लैंड का पहला विकेट गिरा. ऑस्ट्रेलिया ने ये सोचते हुए राहत कि सांस ली कि चलो जोड़ी टूटी, बला टली. पर उन्हें क्या पता था कि असली आफत तो अब मैदान पर उतरी है और इस आफत का नाम था एलेक्स हेल्स.

हेल्स- धमाकेदार पारी बेस्टो की

हेल्स ने हल्ला बोला और ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों को तारे दिखाने शुरू कर दिए. एक छोर से बेस्टो पहले से ही बेजोड़ खेल रहे थे दूसरे छोर से हेल्स ने हालत और पतली कर दी. दोनों के तेज-तीखे और ताबड़तोड़ क्रिकेट की बदौलत इंग्लैंड का स्कोर 35 ओवर से पहले ही 300 के पार जा पहुंचा. इन बनाने की इंग्लिश बल्लेबाजों की जो रफ्तार थी उसके बाद क्रिकेट फैंस तो छोड़िए बड़े बड़े क्रिकेट पंडितों को भी वनडे क्रिकेट की एक पारी में पहली बार 500 रन के आसार दिखने लगे. इसी बीच बेस्टो आउट हो गए. उन्होंने 92 गेंदों पर 139 रन बनाए, जिसमें 15 चौके और 5 छक्के शामिल रहे. पवेलियन लौटने से पहले बेस्टो ने दूसरे विकेट के लिए एलेक्स हेल्स के साथ मिलकर 151 रन की साझेदारी की.

मॉर्गन का सबसे तेज अर्धशतक

हेल्स ने अपनी पारी में 92 गेंदों का सामना करते हुए 147 रन बनाए, जिसमें 16 चौके और 5 छक्के शामिल रहे. कप्तान मॉर्गन ने 21 गेंदों पर अर्धशतक ठोका और सबसे तेज ऐसा करने वाले पहले इंग्लिश बल्लेबाज बने. मॉर्गन 200 से ज्यादा की स्ट्राइक रेट से खेलते हुए 30 गेंदों पर 67 रन बनाए.

वनडे का सबसे बड़ा स्कोर

कुल मिलाकर देखें तो इंग्लैंड के टॉप ऑर्डर के 5 में से 4 बल्लेबाजों ने 50+ का स्कोर बनाया, जिसमें 2 ने अपनी फिफ्टी को शतक में भी बदला. हालांकि, एक वक्त 500 के रिकॉर्ड टारगेट की ओर बढ़ता दिख रहा इंग्लैंड का स्कोर बोर्ड 481 रन पर थम गया. फिर भी इंग्लैंड इंटरनेशनल वनडे का सबसे बड़ा स्कोर बनाने में कामयाब रहा और इस मामले में उसने अपना ही पिछला 444 रन का रिकॉर्ड तोड़ा जो उसने साल 2016 में नॉटिंघम में ही पाकिस्तान के खिलाफ बनाया था.

सबसे बड़ी जीत, सबसे बड़ी हार

इंग्लैंड के इस बड़े स्कोर का पीछा करते हुए ऑस्ट्रेलियाई टीम 37 ओवर में 239 रन पर ऑल आउट हो गई और मुकाबला 242 रन से हार गई. ये रनों के लिहाज से ऑस्ट्रेलिया की सबसे बड़ी हार है तो वहीं इंग्लैंड की सबसे बड़ी जीत भी है.

इसे भी पढें- मोदी सरकार को झटका, मुख्य आर्थिक सलाहकार ने दिया इस्तीफा             

 

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

This site uses Akismet to reduce spam. Learn how your comment data is processed.