गाजियाबाद। दिल्ली से सटे गाजियाबाद में मेरठ हाइ-वे पर महेंद्रपुरी कट के पास स्थित मोदी कपड़ा मिल में बुधवार सुबह मिल प्रबंधन व मजदूरों के बीच झड़प हो गई. आरोप है कि मजदूर दिवस पर मिल प्रबंधन की ओर से दर्जनों राउंड फायरिंग की गई, जिसमें दो मजदूरों को गोली लगी है. करीब 15 साल से बंद पड़ी मोदी कपड़ा मिल के मजदूरों ने आरोप लगाया कि प्रबंधन चोरी-छिपे मिल में पड़ा स्क्रैप बेचना चाहता है. बुधवार को प्रबंधन स्क्रैप निकालने की कोशिश कर रहा था, तभी सैकड़ों की संख्या में मजदूर पहुंच गए.
बवाल की आशंका को देखते हुए करीब 8-10 थानों की फोर्स भी मौके पर बुला ली गई. ताजा जानकारी के मुताबिक प्रबंधन के लोगों को मिल से निकालकर मोदीनगर थाने भिजवाया गया है. उग्र मजदूरों को पुलिस अधिकारी समझा-बुझाकर शांत कराने का प्रयास कर रहे हैं. पुलिस की ओर से फायरिंग के आरोप में प्रबंधन के लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने का आश्वासन दिया जा रहा है.
सूचना के बाद थाना प्रभारी के साथ सीओ मोदीनगर केपी मिश्र, एसपी ग्रामीण नीरज कुमार जादौन मौके पर पहुंचे और आसपास के कई थानों की फोर्स मौके पर बुलाई गई. पुलिस अधिकारी प्रबंधन के लोगों को मिल से बाहर निकालकर और मजदूरों को शांत कराने के प्रयास में जुटे हुए हैं.
गौरतलब है कि मोदी कपड़ा मिल करीब 15 साल पूर्व बंद हो गई थी. उस समय मिल में हजारों की संख्या में कर्मचारी काम कर रहे थे. मिल बंद होते समय मजदूरों को उनका भुगतान नहीं मिला था. उसी समय से मजदूरों और मिल प्रबंधन के बीच भुगतान को लेकर खींचतान चली आ रही है. मजदूरों का आरोप है कि लंबे समय से प्रबंधन चोरी-छिपे मिल में पड़ा स्क्रैप बेचने की फिराक में है. मिल की मशीनरी व अन्य उपकरण रखे हैं, जिनकी कीमत आज भी करोड़ों रुपये में है.
मजदूरों का आरोप है कि बुधवार सुबह 10 बजे उन्हें सूचना मिली की प्रबंधन के कई लोग मिल में घुसे हैं. इसके आधार पर 100-150 मजदूर मिल पहुंचे. आरोप है कि प्रबंधन ने निजी सुरक्षाकर्मियों और बाउंसरों को लगा रखा था. पीछे के रास्ते प्रबंधन स्क्रैप निकालने में जुटा था. सैकड़ों मजदूरों ने विरोध किया तो पहले उनसे मारपीट की गई. इस कारण हंगामा हुआ और जमकर पथराव किया गया. आरोप है कि मिल प्रबंधन के लोगों ने करीब तीन दर्जन राउंड फायरिंग की, जिस कारण मौके पर हड़कंप मच गया.
आरोप है कि फायरिंग में दो मजदूरों को गोली लग गई देखते ही देखते 400-500 मजदूर मिल पर जुट गए और उग्र प्रदर्शन करने लगे. वहीं फायरिंग की सूचना के बाद पुलिस विभाग में भी हड़कंप मच गया और तुरंत स्थानीय थाना पुलिस के साथ आला अधिकारी मौके पर पहुंचे.
मेरठ हाइवे पर स्थित कपड़ा मिल पर बीते करीब दो घंटे से जोरदार हंगामा चल रहा है. करीब 500 मजदूर कपड़ा मिल व हाइवे पर इकट्ठे हैं. हंगामे के कारण हाइवे का यातायात भी बाधित हो गया. मेरठ आने और जाने वाले दोनों मार्गों पर कई किलोमीटर लंबी वाहनों की कतारें लग गईं. एसपी ग्रामीण नीरज कुमार जादौन ने कहा कि दो लोग घायल हुए हैं. हालांकि यह स्पष्ट नहीं है कि उन्हें गोली लगी है या पत्थर की चोट लगी है. दोनों ओर से पथराव किया गया है. मिल प्रबंधन के लोगों को थाने में बिठाया गया है. उनका कहना है कि अपनी सुरक्षा में हवाई फायर किया गया है. फिलहाल लोग शांत हैं. मामले की वीडियोग्राफी कराई जा रही है. इसके आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी.
Read it also-कन्नौज में डिंपल यादव के लिए वोट मांगेंगी मायावती
दलित दस्तक (Dalit Dastak) एक मासिक पत्रिका, YouTube चैनल, वेबसाइट, न्यूज ऐप और प्रकाशन संस्थान (Das Publication) है। दलित दस्तक साल 2012 से लगातार संचार के तमाम माध्यमों के जरिए हाशिये पर खड़े लोगों की आवाज उठा रहा है। इसके संपादक और प्रकाशक अशोक दास (Editor & Publisher Ashok Das) हैं, जो अमरीका के हार्वर्ड युनिवर्सिटी में वक्ता के तौर पर शामिल हो चुके हैं। दलित दस्तक पत्रिका इस लिंक से सब्सक्राइब कर सकते हैं। Bahujanbooks.com नाम की इस संस्था की अपनी वेबसाइट भी है, जहां से बहुजन साहित्य को ऑनलाइन बुकिंग कर घर मंगवाया जा सकता है। दलित-बहुजन समाज की खबरों के लिए दलित दस्तक को ट्विटर पर फॉलो करिए फेसबुक पेज को लाइक करिए। आपके पास भी समाज की कोई खबर है तो हमें ईमेल (dalitdastak@gmail.com) करिए।