नई दिल्ली। जय जवान जय किसान का नारा देने वाले भारत के पूर्व प्रधानमंत्री लालबहादुर शास्त्री की आज 114वीं जयंती है. शास्त्री का जन्म उत्तर प्रदेश के वाराणसी में दो अक्टूबर, 1904 को शारदा प्रसाद और रामदुलारी देवी के घर हुआ था. उन्होंने 11 जनवरी, 1966 को उज़्बेकिस्तान के ताशकंद में अंतिम सांस ली थी. उसी दिन उन्होंने ताशकंद घोषणापत्र पर हस्ताक्षर किए थे. वह पहले व्यक्ति थे, जिन्हें मरणोपरांत भारत रत्न से नवाजा गया था. लालबहादुर जी ने अपना जीवन बेहद सादगी से जिया.
- लाल बहादुर शास्त्री का जन्म 2 अक्टूबर 1901 को उत्तर प्रदेश के मुगलसराय में हुआ था. उनके पिता एक स्कूल शिक्षक थे. जब लाल बहादुर शास्त्री केवल डेढ़ वर्ष के थे तभी उनके पिता का निधन हो गया.
- बचपन में दोस्तों के साथ शास्त्री जी गंगा नदी के पार मेला देखने गए थे. वापस लौटते के समय उनके पास नाववाले को देने के लिए पैसे नहीं थे और दोस्तों से पैसे मांगना उन्होंने ठीक नहीं समझा. बताया जाता है कि उस समय गंगा नदी भी पूरे उफान पर थी. उन्होंने दोस्तों को नाव से जाने के लिए कह दिया और बाद में खुद नदी पार करके आए.
- एक बार जब लाल बहादुर रेलमंत्री थे तो वे जनता से मिलने काशी गए थे. तब एक व्यक्ति ने आकर सहज लहजे में कहा कि आपका कुर्ता फटा हुआ है. इस पर उन्होंने ने कहा कि गरीब का बेटा हूं. ऐसे रहूंगा तो गरीब का दर्द समझ सकूंगा.
- शास्त्री जी जात-पात का हमेशा विरोध करते रहे. यहां तक कि उन्होंने कभी अपने नाम के आगे भी अपनी जाति का उल्लेख नहीं किया. शास्त्री की उपाधि उनको काशी विश्वविद्यालय से मिली थी.
- लाल बहादुर शास्त्री के प्रधानमंत्रित्व काल में देश में भीषण मंदी का दौर था. देश के कई हिस्सों में भयानक अकाल पड़ा था. उस समय शास्त्री जी ने देश के सभी लोगों को खाना मिल सके इसके लिए सभी देशवासियों से हफ्ते में 1 दिन व्रत रखने की अपील की थी.
- लालबहादुर शास्त्री की मौत को अरसा बीत चुका है. लेकिन आज तक पूर्व प्रधानमंत्री लालबहादुर शास्त्री की मौत की गुत्थी सुलझ नहीं पाई है. उनकी मौत को करीब पांच दशक गुजर जाने के बाद भी उनकी मृत्यु रहस्य ही बनी हुई है.
शास्त्री जी के बेटे सुनील शास्त्री का मीडिया को दिए इंटरव्यू में कहना था कि उनके पिता को जहर देकर मारा गया है. उन्होंने कहा था कि जब शास्त्रीजी की बॉडी को देखा तो उनकी चेस्ट, पेट और पीठ पर नीले निशान थे. जिसे देखकर साफ लग रहा था कि उन्हें जहर दिया गया है.

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