नई दिल्ली। देश की संसद के उच्च सदन यानी राज्यसभा में गुरुवार को उपसभापति पद का चुनाव हुआ. एनडीए गठबंधन की ओर से जेडीयू सांसद हरिवंश मैदान में थे, वहीं विपक्ष की तरफ से बीके हरिप्रसाद उनके सामने थे.हरिवंश को 125 वोट मिले, जबकि हरिप्रसाद के खाते में 105 वोट आए. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हरिवंश को राज्यसभा का उपसभापति चुने जाने पर बधाई दी. राज्यसभा सांसद पीजे कुरियन के उच्च सदन से रिटायर होने की वजह से यह पद इस साल जून से ही खाली थी. कुरियन केरल से कांग्रेस के टिकट पर राज्यसभा सांसद बने थे.
कौन हैं हरिवंश
सत्ताधारी एनडीए गठबंधन के उम्मीदवार हरिवंश जेडीयू से राज्यसभा सदस्य हैं. जेडीयू ने 2014 में उन्हें बिहार से राज्यसभा में भेजा. 30 जून 1956 को उत्तर प्रदेश के बलिया में जन्में हरिवंश जब बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय से पत्रकारिता में डिप्लोमा कर रहे थे तभी टाइम्स ऑफ़ इंडिया में उनका चयन हो गया. वो साप्ताहिक पत्रिका ‘धर्मयुग’ में उपसंपादक रहे. लेकिन बाद में कुछ दिनों के लिए बैंक में भी काम किया फिर पत्रकारिता में वापसी की और 1989 तक ‘आनंद बाजार पत्रिका’ की साप्ताहिक पत्रिका ‘रविवार’ में सहायक संपादक रहे.
इसके बाद वो 25 सालों से भी अधिक समय के लिए प्रभात ख़बर के प्रधान संपादक रह चुके हैं. राज्यसभा में आने से पहले वो पूर्व प्रधानमंत्री चंद्रशेखर के अतिरिक्त सूचना सलाहकार (1990-91) भी रह चुके हैं. 62 साल के हरिवंश बिहार और झारखंड में वहां के जाने-माने अखबार ‘प्रभात खबर’ के एडिटर रहे हैं. खास बात ये है कि वो पूर्व प्रधानमंत्री चंद्रशेखर के भी काफी करीबी रहे हैं. प्रधानमंत्री मोदी ने राज्यसभा में हरिवंश के बारे में कहा, “हरिवंश जी पूर्व प्रधानमंत्री चंद्रशेखर के करीबी थे और चंद्रशेखर के इस्तीफ़ा देने की जानकारी उन्हें पहले से ही थी, लेकिन उन्होंने अखबार की लोकप्रियता के लिए इस खबर को लीक नहीं किया.”
बीके हरिप्रसाद विपक्ष के उम्मीदवार
विपक्ष की तरफ से कांग्रेस सांसद बीके हरिप्रसाद को उपसभापति पद के लिए उम्मीदवार बनाया गया है. पहली बार राज्यसभा के लिए 1990 में चुने गए बीके हरिप्रसाद का यह उच्च सदन में तीसरा कार्यकाल है और वो ओडिशा, झारखंड और छत्तीसगढ़ के कांग्रेस प्रभारी हैं. कांग्रेस के महासचिव रह चुके बीके हरिप्रसाद का जन्म बैंगलुरू में 29 जुलाई 1954 में हुआ था.
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