कौशांबी। विकास कार्यों की समीक्षा करने एक गांव में गई जिले की उप मुख्य पशु चिकित्साधिकारी को दलित होने के चलते अपमान सहना पड़ा. घटना 31 जुलाई की है. जब अधिकारी डॉ. सीमा सरकारी दौरे पर थी. इस दौरान उन्हें प्यास लगी, लेकिन गांव के प्रधान और ग्राम पंचायत विकास अधिकारी ने उन्हें बर्तन में पानी देने से इनकार कर दिया.
पीटीआई की खबर के मुताबिक उप मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डा. सीमा ने बताया कि डीपीआरओ के निर्देश पर वह मंगलवार (31 जुलाई) को मंझनपुर विकास खण्ड के अंबावां पूरब गांव गईं थीं. वहां उनकी बोतल का पानी खत्म हो गया था. इस पर उन्होंने ग्राम पंचायत विकास अधिकारी और ग्राम प्रधान से पानी मांगा. दोनों ने उनके दलित जाति से होने के कारण बर्तन में पानी देने से इनकार कर दिया. जब उन्होंने ग्रामीणों से पानी मांगा तो प्रधान और वीडीओ ने उन्हें भी इशारा कर पानी देने से मना कर दिया.
घटना से आहत उप मुख्य पशु चिकित्साधिकारी ने जिलाधिकारी से इस संबंध में शिकायत की है. इस संबंध में जिलाधिकारी मनीष वर्मा ने बताया कि उन्होंने पुलिस अधीक्षक को मामले की जांच कर कार्रवाई का निर्देश दिया है.
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