
नई दिल्ली। कर्नाटक गवर्नर के फैसले के बाद बीजेपी के सीएम उम्मीदवार येद्दियुरप्पा ने शपथ ग्रहण किया. इसके बाद वरिष्ठ अधिवक्ता व कानून विशेषज्ञ राम जेठमलानी ने राज्यपाल के फैसले को बेवकूफी भरा बताया. साथ ही कहा कि ऐसे कैसे राज्यपाल ने फैसला ले लिया.
एएनआई से बात करते हुए जेठमलानी ने राज्यपाल के फैसले को “संवैधानिक शक्ति का घोर दुरुपयोग” बताया. साथ ही कहा,
“बीजेपी ने गवर्नर से ऐसा क्या कहा कि उन्होंने यह बेवकूफी भरा फैसला ले लिया? गवर्नर का यह फैसला भ्रष्टाचार को खुलेतौर पर बुलावा देना है.”
दायर कर दी याचिका
इतना ही नहीं राम जेठमलानी ने सुप्रमी कोर्ट में याचिका दायर कर दी है. इससे बीजेपी को नुकसान उठाना पड़ सकता है. प्रधान न्यायाधीश दीपक मिश्रा के नेतृत्व वाली पीठ ने तत्काल सुनवाई के लिए दायर की गई जेठमलानी की याचिका पर विचार किया और कहा कि आज मामले की सुनवाई करने वाली तीन सदस्यीय विशेष पीठ शुक्रवार को इस पर सुनवाई करेगी.
बता दें कि बीजेपी को बहुमत हासिल करने के लिए पंद्रह दिनों का समय राज्यपाल की ओर से मिला है. इन 15 दिनों के अंदर बीजेपी को विश्वास मत हासिल करना होगा. इसके लिए बीजेपी के पास पर्याप्त समय है लेकिन दुसरी ओर कांग्रेस-जेडीएस असुरक्षा के डर से अपने विधायकों को छुपाने में लगी है. जेठमलानी का सामने आना और याचिका दायर करना नई मुसीबत खड़ा कर दिया है.
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