रांची। झारखंड के गुमला जिले के शास्त्री नगर इलाके में गरीबी की मार झेल रहे लोहरा जाति के एक छात्र ने स्कूल में दाखिले के लिए पैसे न होने के कारण सुसाइड कर लिया. गरीबी के कारण उसका अंतिम संस्कार करने के लिए उसके घर वालों के पास पैसे नहीं थे. उसके मोहल्ले के लोगों ने चंदा देकर अंतिम संस्कार करवाया.
शास्त्री नगर का रहने वाला 20 वर्षीय कृष्णा लोहरा के पास दाखिला लेने के लिए पैसे नहीं थे, जिसके कारण वो पिछले कई दिनों से परेशान चल रहा था. कृष्णा अपनी मां दुलारी देवी और एक भाई के साथ किराए के मकान में रहता था. दुलारी देवी मजदूरी कर अपने दोनों बेटों के साथ जिंदगी गुजर बसर कर रही थी. उसके पास इतने पैसे नहीं थे कि वह अपने बेटे को दाखिला करा सके.
कृष्णा के पिता का लगभग 12 साल पहले निधन हो चुका है. घर के हालात ऐसे थे कि कृष्णा के अंतिम संस्कार के लिए दुलारी देवी के पास पैसे तक नहीं थें. घटना की जानकारी मिलने के बाद इलाके के सीओ महेंद्र कुमार ने दो हजार रूपये दिए.
कृष्णा के भाई ने बताया कि मां कई बार सरकारी योजनाओं का लाभ लेने के लिए प्रखंड कार्यालय गई, लेकिन किसी भी अधिकारी ने उनकी बात नहीं सुनी और उन्हें कोई भी लाभ नहीं दिया गया. दुलारी देवी के पड़ोसी ने बताया कि महिला मजदूरी करके ठीक से अपने बच्चों की देख भाल नहीं कर पा रही थी. अंतिम संस्कार के लिए पैसा कम होने के कारण मोहल्ले के लोगों ने चंदा इक्ट्ठा कर उसका अंतिम संस्कार किया.

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