हर दिल अजीज़ किशोर दा का आज जन्मदिन
‘मेरे महबूब कयामत होगी’, ‘मेरे सामने वाली खिड़की में’, ‘मेरे सपनों की रानी कब आएगी तू’ जैसे लोकप्रिय गीतों के लिए मशहूर प्लेबैक सिंगर किशोर कुमार हिंदी फिल्म-जगत के एक ऐसे धरोहर हैं, जिसे बनाने-संवारने में कुदरत को भी सदियों लग जाते हैं. आज भले ही वह हमारे बीच नहीं हैं, लेकिन उनकी विरासत अमर है. किशोर कुमार के नगमों ने किसका दिल नहीं चुराया? उन्होंने लाखों के दिलों पर राज किया. उनकी मधुर आवाज का जादू लोगों के सिर चढ़ कर बोला, और आज भी बोल रहा है.
हर दिल अजीज किशोर दा का आज जन्मदिन है, और आज किशोर कुमार की जिंदगी से जुड़ी कुछ दिलचस्प पहलुओं से रू-ब-रू कराने जा रहे हैं मध्य प्रदेश के खंडवा जिले में गांगुली परिवार में जन्मे किशोर कुमार के पिता का नाम कुंजालाल गांगुली और माता का नाम गौरी देवी था. उनके बचपन का नाम आभास कुमार गांगुली था. चार अगस्त, 1929 को जन्मे आभास कुमार ने फिल्मी दुनिया में अपनी पहचान किशोर कुमार के नाम से बनाई. वह अपने भाई बहनों में सबसे छोटे थे.
किशोर दा के पिता कुंजीलाल खंडवा के बहुत बड़े वकील थे. किशोर कुमार को अपनी जन्मभूमि से काफी लगाव था. वह जब किसी सार्वजनिक मंच पर या किसी समारोह में अपना कार्यक्रम प्रस्तुत करते तो शान से खंडवा का नाम लेते. अपनी जन्मभूमि और मातृभूमि के प्रति ऐसा जज्बा कम लोगों में देखने को मिलता है.
किशोर कुमार की आवाज राजेश खन्ना पर बेहद जमती थी. राजेश फिल्म निर्माताओं से किशोर से ही अपने लिए गीत गंवाने की गुजारिश किया करते थे. जब किशोर कुमार नहीं रहे तो राजेश खन्ना ने कहा था कि “मेरी आवाज चली गई.” राजेश के लिए उन्होंने ‘जिंदगी कैसी है पहेली हाय’, ‘मेरे सपनों की रानी कब आएगी तू’, ‘मैंने तेरे लिए ही सात रंग के सपने चुने’, ‘कही दूर जब दिन ढल जाए’, ‘जिंदगी प्यार का गीत है’, ‘अच्छा तो हम चलते हैं’, ‘अगर तुम न होते’, ‘चला जाता हूं’, ‘चिंगारी कोई भड़के’, ‘दीवाना लेके आया है’, ‘दिल सच्चा और चेहरा झूठा’, ‘दीये जलते हैं’, ‘गोरे रंग पे ना इतना’, ‘हमें तुमसे प्यार कितना’, ‘जय जय शिव शंकर’, ‘करवटे बदलते रहे सारी रात हम’, ‘कोरा कागज था ये मन मेरा’, ‘कुछ तो लोग कहेंगे’, ‘मेरे नैना सावन भादो’, ‘ओ मेरे दिल के चैन’, ‘प्यार दीवाना होता है’, ‘रूप तेरा मस्ताना’, ‘शायद मेरी शादी का ख्याल’,’ये जो मोहब्बत है’, ‘ये क्या हुआ’, ‘ये शाम मस्तानी’, ‘जिंदगी का सफर’ जैसे खूबसूरत नगमे गाए.
किशोर कुमार ने वर्ष 1987 में फैसला किया कि वह फिल्मों से सन्यास लेने के बाद, अपने गांव खंडवा लौट जाएंगे. वह कहा करते थे, ‘दूध जलेबी खाएंगे खंडवा में बस जाएंगे’. लेकिन उनका यह सपना पूरा नहीं हो सका. 18 अक्टूबर, 1987 को दिल का दौरा पड़ने से उनका निधन हो गया. उन्हें उनकी मातृभूमि खंडवा में ही दफनाया गया, जहां उनका मन बसता था. वह भले ही आज हमारे बीच नहीं हैं, लेकिन उनकी खूबसूरत आवाज मधुर गीतों के रूप में आज भी लोगों के मन-मस्तिष्क में झंकृत हो रही है.
अमेठी में अंबेडकर तिराहे पर फूंका गया पीएम नरेंद्र मोदी का पुतला

अमेठी में आज अंबेडकर तिराहे पर एकत्र होकर कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का पुतला फूंका। इन सभी ने जमकर भाजपा के खिलाफ नारेबाजी की और कल की गुजरात की घटना की जमकर निंदा की। गुजरात में कल राहुल गांधी के काफिले पर हुए हमले के विरोध में यह सभी लोग आज अमेठी के जिलाधिकारी को ज्ञापन भी देंगे।
गुजरात के बनासकांठा जाते समय कल कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी की कार पर जमकर पथराव किया गया था। इस हमले के विरोध में आज लखनऊ में दोपहर करीब दो बजे शहीद स्मारक पर कांग्रेस पार्टी की तरफ से विरोध प्रदर्शन किया जायेगा। कांग्रेस पार्टी के सचिव शैलेंद्र तिवारी के नेतृत्व में आज कार्यकर्ता काली पट्टी बांधकर शहीद स्मारक पर प्रदर्शन करेंगे।
पथराव में राहुल गांधी की गाड़ी के शीशे फूट गए। कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी को इस दौरान कोई नुकसान नहीं पहुंचा है। इस घटना के बाद राहुल गांधी ने कहा था कि हमें फर्क नहीं पड़ता। हमले के बाद राहुल गांधी ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि वो दो-चार झंडों से डरने वाले नहीं हैं। राहुल गांधी कल वहां बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा करने पहुंचे थे।
सवर्णों ने तोड़ी बाबासाहेब की मूर्ति, विरोध करने वाले दलितों पर चलाई गोलियां

मेरठ। भारत को संविधान के रूप में सर्वश्रेष्ठ उपहार देने वाले बाबासाहेब भीमराव अम्बेकर केवल भारत में ही नहीं पूरे विश्व में प्रसिद्ध हैं. भारत में दलित उत्पीड़न के खिलाफ जितना संघर्ष बाबासाहेब ने किया है, शायद ही किसी और ने किया हो. दलितों के मसीहा कहे जाने वाले बाबासाहेब सवर्णों को एक आंख नहीं भा रहे हैं. कभी आरक्षण के नाम पर तो कभी बराबरी के नाम पर सवर्ण दलितों का शोषण आज भी कर रहे हैं. सवर्ण दलितों को विकसित नहीं होने दे रहे हैं. बाबासाहेब द्वारा दिए गए संवैधानिक अधिकारों की सवर्ण समाज धज्जियां उड़ा रहा है.
भारत के हर क्षेत्र से आए दिन दलितों के साथ अत्याचार होने की खबर आती रहती है. मेरठ के मवाना खुर्द से भी कुछ ऐसी ही खबर आई है. कुछ सवर्ण समाज के लोगों ने बाबासाहेब की मूर्ति को तोड़ दिया. जिसके बाद क्षेत्र में तनाव का माहौल फैल गया है.
मवाना खुर्द के निवासी कपिल कुमार ने पुलिस थाना में हनी, सेट्टी, गोलू, विवेक, अश्वनी, साकेत, मोहित, बूंदी आदि त्यागी समुदाय से आने वाले इन सभी लोगों के खिलाफ शिकायत दर्ज करवाई है. इन सभी लोगों पर आरोप है कि इन्होंने बाबासाहेब की मूर्ति तोड़ी है और दलितों के साथ मारपीट की है. सवर्ण जब मूर्ति तोड़ रहे थे तो दलित समुदाय से ताल्लुक रखने वाले श्यामू, गोविंद और बूंदी ने इन्हें रोकने का प्रयास किया. लेकिन सवर्णों ने दलितों और बाबासाहेब को अपशब्द कह कर लड़कों को मारना-पीटना शुरू कर दिया.

जब पुलिस आई तो सवर्ण जाति के लड़के वहां से भाग गए. पुलिस ने शांति बनाए रखने के लिए बाबासाहेब की दूसरी मूर्ति स्थापित करने के लिए कहा. जब दलित समुदाय के लड़के मूर्ति लेने के लिए हस्तिनापुर जाने लगे तो सवर्ण लड़कों ने उनका पीछा किया और सुनसान जगह पर पहुंचने पर उनपर गोलियां चलाने लगे. दलित समाज के लड़कों को अपनी मोटरसाइकिल रास्ते में छोड़कर खेतों में भागना पड़ा. लेकिन सवर्ण लड़कों ने उनकी मोटरसाइकिल को बुरी तरह से तोड़ दिया. यह घटना 4 अगस्त की है.
इतना कुछ होने पर भी राज्य सरकार हो केंद्र सरकार चुप है. याद करे ये वही मोदी सरकार है जो बाबासाहेब को अपना आदर्श मानने का दावा करते हैं लेकिन दलितों पर अत्याचार और बाबा साहेब के अपमान पर खामोश रहती है. खुद को दलित हितेषी सरकार भाजपा हमेशा दलित उत्पीड़न पर चुप्पी साधे रहती है.
टिकट कैंसेलेशन से रेलवे ने एक साल में की जमकर कमार्इ

नई दिल्ली। रेलवे में आरक्षित (रिजर्व्ड) टिकटों को कैंसिल करने के बदले वसूले जाने वाले चार्ज से रेलवे का राजस्व वित्तीय वर्ष 2016-2017 में 14.07 रुपये अरब पर पहुंच गया है. ये इसके पिछले साल के मुकाबले 25.29 फीसदी ज्यादा है. कुछ समय पहले ही एक आरटीआई के तहत भी ये जानकारी रेलवे से मांगी गयी थी, जिसके बाद रेल मंत्रालय के रेलवे सूचना प्रणाली केंद्र (सीआरआईएस) से ये जानकारी मुहैया करायी गयी थी.
टिकट कैंसिलेशन से रेलवे को होने वाली कमाई का आलम यह है कि वित्तीय वर्ष 2015-2016 में रेलवे ने टिकट कैंसिल करने के बदले में यात्रियों से 11.23 अरब रुपये कमाये हैं. इसके पहले साल 2014-2015 में रेलवे को 9.08 अरब रुपये और वित्त वर्ष 2013-2014 में 9.38 अरब रुपये की कमार्इ हुर्इ है. वहीं, अनारक्षित टिकटिंग प्रणाली (यूटीएस) के तहत बुक पैसेंजर टिकटों के कैंसिलेशन से रेलवे ने वित्त वर्ष 2012-2013 में 12.98 करोड़ रुपये की आमदनी हासिल की थी. वित्त वर्ष 2013-2014 में इससे रेलवे ने 15.74 करोड़ रुपये की कमाई हासिल की थी.
वित्त वर्ष 2014-2015 में रेलवे ने 14.72 करोड़ रुपये की कमाई कैंसिल्ड टिकटों से हासिल की थी. वहीं, वित्त वर्ष 2015-2016 में भारतीय रेलवे ने 17.23 करोड़ रुपये रद्द कराये गये टिकटों से हासिल किये थे. राज्यसभा में मंत्री की आेर से दी गयी जानकारी के अनुसार, वित्त वर्ष 2016-2017 में 17.87 करोड़ रुपये की कमाई हासिल की है.
भारत को युद्ध की तरफ धकेल रही है मोदी सरकारः चीनी मीडिया

बीजिंग। भारत-चीन सीमा पर दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ता जा रहा है. बढ़ते तनाव के बीच चीनी मीडिया ने मोदी सरकार पर निशाना साधा है. चीनी मीडिया ने धमकी भरी लहजे में लिखा है कि मोदी सरकार भारत को युद्ध की तरफ धकेल रही है.
बता दें कि इससे पहले भी चीनी मीडिया ने भारत को धमकी देते हुए लिखा था कि यदि युद्ध हुआ तो भारत को इस टकराव का परिणाम भुगतना पड़ सकता है. सरकारी अखबार ग्लोबल टाइम्स ने कहा था कि भारत में उभर रहे ‘हिंदू राष्ट्रवाद’ की वजह से भारत-चीन के बीच युद्ध हो सकता है. ग्लोबल टाइम्स ने कहा था कि ‘प्रधानमंत्री के रूप में नरेंद्र मोदी को चुने जाने से देश में राष्ट्रवादी भावनाओं को बढ़ावा मिला है.’
ईनाडु इंडिया के मुताबिक चीन ने कहा था कि उसने भारत को अपने इस दृढ़ रूख की सूचना दे दी है कि मौजूदा गतिरोध खत्म करने के लिए उसे ‘‘बिना किसी शर्त के’’ सिक्किम क्षेत्र के डोकलाम से अपनी सेना तत्काल हटा कर ‘‘ठोस कार्रवाई’’ करनी चाहिए. इसके बाद भी भारत ने इसे नकार दिया है. भारत की ओर से कहा गया है कि एक भी भारतीय सैनिक डोकलाम से नहीं हटेगा.
हालांकि विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने भारत और चीन के बीच तनाव को लेकर लोकसभा में सरकार की स्थिति स्पष्ट की. उन्होंने साफ तौर पर कहा कि देश में सेना होती है, तो युद्ध के लिए ही होती है. लेकिन युद्ध किसी समस्या का समाधान नहीं है. युद्ध के बाद भी जीतने और हारने वाले पक्षों को बातचीत के लिए बैठना होता है.
क्या है डोकलाम विवाद? दरअसल डोकलाम जिसे भूटान में डोलम कहते हैं. करीब 300 वर्ग किलोमीटर का ये इलाका चीन की चुंबी वैली से सटा हुआ है और सिक्किम के नाथुला दर्रे के करीब है. इसलिए इस इलाके को ट्राई जंक्शन के नाम भी जाना जाता है. ये डैगर यानी एक खंजर की तरह का भौगोलिक इलाका है, जो भारत के चिकन नेक यानी सिलिगुड़ी कॉरिडोर की तरफ जाता है. चीन की चुंबी वैली का यहां आखिरी शहर है याटूंग. चीन इसी याटूंग शहर से लेकर विवादित डोलम इलाके तक सड़क बनाना चाहता है. इसी सड़क का पहले भूटान ने विरोध जताया और फिर भारतीय सेना ने. चीन को ये बर्दाश्त नहीं हो रहा कि जब विवाद चीन और भूटान के बीच है तो उसमें भारत सीधे तौर से दखलअंदाजी क्यों कर रहा है. 16 जून से भारत और चीन की सेना के बीच यह गतिरोध जारी है.
पाकिस्तान की सरकार में होगा एक हिंदू मंत्री

उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए वोटिंग आज ,शाम 7 बजे आएंगे नतीजे

संसद में उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए वोटिंग शुरू हो गई है. 10 बजे शुरू हुई वोटिंग शाम 5 बजे तक चलेगी. शाम 7 बजे तक परिणाम भी आ जाएगा. भारत के 15वें उपराष्ट्रपति के लिए चुनावी मैदान में एनडीए की ओर से वेंकैया नायडू हैं, तो वहीं विपक्ष से पश्चिम बंगाल के पूर्व राज्यपाल और गांधीजी के पौत्र गोपालकृष्ण गांधी हैं.
मतदान में सांसद अपनी पसंद जाहिर करने के लिए खास तौर से तैयार कलम का इस्तेमाल करेंगे. निर्वाचन आयोग के अधिकारियों ने परंपराओं का हवाला देते हुए बताया कि मतदान के तुरंत बाद वोटों की गिनती होगी. गौरतलब है कि इस चुनाव में राजनीतिक दल व्हिप जारी नहीं कर सकते हैं, क्योंकि वोट गोपनीय मतपत्र के माध्यम से डाले जाते हैं. बता दें कि मौजूदा उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी का कार्यकाल 10 अगस्त को समाप्त हो रहा है. वह लगातार दो बार इस पद पर रह चुके हैं.
-विपक्ष के उम्मीदवार गोपाल कृष्ण गांधी ने कहा कि यह लड़ाई संवैधानिक सिद्धातों की है. एनडीए के प्रत्याशी अनुभवी व्यक्ति हैं. हमारे बीच में कोई प्रतिस्पर्धा नहीं है.
सऊदी अरब हुआ मॉडर्न, अब बिकनी पहन सकेंगी महिलाएं

रियाद। अरब देशों में महिलाओं की स्थिति किसी से छुपी नहीं है. महिलाओं को किसी भी काम के लिए आजादी नहीं मिली है. महिलाओं को घर के बाहर जाने के लिए भी किसी पुरूष की जरूरत होती है. महिलाएं छोटे कपड़े नहीं पहन सकती. इस बीच सऊदी की महिलाओं के लिए अच्छी खबर आई हैय सऊदी अरब में जल्द एक ऐसा लग्ज़री बीच रिज़ॉर्ट खुलेगा जहां महिलाओं को बिकीनी पहनने की इजाजत होगी. देश के प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान ने रेड सी नाम के इस रिजॉर्ट को देश के नॉर्थवेस्ट कोस्टलाइन के पास खोलने की घोषणा की है.
सऊदी की अर्थव्यवस्था के आधुनिकीकरण के तहत इस रिज़ॉर्ट को खोलने की घोषणा की गई है. दुनिया भर में सऊदी में महिलाओं के लिए सबसे सख्त नियम हैं, जहां महिलाएं ड्राइविंग भी नहीं कर सकतीं और अपने पुरुष रिश्तेदार की मंजूरी के बिना यात्रा तक नहीं कर सकतीं.
महिलाओं को घर से बाहर निकलते समय अपने बाल और शरीर भी ढकना जरूरी है, जिसका मतलब यही है कि उनके बिकीनी पहनने का अभी तक सवाल ही नहीं था. लेकिन सरकार ने कहा है कि इस रिजॉर्ट को अंतरराष्ट्रीय मानकों के आधार पर चलाया जाएगा.
200 मील में फैले इस रिज़ॉर्ट में महिलाएं तब भी बिकीनी में रह सकती हैं, जब पुरुष उनके आसपास हों. सऊदी अरब के इन्वेस्टमेंट फंड के मुताबिक रेड सी प्रॉजेक्ट एक लग्ज़री रिज़ॉर्ट है जो लगून आइलैंड के पास होगा. इससे सऊदी अरब भी इंटरनैशनल टूरिजम मैप में शामिल होगा. यहां आने वाले टूरिस्ट्स को पैराशूटिंग, ट्रैकिंग जैसी ऐक्टिविटिज का मजा भी मिलेगा. यह रिज़ॉर्ट 2019 में बनना शुरू होगा और 2020 तक इसके तैयार होने की उम्मीद है.
बनासकांठा में राहुल गांधी की गाड़ी पर हुआ पथराव, दिखाए गए काले झंडे

अहमदाबाद। गुजरात के बनासकांठा में बाढ़ पीड़ित लोगों से मिलने पहुंचे कांग्रेस पार्टी के उपाध्यक्ष राहुल गांधी की कार पर पथराव हुआ. और उन्हें काले झंडे भी दिखाए गए. पार्टी नेता रणदीप सुरजेवाला ने बताया कि इस हमले में राहुल गांधी की कार के शीशे टूट गए. बता दें कि कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने आज ही राजस्थान के जालौर जिले में बाढ़ प्रभावित गांवों का दौरा किया था.
राहुल गांधी ने सांचोर के कच्छेला, देवड़ा, दवई, अमली, हदेचा जैसे गांवों में बाढ़ से प्रभावित लोगों से मुलाकात की. ये इलाके राज्य में हाल में पैदा हुई बाढ़ जैसी स्थिति से बुरी तरह प्रभावित हुए हैं. कई गांवों का संपर्क अब भी टूटा हुआ है. राजस्थान के बाद राहुल गांधी गुजरात के बाढ़ प्रभावित इलाके का दौरा करने पहुंचे थे.
राहुल ने ग्रामीणों के साथ बातचीत में कहा, हम आपके लिए जो भी कर सकते हैं, करेंगे. उन्होंने संवाददाताओं से कहा कि यहां कोई भी राहत कार्य या पुनर्वास की व्यवस्था नहीं की गई है. उनके साथ राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और राज्य कांग्रेस अध्यक्ष सचिन पायलट भी थे. राहुल शुक्रवार को गुजरात के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का भी दौरा करेंगे.
बता दें कि भारी बारिश की वजह से देश के अलग-अलग हिस्सों में बाढ़ की स्थिति बन गई है. बड़ी संख्या में लोग बाढ़ में फंसे हुए हैं जिन्हें बचाने के काम सेना और एडीआरएफ की टीमें कर रही हैं. पिछले दिनों प्रधानमंत्री मोदी भी गुजरात में बाढ़ का जायजा लेने पहुंचे थे. उन्होंने लोगों की मदद के लिए बड़ी धनराशि का ऐलान किया था और मंत्रियों अधिकारियों से मुलाकात करके राहत-बचाव का काम तेज करने का निर्देश दिया था.
मायावती करेंगी देशभर में महासम्मेलन, खोलेगी केंद्र सरकार और भाजपा की पोल

नई दिल्ली। बहुजन समाज पार्टी की नई दिल्ली में राष्ट्रीय कार्यकारिणी बैठक हुई. इस बैठक में बसपा के प्रदेश अध्यक्ष और प्रमुख बसपा नेता और कार्यकर्ता आए हुए थे. बैठक की अध्यक्षता बसपा सुप्रीमो मायावती ने की.
कार्यकारिणी बैठक में मोदी और भाजपा सरकार की नीतियों और कार्यक्रमों पर विचार किया गया. बैठक में कहा गया कि मोदी सरकार के जातिवादी, तानाशाही और द्वेषपूर्ण रवैये के कारण भारत बदहाली के रास्ते पर पहुंच गया है. केंद्र में भाजपा सरकार आने से देश के किसानों, मजदूरों और आम जनता को नहीं बल्कि धन्नासेठों और पूंजीपतियों को लाभ मिल रहा है. बैठक में कहा गया कि इसके विरूद्ध संघर्ष और विरोध करना देशहित में होगा.
बसपा प्रमुख मायावती ने विभिन्न राज्यों में पार्टी को मजबूत बनाने के लिए और जनाधार बढ़ाने के लिए लगातार जारी कैडर तैयारियों की भी समीक्षा की. उन्होंने पार्टी को बेहतर काम करने के लिए नए दिशा-निर्देश भी दिए. मायावती ने वर्तमान में हो रही राजनीतिक उथल-पुथल के साथ-साथ आंतरिक सुरक्षा और सीमा पर तनावपूर्ण हालात पर चर्चा की. चर्चा करने के बाद मायावती ने कहा कि केंद्र में भाजपा सरकार आने के बाद देश की आंतरिक स्थिति और सीमा पर हालात बेहद खराब हुए हैं. हमारे जवानों की भी शहादत की संख्या भी बढ़ी है. इससे साबित होता है की भाजपा सरकार देश चलाने में सफल नहीं हो पाई है.
छत्तीसगढ़ के कार्यकर्ताओं ने बताया की भाजपा के वरिष्ठ नेता ने सैंकड़ों हेक्टेयर जंगल और आदिवासयों की जमीन पर कब्जा कर लिया और वहां रिजोर्ट बनाने का काम शुरू कर दिया. जिसका आदिवासी समाज ने छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री रमन सिंह से सवाल पूछ रही है कि भाजपा मंत्री द्वारा इस प्रकार की भू-माफियागिरी और भ्रष्टाचार के खिलाफ भाजपा द्वारा ऐसा टॉलरेंस क्यों? यह कौन सी देशभक्ति है?
कार्यकारिणी की अहम बैठक को संबोधित करते हुए मायावती ने कहा की सीबीआई, आयकर, ईडी, पुलिस और अन्य सरकारी एजेंसी का केंद्र सरकार गलत उपयोग कर रही है. केंद्र सरकार विपक्षी दलों को भ्रष्ट साबित करने की लगातार कोशिश कर रही है. लेकिन भ्रष्ट भाजपा नेताओं के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं कर रही है. केंद्र सरकार भेदभाव कर रही है. क्या यही भाजपा और मोदी का भ्रष्टाचार के विरूद्ध अभियान है?
मायावती ने कहा कि मोदी सरकार गरीबी, बेरोजगारी, अशिक्षा, सीमा सुरक्षा जैसे देशहित के साथ-साथ जनहित और जनकल्याण आदि महत्वपूर्ण मुद्दों पर बुरी तरह विफल हुई है. भाजपा अपनी कमजोरियों को छिपाने के लिए ही विरोधी पार्टियों के नेताओं को बदनाम कर रही है.
बसपा अध्यक्ष ने कहा कि पहले मोबोक्रेसी (भीड़ की अराजकता), देशद्रोह, लव-जेहाद, एंटी-रोमियों आदि के नाम पर उत्पीड़न और फिर नोटबंदी के माध्यम से केंद्र सरकार ने लोगों का ध्यान बंटाया. अब विपक्षी पार्टियों को अस्थिर करने, उन्हें भ्रष्ट साबित करने और उनकी आवाज को संसद तक में दबाने का लोकतंत्र-विरोधी प्रयास किया जा रहा है. उन्होंने आगे कहा कि इसी लोकतंत्र विरोधी प्रयास के खिलाफ में मैंने 18 जुलाई को राज्यसभा की सदस्यता से इस्तीफा भी दिया.
मायावती ने कहा कि भाजपा सरकार के अहंकारी, विद्वेषपूर्ण, पक्षपाती, जातिवादी, तानाशाही, लोकतंत्र और जनविरोधी रवैये के खिलाफ बसपा चुप नहीं बैठेगी. भाजपा का पर्दाफाश करने के लिए देशभर में और मुख्यरूप से उत्तर प्रदेश में कार्यक्रम चलाया जाएगा. जिसके तहत उत्तर प्रदेश में अगले महीने 18 सितंबर से मंडल स्तर पर कार्यकर्ता महासम्मेलन हर महीने आयोजित किए जाएंगे. जबकि देश के अन्य राज्यों में यह प्रक्रिया नवंबर महीने से शुरु होगी. प्रत्येक महासम्मेलन में बसपा सुप्रीमो मायावती मुख्त अतिथि के तौर पर शामिल होंगी.
JSSC में निकली पुलिस पद के लिए बंपर वैकेंसी
झारखंड पुलिस में सब-इंस्पेक्टर के कुल 3019 पदों पर वैकेंसी निकली है. इन पदों के लिए आवदेन ऑनलाइन ही करना होगा. आवेदन करने की अंतिम तारीख 13 अगस्त, 2017 है. अभ्यर्थियों का चयन चार चरणों में किया जाएगा.
प्रारंभिक परीक्षा की संभावित तिथि अगस्त 2017 के अंतिम सप्ताह से सितंबर 2017 के दूसरे सप्ताह तक है. वहीं मुख्य परीक्षा की संभावित तिथि नवंबर 2017 प्रथम सप्ताह है.
आयु सीमा: न्यूनतम आयु 21 वर्ष और अधिकतम आयु 26 वर्ष है. ओबीसी वर्ग के लिए अधिकतम आयु सीमा 28 वर्ष और एससी-एसटी वर्ग के लिए आयु सीमा 30 वर्ष तय की गई है.
शैक्षणिक योग्यता: केंद्र या राज्य सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त संस्थान या यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएशन की डिग्री.
वेतनमान – 9,300-34,800। ग्रेड वेतन- 4200 रुपये (छठा वेतनमान)
चयन प्रक्रिया: परीक्षा चार चरणों में ली जाएगी – प्रारंभिक परीक्षा, मुख्य परीक्षा, शारीरिक जांच, चिकित्सीय परीक्षा. प्रारभिक और मुख्य परीक्षा कंप्यूटर आधारित परीक्षा होगी.
इच्छुक अभ्यर्थी झारखंड कर्मचारी चयन आयोग की आधिकारिक वेबसाइट Jssc.in पर जाकर आवेदन कर सकते हैं.
आवेदन शुल्कः सामान्य वर्ग के लिए 460 रुपये और झारखंड के एससी-एसटी वर्ग के लिए 115 रुपये आवेदन शुल्क तय किया गया है.
अहम तारीखें: ऑनलाइन आवेदन की आखिरी तारीख: 13 अगस्त, 2017 आवेदन शुल्क जमा करने की अंतिम तारीख: 14 अगस्त, 2017 फोटो और सिग्नेचर अपलोड करने की आखिरी तारीख: 16 अगस्त,2017 कंप्यूटर आधारित प्रारंभिक परीक्षा: अगस्त के आखिरी हफ्ते से लेकर सितंबर के दूसरे हफ्ते के बीच संभवत: हो सकती है मुख्य परीक्षा की तारीख: नवंबर 2017
शिमला मे इमारत गिरने से 2 की मौत: कईयों के दबे होने की आशंका

शिमला: शिमला जिला के ठियोग में बड़ा हादसा हुआ है. यहां पर परिवहन विभाग की एक इमारत गिरने से दो लोगों की मौके पर ही मौत हो गई है जबकि अब तक छह घायलों को निकाला गया है. बताया जा रहा है कि मौसम खराब होने की वजह से काफी लोग इस इमारत के शेड और भवन में मौजूद थे कि तभी ये इमारत गिर गई. इमारत के मलबे में अभी भी करीब 20 लोग दबे हो सकते हैं.
6 घायलों में से 3 की हालत नाजुक बताई जा रही है जिन्हें आईजीएमसी रेफर कर दिया गया है. तीन घायलों का इलाज ठियोग अस्पताल में ही चल रहा है. एक मृतक की पहचान रोशन सुपुत्र बंसी लाल निवासी गजयाड़ी के तौर पर हुई है. राहत और बचाव कार्य जारी है.
ठियोग में ये इमारत बस अड्डे की पुरानी बिल्डिंग थी. हादसे की सूचना मिलते ही स्थानीय लोगों की मदद से रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू हो गया है. पुलिस और फायर ब्रिगेड के लोग रेस्क्यू ऑपरेशन में लगे हुए हैं. परिवहन मंत्री जीएस बाली ने कहा है कि घटना का उन्हें बेहद दुख है. उन्होंने बताया कि वे घायलों को मिलने अस्पताल जा रहे हैं. उन्होंने कहा कि परिवहन विभाग अस्पताल में घायलों के इलाज का खर्च वहन करेगा.
नहीं लगता किसी भी चीज से डर: नवाजु़द्दीन सिद्दिकी

फिल्म अभिनेता नवाजु़द्दीन सिद्दिकी ने बताया कि अब उन्हें किसी भी चीज से डर नहीं लगता क्योंकि उन्होंने जीवन के सबसे बुरे दौर को बहुत पहले देख लिया है.
नवाजु़द्दीन सिद्दीकी कहते हैं, ‘मैंने सारी चीजें पहले ही देख चुका हूं इसलिए अब डरने वाली कोई बात नही. मैं सबसे बुरे दौर से गुजर चुका हूं और मेरा बुरा दौर पहले आ चुका है. अब तो सभी चीजें अच्छी हैं. इससे एक बात तो स्पष्ट हो जाती है कि कितना भी खराब होगा तो जो मैंने देखा है उससे खराब तो नहीं होगा.’ नवाजु़द्दीन सिद्दीकी ने यह भी कहा कि, ‘मुझे मात्र अभिनय का ही काम आता था. इसके अलावा कुछ कर नहीं सकते थे. अभिनय ही जानते थे और दूसरा हमने कभी भी सोचा नहीं कि अगर यह नहीं चला तो क्या करेंगे. यह खतरा मोल लेकर आया था और जब विकल्प नहीं होते तो आपको हारकर यही करना होता है और यही करते थे.’
गौरतलब है कि नवाजु़द्दीन सिद्दीकी की नई फिल्म ‘बाबूमोशाय बंदूकबाज़’ आ रही है. फिल्म ‘बाबूमोशाय बंदूकबाज़’ का निर्देशन कुशन नंदी ने किया है. फिल्म की रिलीज़ डेट 25 अगस्त तय की गई है. आपको बता दें कि, इस फिल्म में सेंसर ने 48 कट्स लगाने के लिए कहा है जिसको लेकर विवाद खड़ा हो गया है. बताते चलें कि, नवाज़ उन अभिनेताओं में से एक हैं जिन्होंने बॉलीवुड के तीनों खांन, शाहरुख़, सलमान और आमिर के साथ काम किया है. हाल ही में वो ‘मुन्ना माइकल’, ‘मॉम’ और ‘जग्गा जासूस’ में दिखाई दिए थे. खैर, ‘जग्गा जासूस’ में उनका महज कुछ सेकंड्स के लिए आखिर में अपीयरेंस था.
भारत और पाकिस्तान के बीच बातचीत के लिए पर्दे के पीछे कोशिश जारी
नई दिल्ली। भारत और पाकिस्तान के बीच बातचीत फिर से शुरू करने के रास्ते तलाशे जा रहे हैं. पाकिस्तान की ओर से इस बारे में हाल के दिनों में लगातार कई संकेत मिले हैं. पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता नफीस जकारिया ने कहा है कि भारत के साथ बातचीत भले ही बंद हो, लेकिन सिविल सोसायटी से जुड़े लोग बैक चैनल से बातचीत कर रहे हैं. सूत्रों का कहना है कि दोनों देशों की कुछ प्रमुख हस्तियां दुबई में मिली हैं, जिन्होंने दो दिन की बैठक के बाद बातचीत के लिए अपनी सरकारों पर जोर डालने का फैसला किया है.
हाल में भारत में पाक के उच्चायुक्त के पद से विदा होते वक्त अब्दुल बासित ने भी कहा था कि दोनों देशों के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार संपर्क में हैं. दोनों देशों की बातचीत फिर किस तरह से शुरू की जाए, इस पर एनएसए अजीत डोभाल और नासिर खान जंजुआ के बीच संपर्क की रिपोर्ट दूसरे सूत्रों से भी मिल रही हैं. कुछ महीने पहले यह रिपोर्ट भी आई थी कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और नवाज शरीफ के करीबी बताए गए एक भारतीय उद्योगपति ट्रैक-2 बातचीत कर रहे हैं.
यहां विदेश मंत्रालय के सूत्रों ने इस पर कमेंट से इनकार किया है, लेकिन पहले से यह कहा जाता रहा है कि बातचीत का माहौल बनाने की जिम्मेदारी पाक पर है. सैन्य सूत्रों ने बताया कि पाकिस्तान जल्द से जल्द बातचीत चाहता है, इसमें कोई शक नहीं है. पिछले दिनों एलओसी पर भारी तनाव के बाद दोनों तरफ के डीजीएमओ की बातचीत हुई, उसके बाद से सीजफायर तोड़े जाने कि घटनाओं में कमी आई है. एलओसी पर तनाव के बाद श्रीनगर मुजफ्फराबाद बस सेवा 21 जुलाई को रोक दी गई थी. दोनों देशों के अधिकारियों ने तय किया है कि बस सेवा की बहाली सोमवार से और एलओसी पर कारोबार की बहाली मंगलवार से हो जाएगी। सिंधु जल संधि के विवाद पर भी दोनों देश बातचीत जारी रखने पर सहमत हैं.
दलित बच्चों से सरकारी स्कूल में साफ करवाया सेप्टिक टैंक, शिकायत पर धमकी

तमिलनाडु के रामेश्वरम में सरकारी स्कूल में पढ़ रहे दलित छात्रों से स्कूल प्रशासन ने जबरन सेप्टिक टैंक साफ कराया. इंडिया टुडे की खबर के अनुसार घटना के बाद बच्चे बुरी तरह बीमार पड़ गए. मामले में पीड़ित बच्चों के परिजनों ने स्कूल के इस रवैए पर गहरी नाराजगी जाहिर की है. स्कूल रामेश्वरम के मंडापम में हैं जिसमें करीब 120 छात्र-छात्राएं पढ़ते हैं. इनमें कुछ दलित बच्चों की तबियत अचानक तब खराब हो गई जब उनसे जबरन स्कूल का टैंक साफ कराया गया. बीमार सभी छात्र संध्या नगर के निवासी बताए जाते हैं. ये इलाका रामेश्वरम बस स्टॉप के पास है. छात्रों के परिजनों ने स्कूल प्रशासन पर आरोप लगाते हुए कहा, ‘स्कूल टैंक से बुरी बदबू आने पर जबरन कक्षा छह और सात में पढ़ने वाले हमारे बच्चों से टैंक साफ कराए गए. बच्चों से ही स्कूल का टैंक खुलवाया गया. इस दौरान टैंक से जहरीली गैस निकली और बच्चों पर इसका बुरा असर पड़ा. इस दौरान चार बच्चों ने उल्टी भी की.’
मामले में एक पीड़ित छात्र नवीन कुमार ने बताया, ‘मैं स्कूल में कक्षा सात में पढ़ता हूं. स्कूल प्रशासन हमसे जबरन साफ-सफाई करवाता है. ऐसा कई बार हो चुका है. इस बार हमसे सैप्टिक टैंक साफ कराया गया. इससे हम बीमार हो गए. कई छात्र तो अभी तक उल्टी कर रहे हैं. कई छात्रों को दस्त होने की भी शिकायत है. स्कूल में हमें परेशान किया जाता है.’ वहीं घटना के बाद नवीन और अन्य पीड़ित छात्रों के परिजन सदमे हैं. उनका कहना है कि वो जहां अपने बच्चों को सुनहरे भविष्य के लिए भेजते हैं वहां उनके साथ ऐसा बर्ताव किया जाता है. दूसरी तरफ पीड़ित छात्र के परिजन ने बताया, ‘स्कूल में हमारे बच्चों के साथ ऐसा बर्ताव लंबे समय से किया जा रहा है. वहां हमारे बच्चों का इस्तेमाल महज काम के लिए किया जाता है. जब हमने इसकी शिकायत करने की कोशिश की तो उन्होंने हमें धमकी दी. वो हमारे बच्चों को परीक्षा में पास नहीं होने देंगे. हमारे बच्चों को छात्रवृति से वंचित रखने की भी धमकी दी गई. मेरा बच्चा पिछले दस दिनों से हॉस्पिटल में भर्ती है. वो अभी तक स्कूल नहीं लौट पाया है.’ दूसरी तरफ स्कूल प्रशासन ने छात्रों से टैंक साफ कराने की बात से इंकार किया है.
घाटी में मेजर समेत दो सैनिक मारे गए
नई दिल्ली। भारत प्रशासित कश्मीर में एक सैन्य क़ाफ़िले पर हुए चरमपंथी हमले में एक मेजर और सेना का एक जवान की मौत हो गई है.
समाचार एजेंसी पीटीआई ने एक पुलिस अधिकारी के हवाले से कहा कि ये हमला गुरुवार को दक्षिणी कश्मीर के शोपियां में सेना की एक सर्च पार्टी पर हुआ.
पुलिस अधिकारी के अनुसार, बुधवार की रात को ज़ाएपोरा इलाक़े में चरमपंथियों के होने की सूचना मिलने पर सेना एक टुकड़ी तलाशी अभियान चला रही थी.
तलाशी अभियान के दौरान सर्च पार्टी पर चरमपंथियों ने गोलियां चलानी शुरू कर दीं, जिसमें तीन जवान घायल हुए हैं.
घायलों को सेना के 92 बेस अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां मेजर और एक अन्य जवान की मौत हो गई.
तीसरे जवान का इलाज़ चल रहा है. अधिकारियों के अनुसार, ज़ाएपोरा में तलाशी अभियान अभी जारी है.
पैट्रोलियम कंपनियों ने पैट्रोल पंप डीलरों का बढ़ाया कमीशन
नई दिल्लीः सार्वजनिक क्षेत्र की पैट्रोलियम कंपनियों ने पैट्रोल पंप डीलरों का पैट्रोल के लिए कमीशन में 43 फीसदी तक तथा डीजल के लिए 59 फीसदी तक बढ़ा दिया है. इस फैसले की घोषणा करते हुए इंडियन आयल कारपोरेशन (आई.ओ.सी.) के चेयरमैन संजीवसिंह ने कहा कि पैट्रोल पंप डीलरों को इससे पहले प्रति लीटर के लिए एक निश्चित राशि दी जाती रही है. यह सभी आपरेटरों के लिए समान होती है और इसका उनके कारोबार के आकार से कोई लेना देना नहीं था.
उन्होंने कहा कि अब इस बात को ध्यान में रखकर कि पैट्रोल पंप राष्ट्रीय औसत 170 किलोलीटर प्रति माह ईंधन से कम की बिक्री कर रहे हैं और उन्हें काफी दिक्कतें झेलनी पड़ती है, एक ग्रेडेड फार्मूला तय किया गया है. सिंह ने कहा कि यह फार्मूला इस बात को ध्यान में रखकर तैयार किया गया है कि सभी पैट्रोल पंपों के लिए कर्मचारियों के वेतन और बिजली आदि की लागत समान रहती है बेशक उनकी बिक्री कितनी भी हो. उन्होंने कहा कि पैट्रोल और डीजल के लिए डीलरों के मार्जिन में संशोधन किया गया है. पैट्रोल में यह 9 से 43 फीसदी तक और डीजल में 11 से 59 फीसदी तक बढ़ाया गया है. कम ईंधन की बिक्री करने वाले डीलरों को प्रतिशत तथा प्रति लीटर पैसे में कमीशन में सबसे अधिक बढ़ौतरी मिलेगी.