श्रद्धा हसीना कपूर पर अदालत में धोखाधड़ी का केस दर्ज़

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मुंबई। कपड़े बनाने वाली एक कंपनी ने फिल्म हसीना पारकर के एक निर्माता और इस फिल्म में काम करने वाली लीड एक्ट्रेस श्रद्धा कपूर के ख़िलाफ़ धोखाधड़ी के मामले में शिकायत दर्ज़ की है.

समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक मुंबई की एक अदालत में दर्ज़ कराई गई इस निजी शिकायत में आरोप लगाया गया है कि फिल्म के प्रमोशन के दौरान श्रद्धा ने फैशन लेबल एजेटीएम को प्रमोट नहीं किया, जो कि उनके करार का उल्लंघन है.

यह मामला अब 26 अक्टूबर को सुनवाई के लिए आएगा. शिकायत के मुताबिक एम एंड एम डिज़ाइन्स और हसीना पारकर के निर्माता बैनर स्विस एंटरटेनमेंट के बीच एक करार हुआ था, जिसके तहत श्रद्धा को कंपनी के स्टोर और ब्रांड को प्रमोट करना था. इसके लिए फिल्म निर्माण के तहत कपड़े मुहैया भी करवाए गए थे. लेकिन श्रध्दा ने कोई प्रमोशनल एक्टिविटी नहीं की जो कि करार का सरासर उल्लंघन है.

शिकायत में ये भी कहा गया है कि श्रद्धा और निर्माता ये भलीभांति जानते थे कि उनके करार का उल्लंघन करने से कंपनी को भारी नुकसान उठाना पड़ेगा.

अपूर्व लाखिया निर्देशित फिल्म हसीना पारकर , अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम की बहन हसीना पारकर के जीवन पर बनी फिल्म है. इसमें श्रध्दा हसीना आपा बनी हैं जबकि फिल्म में उनके भाई सिद्धांत का रोल दाऊद का है. फिल्म 22 सितंबर को रिलीज़ हो रही है.

11 दिनों के बाद बेकार हो जाएंगे इन 6 बैंकों के चेक, जल्द उठाएं ये कदम

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मुंबर्इ। देश के सबसे बड़े सार्वजनिक क्षेत्र के भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआर्इ) के अनुषंगी बैंकों के ग्राहकों के लिए बड़ी खबर है. इन बैंकों के चेक आगामी 30 सितंबर के बाद से अमान्य हो जाएंगे. इसलिए यदि आप भी इन बैंकों के खाताधारक हैं, तो चेक बुक बदलने के लिए अभी से आवेदन कर दें.

एसबीआर्इ ने कहा है कि उसके पूर्व सहयोगी बैंक और भारतीय महिला बैंक के सभी ग्राहकों से अनुरोध किया जाता है कि खाताधारक नई चेकों के लिए अभी से आवेदन कर दें. पुरानी चेक बुक और आर्इएफएससी कोड 30 सितंबर के बाद अमान्य हो जाएंगे.

नई चेक बुक के लिए इंटरनेट बैंकिंग, मोबाइल बैंकिंग, एटीएम या फिर शाखा में जाकर आवेदन करना होगा. एक अप्रैल 2017 से एसबीआर्इ के अनुषंगी बैंकों स्टेट बैंक ऑफ बीकानेर एंड जयपुर (एसबीबीजे), स्टेट बैंक ऑफ हैदराबाद (एसबीएच), स्टेट बैंक ऑफ मैसूर (एसबीएम), स्टेट बैंक ऑफ पटियाला (एसबीपी), स्टेट बैंक ऑफ त्रावणकोर (एसबीटी) और भारतीय महिला बैंक (बीएमबी) का एसबीआर्इ में विलय हो चुका है.

देश के सार्वजनिक क्षेत्र के सबसे बड़े बैंक ने इन बैंकों के ग्राहकों से कहा है कि वे 11 दिनों के पहले इन पांच बैंकों से संबंधित चेकबुक का इस्तेमाल बंद कर दें. साथ ही नई चेकबुक पाने के लिए अभी से आवेदन करना शुरू कर दें, ताकि 30 सितंबर के बाद उन्हें लेन-देन करने में कोई परेशानी नहीं उठानी पड़े.

दलित लड़की का गैंगरेप करने बाद घर पर लगाए पोस्टर, लड़की ने किया सुसाइड

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उचाना। हरियाणा के उचाना शहर के पास पालवां गांव में सामूहिक बलात्कार से पीड़ित दलित लड़की ने खुदकुशी कर ली. आरोप है कि 3 लड़कों ने 18 साल की लड़की से गैंगरेप किया. उसके बाद आए दिन उस लड़की पर फब्तियां कसने लगे. उसे बदनाम करने की धमकी देकर फिर बुलाया, लेकिन वह नहीं गई तो उसके घर पर पोस्टर लगा दिए. इसके बाद लड़की ने जहर खा लिया.

सोमवार को अग्रोहा मेडिकल कॉलेज में इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई. पुलिस ने गैंगरेप, खुदकुशी के लिए उकसाने और एससी/एसटी एक्ट के तहत केस दर्ज कर लिया है. विक्टिम के पिता ने पुलिस को की गई शिकायत में कहा है कि मेरी बेटी करीब एक माह पहले गांव के एक मंदिर के पास से पानी लेने गई थी. गांव के ही रहने वाले राहुल, प्रवीण, काला ने उसे दबोच लिया और उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म किया.

लड़की के पिता ने आगे कहा कि लड़की ने घर आकर अपनी मां को घटना की सारी बात बताई. हमने समाज में बदनामी के डर से पुलिस में शिकायत नहीं की. लेकिन बेटी के साथ ऐसा दोबारा ना हो, इसलिए तीनों लड़कों के परिवार वालों से शिकायत की. सोचा था वे लड़कों को समझाएंगे. लेकिन ऐसा नहीं हुआ. तीनों लड़के घर के बाहर चक्कर काटने लगे. जब भी मेरी बेटी किसी काम से घर से बाहर निकलती, उसे ताने देते और छेड़खानी करते.”

लड़की के पिता ने आगे कहा है कि वे (आरोपी) आए दिन रेप की बात लोगों को बताने की धमकी देकर उसे फिर से गलत काम के लिए बुलाने लगे. जब मेरी बेटी उनके पास नहीं गई तो. उन लड़कों ने घर के बाहर घटना से जानकारी वाला पर्चा लगा दिया. लड़कों की हरकतों से तंग आकर मेरी बेटी ने बदनामी के डर से 16 सितंबर की रात को जहरीला पदार्थ पी लिया. हम बेटी को उचाना के एक प्राइवेट हॉस्पिटल में लेकर गए. वहां से गंभीर हालत में उसे अग्रोहा मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया गया. जहां सोमवार सुबह उसकी मौत हो गई.

ट्रेन से मुंबई जा रहे अखाड़ा परिषद के प्रवक्ता महंत मोहनदास लापता

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हरिद्वार। इलाज कराने हरिद्वार से मुंबई जा रहे अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के राष्ट्रीय प्रवक्ता और बड़ा अखाड़ा उदासीन के महंत मोहनदास चलती ट्रेन से लापता हो गए. महंत मोहनदास शुक्रवार की रात दो बजे हरिद्वार-लोकमान्य तिलक एसी सुपरफास्ट ट्रेन से मुंबई के लिए रवाना हुए थे. शनिवार रात भोपाल जंक्शन पर उन्हें खाना देने पहुंचे एक भक्त से उनके गायब होने का पता चला.

अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद और बड़ा अखाड़ा उदासीन से जुड़े संतों ने महंत मोहनदास के अपहरण की आशंका जताई है. कहा कि फर्जी संतों की सूची जारी करने के बाद से परिषद के पदाधिकारियों को धमकियां मिल रही हैं. महंत की तलाश में पुलिस की एक टीम हरिद्वार से दिल्ली भेजी गई है. कनखल में अखाड़ा मुख्यालय पर संतों का जमावड़ा लगा हुआ है. परिषद ने अपने पदाधिकारियों की सुरक्षा की मांग की है.

कनखल स्थित बड़ा अखाड़ा उदासीन के महंत मोहनदास का मुंबई के बॉम्बे हॉस्पिटल में इलाज चल रहा था. डॉक्टरों ने ऑप्रेशन के लिए 18 सितंबर की तारीख दी थी. 15 सितंबर की रात दो बजे महंत मोहनदास हरिद्वार-लोकमान्य तिलक एसी सुपरफास्ट के ए-1 कोच में रवाना हुए थे.

अखाड़े के संतों के मुताबिक महंत मोहनदास ने भोपाल के एक भक्त को शनिवार रात में खाना लाने के लिए बोला था. रात करीब आठ बजे भक्त खाना लेकर पहुंचा तो महंत मोहनदास सीट पर नहीं थे. महंत मोहनदास का हैंडबैग भी गायब मिला है. बड़ा बैग व कुर्ता सीट पर रखा मिला. उनका मोबाइल भी बंद आ रहा था.

आस पास के यात्रियों का कहना था कि उन्होंने निजामुद्दीन रेलवे स्टेशन के बाद महंत मोहनदास को नहीं देखा. तब भोपाल निवासी भक्त ने अखाड़े में महंत के लापता होने की जानकारी हरिद्वार अखाड़ा कार्यालय को दी. इससे संतों में हड़कंप मच गया.

टैंक साफ करने के दौरान दम घुटने से चार श्रमिकों की मौत, 5 की हालत गंभीर

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अहमदाबाद। अहमदाबाद के एक फैक्ट्री में रसायनिक प्रवाह वाले टैंक की सफाई के दौरान दम घुटने के कारण 4 श्रमिकों की मौत हो गई. श्रमिकों की मौत का कारण जहरीली गैस बताया जा रहा है. वात्वा जीआईडीसी थाने के निरीक्षक डी आर गोहिल ने कहा कि सांस के द्वारा जहरीली गैस शरीर के अंदर जाने से 5 अन्य गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती हैं.

उन्होंने कहा कि शुरुआती जांच में खुलासा हुआ कि पहले कुछ श्रमिक शहर के वात्वा जीआईडीसी क्षेत्र में फैक्ट्री के टैंक की सफाई के लिए टैंक में घुसे. जब जहरीली गैस के कारण श्रमिक अचेत होने लगे तो उन्हें बचाने के लिए कुछ अन्य अंदर गए और वह भी बेहोश हो गए.

उन्होंने कहा कि फैक्ट्री अधिकारी सभी श्रमिकों को लेकर एलजी अस्पताल लेकर गए जहां उनमें से चार को मृत घोषित किया गया, जबकि पांच अन्य का इलाज चल रहा है. जिनकी हालत गंभीर बनी हुई है.

शहर के मुख्य दमकल अधिकारी राजेश भट्ट ने बताया कि फैक्ट्री में डाई का निर्माण होता है था और मेंटेनेंस की वजह से पिछले कुछ दिनों से फैक्ट्री बंद थी. जिस टैंक में मज़दूर बेहोश हुए उसमें ट्रीटमेंट के पहले रासायनिक पदार्थों को जमा किया जाता था.

पीवी सिंधु ने जीता कोरिया ओपन

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टोक्यो। कोरिया ओपन में पीवी सिंधु ने जापान की नोजोमी ओकुहारा को हराकर चैम्पियनशिप जीत ली है. इसके साथ ही उन्‍होंने सत्र का अपना दूसरा सुपर सीरीज खिताब अपने नाम किया.

सिंधु ने आठवीं रैंक की जापानी खिलाड़ी ओकुहारा को एक घंटे 23 मिनट तक चले रोमांचक फाइनल में 22-20, 11-21, 20-18 से शिकस्त दी. इस जीत के साथ उन्होंने ओकुहारा से पिछले महीने ग्लास्गो में वर्ल्ड चैंपियनशिप में मिली हार का बदला भी चुकता कर दिया.

सिंधु मंगलवार से यहां क्वालीफायर के साथ शुरू होने वाले 325,000 डॉलर इनामी राशि के जापान ओपन में तीसरा सुपर सीरीज खिताब अपने नाम करने की कोशिश करेंगी. सिंधु के अलावा किदाम्बी श्रीकांत और साइना नेहवाल भी इस टूर्नामेंट में भाग लेंगे. सिंधु ने पिछले हफ्ते कोरिया ओपन में मिनात्सु मितानी के खिलाफ दूसरा गेम गंवाने के बाद जीत दर्ज की थी और अब वह फिर इस हफ्ते शुरुआती दौर में जापानी खिलाड़ी से भिड़ेंगी.

पीवी सिंधु ने कोरिया ओपन में ओकुहारा को पराजित किया. इसके साथ ही उन्‍होंने सत्र का अपना दूसरा सुपर सीरीज खिताब अपने नाम किया. सिंधु लगातार तीसरे टूर्नामेंट में विश्व चैम्पियन ओकुहारा से भिड़ सकती हैं, अगर वह मितानी को हरा देती हैं और साथ ही ओकुहारा भी हांगकांग की चेयुंग एनगान यि के खिलाफ जीत दर्ज कर लेती हैं.

दुनिया के आठवें नंबर के खिलाड़ी श्रीकांत का सामना शुरुआती दौर में चीन के दुनिया के 10वें नंबर के खिलाड़ी तियान होऊवेई से होगा. इंडोनेशिया सुपर सीरीज प्रीमियर और ऑस्ट्रेलिया सुपर सीरीज खिताब जीतने वाले श्रीकांत सिंगापुर ओपन के भी फाइनल में पहुंचे थे. वह सात भिड़ंत में से छह में होऊवेई से हार चुके हैं और इनमें से पांच मैचों का फैसला अंतिम गेम से हुआ.

पाकिस्तान में चुनाव लड़ेगी आतंकवादियों की पार्टी

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लाहौर। 2008 के मुंबई आतंकी हमलों का मास्टरमाइंड हाफिज सईद अब पाकिस्तान में चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहा है. यह जानकारी संगठन के वरिष्ठ सदस्य शेख याकूब ने लाहौर उप चुनाव के एक दिन बाद दी है. पिछले महीने जमात-उद-दावा ने मिल्ली मुस्लिम लीग नाम से पार्टी के गठन का एलान किया था. लाहौर में नेशनल असेंबली की एनए-120 सीट पर रविवार को हुए उप चुनाव में जमात-उद-दावा सर्मिथत उम्मीदवार शेख याकूब तीसरे स्थान पर रहा.

शेख याकूब ने लाहौर में पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की पत्नी कुलसुम नवाज के खिलाफ चुनाव लड़ा था. यह सीट सुप्रीम कोर्ट द्वारा नवाज शरीफ को संसद की सदस्यता के अयोग्य ठहराए जाने से खाली हुई थी. जमात-उद-दावा ने बीते अगस्त में मिल्ली मुस्लिम लीग नाम की पार्टी की घोषणा की थी. वह इसी पार्टी के उम्मीदवार के तौर पर शेख याकूब को चुनाव लड़वाना चाह रहा था लेकिन चुनाव आयोग में पार्टी का पंजीकरण न होने से ऐसा नहीं हो सका. अंतत: याकूब ने निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ा और पांच हजार वोट पाए. उसने कहा है कि दावा समर्थित उम्मीदवार के तौर पर उसे लोगों का काफी साथ मिला.

संगठन के चुनाव में उतरने का जनता ने स्वागत किया. लोग चाहते हैं कि संगठन के लोग भविष्य में भी चुनाव लड़ें और जीतकर देश को मजबूत बनाएं. इससे हमारी भारत, अमेरिका और इजरायल जैसे दुश्मन देशों के खिलाफ लड़ाई मजबूत होगी और जनता की समस्याएं भी दूर होंगी. न्यूयॉर्क टाइम्स के अनुसार शेख याकूब को अमेरिकी प्रशासन ने 2012 में आतंकी संगठन का नेता घोषित करके उसके साथ किसी भी तरह के लेन-देन पर रोक लगा दी थी. अमेरिका ने जमात-उद-दावा को 2014 में विदेशी आतंकी संगठन घोषित किया था.

भाजपा से गठबंधन तोड़ेगी शिवसेना?

मुंबई। शिवसेना का महाराष्ट्र और अन्य जगहों में भारतीय जनता पार्टी के साथ गठबंधन है. इसके बावजूद भी शिव सेना भाजपा की लगातार अलोचना और विरोध करती रहती है. शिवसेना सांसद संजय राउत ने खुले तौर पर इसका ऐलान कर दिया है.

सोमवार को शिवसेना सांसद संजय राउत ने एक के बाद एक कई ट्वीट किए. अपने ट्वीट में उन्होंने भाजपा को लेकर नाराजगी जाहिर की. साथ ही उन्होंने भाजपा से जल्द गठबंधन खत्म होने तक की धमकी दे डाली. संजय राउत ने साफ तौर पर कहा कि पार्टी इस दिशा में जल्द ही कोई अंतिम निर्णय लेने वाली है.

संजय राउत ने कहा कि मातोश्री पर सोमवार को पार्टी की महत्वपूर्ण बैठक हुई. जनता के मन में पेट्रोल-डीजल दामों को लेकर और महंगाई को लेकर गुस्सा है. हमें लग रहा है कि हम इस पाप के भागीदार नहीं बनना चाहते.

इससे पहले संजय राउत ने अपने ट्वीट में लिखा कि उद्धव ठाकरे सरकार से खुश नहीं है. शिवसेना पेट्रोल के दामों में हो रही बढ़ोतरी का हिस्सा नहीं बनना चाहती. उद्धव ठाकरे इस दिशा में जल्द ही कोई फैसला लेंगे.

दरअसल, फंड और दूसरे मसलों पर चर्चा के लिए शिवसेना सांसदों और विधायकों की बैठक बुलाई गई थी. सूत्रों के मुताबिक, बैठक में कई विधायकों ने शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे से महाराष्ट्र सरकार में शामिल रहने के संबंध में फैसला लेने की बात रखी. बताया जा रहा है कि कई नेताओं ने पेट्रोल और डीजल की बढ़ी कीमतों को लेकर नाराजगी जाहिर की है. जिसके बाद बीजेपी से गठबंधन तोड़ने की बात सामने आई है.

गौरतलब है कि महाराष्‍ट्र में भाजपा और शिवसेना की गठबंधन सरकार है. बताया जा रहा है कि पेट्रोल और डीजल की बढ़ी कीमतों को लेकर कई नेताओं ने नाराजगी जाहिर की है. वहीं गठबंधन पर जल्‍द फैसला लेने की अपील की गई है. सरकार बनने के बाद से ही दोनों पार्टियों के बीच अक्सर उठापटक नजर आती रही है. कई मसलों पर शिवसेना खुलकर भाजपा और मोदी सरकार की आलोचना भी कर चुकी है. ऐसे में अब पेट्रोल-डीजल की कीमतों में इजाफे के आधार पर एक बार फिर शिवसेना ने भाजपा को गठबंधन तोड़ने की धमकी दी है.

जिया खान की मां ने प्रधानमंत्री मोदी से मांगा न्याय

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मुंबई। अभिनेत्री जिया खान की मौत को लेकर उनकी मां राबिया खान ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चिट्ठी लिखकर न्याय मांगा है. उन्होंने प्रधानमंत्री से जिया का मौत के मामले में इंसाफ की मांग की है. उन्होंने लिखा है कि लोकल पुलिस ने उनकी बेटी की हत्या को सुसाइड का मामला बना दिया.

2013 में जिया खान ने कथित रूप से खुदकुशी कर ली थी, लेकिन उनकी मां राबिया का कहना है कि जिया की हत्या उनके बॉयफ्रेंड आदित्य पंचोली ने की थी. न्याय की अपील करते हुए राबिया ने इस बार पीएम मोदी को लेटर लिखा है.

जिया खान की मां पहले भी मोदी सरकार से अपनी बेटी की मौत की दोबारा जांच करवाने की मांग उठा चुकी हैं. लेकिन इस मामले को लेकर सरकार की अनदेखी के बाद अब राबिया खान ने मोदी को चिट्ठी लिखकर पूरे मामले की जानकारी देकर अपनी बेटी को मौत की फिर से जांच करवाने की गुजारिश की है.

राबिया ने आरोप लगाया है कि पूरे मामले में स्थानीय पुलिस ने उनकी बेटी की हत्या को आत्महत्या बना दिया. लेटर में राबिया ने दावा किया कि भारत और इंग्लैंड में विशेषज्ञों से प्राप्त सभी फरेंसिक रिपोर्ट्स में जिया हत्या की ओर इशारा किया गया है.

लेटर की शुरुआत करते हुए राबिया ने लिखा, ‘मैं अमेरिकी नागरिक जिया खान की मां हूं.’ उन्होंने आगे लिखा, फरेंसिक रिपोर्ट्स को देखने के बाद यह साफ है कि मेरी बेटी का मर्डर किया गया है. हत्या करने के बाद में उसे लटका दिया गया ताकि यह लगे कि उसने आत्महत्या की है. राबिया ने मामले की जांच के लिए स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम गठित किए जाने की भी मांग की है.

हाल ही में राबिया ने बॉम्बे हाईकोर्ट के फैसले को चुनौती देते हुए सुप्रीम कोर्ट में स्पेशल लीव पिटीशन भी दायर की थी, लेकिन उनकी इस याचिका को खारि‍ज कर दिया गया था. सुप्रीम कोर्ट ने राबि‍या को इस मामले के बारे में निचली अदालत में याचिका दायर करने को कहा था. इससे पहले बॉम्बे हाईकोर्ट ने इस मामले को लेकर विशेष जांच दल (एसआईटी) गठित करने की याचिका को खारिज भी कर दिया था. साल 2016 में जिया की मां राबिया खान ने बॉम्बे हाईकोर्ट में मामले में एसआईटी गठित करने की मांग की थी.

मामूली विवाद को भाजपा ने जातीय संघर्ष में बदलाः मायावती

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मेरठ। बहुजन समाज पार्टी ने मेरठ में विशाल रैली का आयोजन किया. मुख्य अतिथि के तौर पर आई मायावती ने इस रैली को संबोधित किया. मायावती ने आरोप लगाया कि सियासी फायदे के लिए सहारनपुर में जातीय दंगे कराए गए. उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार ने सहारनपुर में मामूली विवाद को जातीय संघर्ष में बदल दिया.बहुजन समाज पार्टी ने मेरठ में विशाल रैली का आयोजन किया. मुख्य अतिथि के तौर पर आई मायावती ने इस रैली को संबोधित किया. मायावती ने आरोप लगाया कि सियासी फायदे के लिए सहारनपुर में जातीय दंगे कराए गए. उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार ने सहारनपुर में मामूली विवाद को जातीय संघर्ष में बदल दिया.

मायावती ने कहा कि यूपी के विधानसभा चुनाव में भाजपा ने ईवीएम में गड़बड़ी करके चुनाव जीता है. बसपा कार्यकर्ताओं ने ईवीएम के खिलाफ यूपी के जिला मुख्यालयों पर 11 अप्रैल को धरना प्रदर्शन भी किया. उन्होंने कहा कि ईवीएम के खिलाफ हम सुप्रीम कोर्ट गए, तो भाजपा ने इससे ध्यान हटाने के लिए एक सोची समझी साजिश के तहत सहारनपुर के शब्बीरपुर गांव में दलित-राजपूत के बीच दंगा कर दिया. मायावती ने कहा कि भाजपा ने दलित मतों में सेध लगाने की मंशा से दंगा कराया है. उन्होंने कहा कि दंगे के बाद दलितों के आंसू पोंछने के नाम पर दलितों के बीच में आकर भाजपा नेता बड़े-बड़े भाषण देंगे और दलितों की सहानुभूति पाएंगे.

बसपा सुप्रीमो ने कहा कि सहारनपुर में दलितों का शोषण हुआ. उन्होंने कहा 18 जुलाई को राज्यसभा में उन्हें इस मुद्दे पर सत्ता पक्ष ने बोलने नहीं दिया. यही वजह है कि मैने राज्यसभा सदस्य पद से इस्तीफा दे दिया. उन्होंने कहा कि भाजपा ने सहारनपुर में मामूली विवाद को जातीय संघर्ष करा दिया. उन्होंने कहा कि दलितों के साथ-साथ मेरी हत्या भी कर दी जाएगी. मायावती ने कहा इसके बाद भाजपा के लोग फिर आरएसएस से जुड़े रामनाथ कोविंद को राष्ट्रपति का उम्मीदवार बनाया.

18 AIADMK विधायक अयोग्य घोषित

 

चैन्नई। तमिलनाडु राज्‍य विधानसभा के स्‍पीकर पी धनपाल ने सोमवार को 18 विधायकों को अयोग्‍य घोषित कर दिया. स्पीकर का यह फैसला दिनाकरण के लिए बड़ा झटका साबित होगा.

अयोग्य करार दिए गए अन्नाद्रमुक के इन विधायकों के नामों की लिस्‍ट भी जारी हो गई है. अयोग्‍य घोषित विधायकों में थांगा तमिलसेल्वन, सेंथिल बालाजी, पी वेत्रीवल और के मरियप्पन भी शामिल हैं. तमिलनाडु विधानसभा में 1986 पार्टी डिफेक्‍शन लॉ के तहत प्रवक्‍ता ने यह आदेश दिया.

बता दें कि ये विधायक मुख्‍यमंत्री ई. पलानीस्‍वामी को हटाए जाने की मांग कर रहे थे लेकिन स्पीकर पी धनपाल ने इन्‍हें अयोग्य घोषित कर दिया.

एआईएडीएमके के पलानीसामी और पन्नीरसेल्वम के गुटों के विलय के बाद भी तमिलनाडु में राजनीतिक घमासान जारी है. इस विलय के बाद पलानीस्वामी और पन्नीरसेल्वम ने एआईएडीएमके की महासचिव शशिकला और उनके भतीजे टीटीवी दिनाकरन को पार्टी में अलग-थलग कर दिया है.

इस विलय से नाखुश दिनाकरन गुट के 18 विधायकों ने तमिलनाडु के राज्यपाल सी. विद्यासागर राव से मुलाकात कर मुख्यमंत्री को हटाने की मांग की थी. विधायकों ने कहा कि पलानीस्वामी के पास बहुमत नहीं है. विधायकों ने राज्यपाल से मिलने से पहले दिनाकरन के आवास पर उनसे मुलाकात की. 18 बागी विधायकों के इस बर्ताव को एआईएडीएमके पार्टी गाइडलाइन का उल्लंघन मानते हुए विधानसभा अध्यक्ष से शिकायत की थी.

चुनावी रंजिश में घर में घुसकर 5 लोगों की हत्या

फरीदाबाद। हरियाणा में पुलिस प्रशासन की नाकामयाबी हम लोग राम रहीम केस में देख चुके हैं.  पुलिस प्रशासन और हरियाणा सरकार की यह नाकामयाबी चुनावों से संबंधित है. हरियाणा सरकार का राम रहीम पर ढुलमुल रवैया अपनाया था. क्योंकि राम रहीम का बड़ा राज्य सरकार का बहुत बड़ा वोट बैक था. अब फरीदाबा में चुनावी रंजीश का मामला सामने आया है.

फरीदाबाद एक घर के अंदर घुसकर बदमाशों ने 5 लोगों की गोलियों से भूनकर हत्या कर दी. वहीं 8 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए. परिजनों की तहरीर पर पुलिस ने केस दर्ज करके इस मामले में 17 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है. 5 अन्य लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है. इस मामले की जांच जारी है.

इस वारदात की सूचना मिलते ही केंद्रीय मंत्री कृष्णपाल गुर्जर, विधायक सीमा त्रिखा, डॉ. हनीफ कुरैशी सहित पुलिस के आला अधिकारी मौके पर पहुंच गए. पुलिस टीम ने इस मामले की जांच शुरू कर दी है. गंभीर रूप से घायल लोगों का अस्पताल में इलाज कराया जा रहा है. इस वारदात के शिकार पलवली गांव के श्रीचंद के परिवार के लोग हैं. इस परिवार का गांव की सरपंच के परिजनों के साथ चुनावी रंजिश में झगड़ा चल रहा था.

आरोप है कि रविवार की रात करीब 9.30 बजे गांव की सरपंच के पति बिल्लू और उसके कई साथी श्रीचंद के घर में घुसे और उन पर फायरिंग शुरू कर दी. इस फायरिंग में 5 लोगों की मौके पर ही मौत हो गई और करीब 8 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए. घायलों को आनन-फानन में अस्पताल में भर्ती कराया गया. इस वारदात की सूचना मिलते ही पुलिस के साथ कई नेता घटनास्थल पर पहुंच गए. गांव में एहतियातन पुलिस बल तैनात किया गया है.

पुलिस ने बताया कि इस वारदात में राजेंद्र प्रसाद (55), ईश्वर चंद (40), श्रीचंद (61), नवीन (36) और देवेंद्र (35) की मौत हो गई. इस मामले की गंभीरता को देखते हुए केंद्रीय मंत्री कृष्णपाल गुर्जर और विधायक सीमा त्रिखा मौके पर जा पहुंचे. अस्पताल में जाकर पीड़ित परिवार को सांत्वना दी. केंद्रीय मंत्री ने परिजनों को विश्वास दिलाया कि आरोपी चाहे कितना भी बड़ा हो उसे बख्शा नहीं जाएगा. कानून अपना काम करेगा.

बुंदेलखंड में खत्म होने के कगार पर एक ‘कुप्रथा’

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बुंदेलखंड। यूपी के बुदेलखंड में दलित महिलाएं सालों से फैली कुरितियों के खिलाफ आ गई हैं. बुंदेलखंड के ललितपुर की बात करें तो यहां दलित महिलाएं घर के बड़े-बुजुर्गों और ऊंची जातियों के लोगों को देखकर चप्पल सर या फिर हाथ में ले लेती थी. ऐसा वह वर्षों से कर रही थीं, लेकिन अब वह इससे निजात चाहती हैं.

अगर महिलाएं गलती से चप्पल पहनकर बड़े लोगों के सामने चली जाती थीं तो उनपर जुर्माना लगाया जाता था. यह परंपरा पुरुषों पर भी लागू होती थी. जब कोई पुरुष गांव के कथित उच्च लोगों के घर जाता तो उसे ऐसा करना पड़ता था. महरौनी गांव की राधा देवी ने बताया कि चाहे जितनी सर्दी हो, तपती धूप हो, हमें बड़ी जाति के लोगों के सामने चप्पल पहनने की अनुमति नहीं थी. आज भी प्रधान के पास हमारे बुजुर्ग चप्पल पहनकर नहीं जाते, अगर जाते भी हैं तो हाथ में चप्पल लेकर जाते हैं. लेकिन समय के साथ और शिक्षा के प्रसार के कारण अब यह परंपरा खत्म होने लगी हैं. अब न तो महिलाएं इस परंपरा को निभा रही हैं और न पुरुष ही उनसे ऐसा करने के लिए दबाव बना रहे हैं.

ललितपुर गांव की रहने वाली मीरा बताती हैं कि अब हम अपने घर से चप्पल पहनकर निकलते हैं. विरोध करने वाली महिलाओं की संख्या अभी बहुत ज्यादा नहीं है, पर बदलते समय के साथ एक दूसरे के देखा-देखी नई नवेली बहुएं चप्पल पहनकर निकलने लगी हैं. समय के साथ और शिक्षा के प्रसार के कारण अब यह परंपरा खत्म होने लगी हैं. अब न तो महिलाएं इस परंपरा को निभा रही हैं और न पुरुष ही उनसे ऐसा करने के लिए दबाव बना रहे हैं. वर्तमान में देखें तो अब सिर्फ एक से दो प्रतिशत महिलाएं ही इस परम्परा को मानते हैं, बाकि ये प्रथा अब पूरी तरह से समाप्त हो गई है. बदलते वक्त के साथ अब इन महिलाओं की चप्पल हाथों की बजाय पैरों की शोभा बढ़ा रही हैं.

मेरठ में आज मायावती की रैली

मेरठ। बहुजन समाज पार्टी की प्रमुख मायावती की आज मेरठ में रैली हो रही है. राज्यसभा से इस्तीफा देने के बाद मायावती आज पहली महारैली को मेरठ में संबोधित करेंगी. बसपा की इस रैली में मेरठ, सहारनपुर और मुरादाबाद मंडल के कार्यकर्ता शामिल होंगे. बसपा की महारैली मेरठ के सुभारती मेडिकल कॉलेज के सामने वाले मैदान में है.

बसपा मेरठ के महारैली में भीड़ जुटाकर विरोधी दलों को अपनी ताकत का एहसास कराने के साथ-साथ खिसकते जानाधार की बात करने वालों को भी वो मुंहतोड़ जवाब देना चाहती हैं.

रैली स्थल पर मेरठ, सहानरपुर और मुरादाबाद मंडल के वर्करों के बैठने के लिए तीन अलग-अलग ब्लॉक बनाए गए हैं, ताकि यह पता रहे कि किस मंडल से कितनी भीड़ आई. महिलाओं के बैठने के लिए मंच के बिल्कुल सामने जगह बनाई गई है. महिला बीबीएफ की वर्कर उनकी जिम्मेदारी संभालेंगी.

मेरठ के सरधना से प्रत्याशी रहे हाफिज इमरान याकूब ने कहा कि मेरठ की रैली एक ऐतिहासिक रैली होगी और करीब 5 लाख लोगों की भीड़ जुटेगी. दरअसल पिछले दिनों पश्चिमी उत्तर प्रदेश के सहारनपुर के शब्बीरपुर में हुई दलित और राजपूत के बीच हिंसा हुई थी. मायावती इस मुद्दे पर राज्यसभा में बोलना चाहती थीं, लेकिन उन्हें बोलने का मौका नहीं दिया गया था. मायावती को ये बात इतनी नागवार गुजरी कि उन्होंने राज्यसभा के सदस्य पद से ही इस्तीफा दे दिया था. इसके बाद उन्होंने रैलियों के जरिए दलित उत्पीड़न की बात उठाना चाहती हैं. मायावती ने यूपी के सभी मंडलों में हर महीने की 18 तारीख को रैली करने का ऐलान किया था. इसी कड़ी में सोमवार को पहली रैली मेरठ में हो रही है.