रायपुर। छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले के धमधा ब्लॉक की भारतीय जनता पार्टी के नेता की गोशाला में 200 से ज्यादा गायों की मौत हो गई है. राजपुर गांव के ग्रामीणों ने इलाके के SDM को शिकायत करके बताया है कि मृत गायों को गांव के एक सुनसान इलाके में दफना दिया गया है.
आरोप है कि कम से कम 200 गाय भुखमरी और दवाओं की कमी के चलते राज्य के दुर्ग स्थित राजपुर गांव में मर गईं. कई गायों को गोशाला के करीबी ही दफन कर दिया है जबकि कुछ शवों को जिन्हें दफनाया नहीं गया था वो आस-पास पाए गए हैं.
भाजपा नेता हरीश वर्मा जो जमूल नगर निगम के उपाध्यक्ष भी हैं, वो यह गोशाला बीतें सात सालों से चला रहे हैं. पुलिस ने कहा कि हरीश वर्मा को छत्तीसगढ़ कृषि पशु संरक्षण संरक्षण-2004, पशु अधिनियम के लिए क्रूरता की धारा 190 और भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 409 की धारा 4 और 6 के तहत शुक्रवार को गिरफ्तार किया गया था.
राजपुर सरपंच के पति सेवा राम साहू ने कहा कि हमने देखा कि दो दिन पहले गोशाला के पास जेसीबी मशीनें चल रही थीं और हमने कुछ मीडिया के व्यक्तियों को बताया. जब हम यहां पहुंचे, तो हमने पाया कि जमीन पर मृत गायों को दफनाने के लिए की गड्ढे खोदें जा रहा थे. वो कम से कम 200 की संख्या में थीं.
दुर्ग जिले के पशु चिकित्सा विभाग के उप निदेशक एमके चावला ने कहा कि पिछले दो दिनों में 27 गायों का पोस्टमार्टम किया गया है. चावला ने कहा कि अन्य 50 गायों कि स्थिति गंभीर है जिनका इलाज किया जा रहा है. मौतों की संख्या बढ़ सकती है. कहा जा रहा है कि गोशाला की क्षमता 220 गायों तक हैं लेकिन यहां 650 से अधिक गाय हैं.

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