सहारनपुर में दलित-राजपूतों में फिर हुआ संघर्ष

सहारनपुर। उत्तर प्रदेश के सहारनपुर में एक बार फिर से दलित और राजपूतों में संघर्ष हो गया. इस दौरान दोनों पक्षों के लोग आमने- सामने आ गए और जमकर पथराव हुआ. तनाव को देखते हुए गांव में भारी पुलिस बल तैनात किया गया है.
बताया गया कि मंगलवार रात को दोनों पक्षों के लोगों में कहासुनी हो गई थी. जिसे लेकर बुधवार सुबह संघर्ष हो गया. इस दौरान दोनों पक्षों के लोगों में जमकर पथराव हुआ और दोनों पक्षों के तीन- तीन लोग गंभीर रूप से घायल हो गए. उधर, सूचना मिलते ही पुलिस अधिकारियों में हड़कंप मच गया. पुलिस अधिकारियों ने तनाव को देखते हुए गांव में पुलिसफोर्स तैनात कर दी गई है. वहीं पूरे शहर में अलर्ट जारी कर दिया गया गया है.

बता दें कि बड़गांव के पास शब्बीरपुर में ही पिछले साल दलित और राजपूतों में जमकर संघर्ष हुआ था. जिसमें कई लोगों की जान भी चली गई थी.

इसके बाद सीओ देवबंद सिद्धार्थ सिंह भी पुलिस बल के साथ पहुुंचे. पुलिस ने दोनों पक्षों को शांत कराकर घायल लोगों को उपचार के लिए नानौता चिकित्सालय भिजवाया. उधर, इस संघर्ष को लेकर राजपूत पक्ष की ओर से ओमकार और दलित समाज की ओर से राहुल ने बड़गांव थाना में तहरीर दी है. इसमें दोनों पक्षों में 20 से अधिक लोगों के नाम शामिल हैं. वहीं, बड़गांव के कार्यवाहक थाना प्रभारी योगेंद्र पाल यादव की ओर से संगीन धाराओं में दोनों पक्षों के मांगेराम, सुमित, गुल्लु उर्फ सचिन, ओमकार, अरूण, विपिन, गौरव, शिवम, अनिल, रणजीत, राहुल, दीपक, कालू, सुरेश, श्याम सिंह और 150 अज्ञात आरोपियों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की है.

पुलिस की लापरवाही से हुआ संघर्ष
मंगलवार रात जब दोनों पक्षों में विवाद हुआ तो दोनों पक्षों की ओर से पुलिस को सूचना दी गई थी. मगर रात में पुलिस नहीं पहुंची. दोनों पक्षों के समर्थक ग्रामीणों का कहना है कि पुलिस मामले को गंभीरता से लेती तो संघर्ष के हालात न बनते.

सख्त कार्रवाई की जाएगी : सीओ
सीओ देवबंद सिद्धार्थ सिंह का कहना है कि पुलिस की ओर से दोनों पक्षों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है. किसी को कानून हाथ में लेने की इजाजत नहीं दी जाएगी. घटना में शामिल आरोपियों को बख्शा नहीं जाएगा.

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