नई दिल्ली। दिल्ली विश्वविद्यालय के हंसराज कॉलेज में अम्बेडकरवादी लेखक संघ ने ‘बिरसा मुंडा सम्मान समारोह-2017’ कार्यक्रम का आयोजन किया. कार्यक्रम में रमणिका गुप्ता को बिरसा मुंडा सम्मान दिया गया. इसके अलावा तीन युवा कहानीकार अनुपम वर्मा, रायबहादुर और विपिन चौधरी ने कहानी पाठ भी किया.
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए जयप्रकाश कर्दम सबसे पहले रमणिका गुप्ता को बिरसा मुंडा सम्मान की बधाई दी. साथ ही उन्होंने कहा कि रमणिका गुप्ता ने दलित और आदिवासियों पर बहुत काम किया है. रमणिका गुप्ता ने कहा कि अम्बेडकरवादी साहित्य दलित, आदिवासी, महिला, अल्पसंख्यक और वंचितों समुदायों के सवालों और संवेदनाओं को वाणी देने वाला साहित्य है. यह भविष्य का साहित्य होगा.
कार्यक्रम में दलित कहानीकार डा. नामदेव ने तीनों कहानीकारों को भविष्य का कहानीकार बताया. उन्होंने कहा कि तीनों कहानीकार अपने समय के सवालों को तो उठाते हैं. विषय प्रस्तुत करते हुए दलित आलोचक मुकेश मिरोठा ने कहा कि नए कहानीकारों को अच्छी कहानियों के लिए बधाई देनी चाहिए. मिरोठा ने आगे कहा कि जो लेखक अपने को वरिष्ठ मानते हैं और अपने समाज से कट गए हैं. उनको हमें मंचो पर शामिल नहीं किया जाना चाहिए.
कार्यक्रम में रिदम के डायरेक्टर हंसराज सुमन ने रिदम की तरफ से रमणिका गुप्ता को बधाई दी. उन्होंने कहा कि नए कहानीकार साहित्य के लिए एक बड़ी उम्मीद जगाते हैं. इस कार्यक्रम का संचालन हेमलता यादव और अरुण कुमार ने की. हंसराज कालेज की प्रिंसिपल प्रोफसर रमा शर्मा ने रमणिका गुप्ता के साहित्यिक अवदान पर प्रकाश डाला.

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