नई दिल्ली। भीम आर्मी भारतीय एकता मिशन के संस्थापक चंद्रशेखर आजाद ने मायावती और बसपा के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. हाल में हर हाल में बसपा को समर्थन देने की बात कहने वाले चंद्रशेखर ने 14 अप्रैल को बाबासाहेब डॉ. अम्बडेकर की जयंती के दिन मायावती के खिलाफ मोर्चा खोल दिया. लोकसभा चुनावों के बीच बाबासाहेब की जयंती के मौके पर उनकी जन्मस्थली महू (मध्यप्रदेश) पहुंचे चंद्रशेखर ने बसपा प्रमुख मायावती पर निशाना साधते हुए कहा कि बसपा दलितों की शुभचिंतक नहीं है.
बाबासाहेब डॉ. भीमराव आम्बेडकर की 128वीं जयंती के अवसर पर उनकी जन्मस्थली महू में उनकी प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित करने आये चंद्रशेखर ने संवाददाताओं को बताया, ‘‘बाबा साहेब ने कुछ बड़े-बड़े सपने देखे थे, जो अब तक पूरे नहीं हुए हैं. इसलिए मैं यहां पर आया हूं और मैं उनके इन सपनों को पूरा करूंगा.’’ एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा, ‘‘मायावती की पार्टी दलितों के हितों की रक्षा नहीं करती है. असलियत में समूचे देश में दलितों की शुभचिंतक मेरी पार्टी (भीम आर्मी) है, न कि बसपा.’’
भीम आर्मी और उसके प्रमुख चंद्रशेखर का इस तरह बसपा और उसकी सुप्रीमो मायावती के खिलाफ खुलकर आने के बाद दलित राजनीति दिलचस्प हो गई है. चंद्रशेखर ने यह बयान तब दिया है जब दूसरे चरण का चुनाव होना है. देखना होगा कि भीम आर्मी के समर्थक जो कि बहुजन समाज पार्टी के वोटर हैं, वो चंद्रशेखर के इस बयान को कैसे देखते हैं.
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