नई दिल्ली। 28 अगस्त को देश भर के व्यापारी पूरे देश में भारत बंद रखेंगे. फ्लिपकार्ट-वॉलमार्ट डील के विरोध में अखिल भारतीय व्यापारी संघ (कैट) ने इस बात की घोषणा करते हुए कहा कि यह डील खुदरा व्यापारियों को भुखमरी के कगार पर ला देगी.
कैट के सचिव प्रवीण खंडेलवाल ने कहा कि सरकार ई-कॉमर्स कंपनियों को बढ़ावा दे रही है, जिससे खुदरा व्यापारियों की कमर टूट रही है. ऑनलाइन कंपनियां ज्यादातर ग्राहकों को काफी बड़ा डिस्काउंट देती है, जिससे उन्हें नुकसान होने पर भी डर नहीं रहता है.
कैट ने कहा है कि वो भारत बंद के अलावा इस डील के विरोध में 15 सितंबर से पूरे देश में रथ यात्रा भी शुरू होगी. इस रथ यात्रा के समापन पर 16 दिसंबर को एक बड़ी रैली का भी आयोजन किया जाएगा, जिसमें पूरे देश के व्यापारी संगठन हिस्सा लेंगे.
कैट की यह आम सभा नागपुर में आयोजति की गई थी, जिसमें देश भर के 200 व्यापारी संगठनों ने हिस्सा लिया था. व्यापारियों ने फैसला किया है कि आगामी 28 अगस्त को बंद के दौरान सभी व्यापारी अपने प्रतिष्ठानों को बंद रखेंगे और अपने-अपने जिलों में ई-कॉमर्स कंपनियों के खिलाफ प्रदर्शन करेंगे.
अमेरिकी कंपनी वॉलमार्ट ने रविवार को कहा था कि उसने भारतीय कंपनी फ्लिपकार्ट के साथ लगभग 16 अरब डॉलर का सौदा पूरा कर लिया है और अब उसके पास फ्लिपकार्ट की 77 फीसदी हिस्सेदारी है. वॉलमार्ट के इस निवेश में फ्लिपकार्ट के कारोबार को रफ्तार देने को नई इक्विटी फंडिंग के लिए 2 अरब डॉलर का निवेश भी शामिल है.
इस वर्ष मई में तय किया गया यह महासौदा भारतीय खुदरा बाजार का अब तक का सबसे विशाल सौदा है, साथ ही यह वॉलमार्ट द्वारा किया गया सबसे बड़ा अधिग्रहण भी है जो कि कंपनी को अपने प्रतिस्पर्धी अमेजन से मुकाबला करने में मदद करेगा.
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