
नई दिल्ली। पेंशनधारियों के लिए राहत भरी खबर आई है. बुधवार को मिली जानकारी के अनुसार केंद्र सरकार के कर्मचारियों को पेंशन राशि निकालने के लिए आधार कार्ड अनिवार्य नहीं है. इस फैसले से पेंशनधारियों के परेशानी का हल होगा.
केंद्रीय कार्मिक राज्यमंत्री जितेंद्र सिंह के अनुसार पेंशन के मामले में आधार एक अतिरिक्त सुविधा है जिसके जरिए बैंक गए बिना टेक्नोलॉजी के इस्तेमाल से लाइफ सर्टिफिकेट जमा कराए जा सकते हैं.
स्वैच्छिक एजेंसियों की स्थायी समिति की 30वीं बैठक में केंद्रीय कार्मिक राज्यमंत्री जितेंद्र सिंह का पेंशन को लेकर कही गई बात उन लाखों पेंशनधारियों के लिए राहत की सांस दिया है. इससे पेंशनधारियों को खुशी मिली है. पेंशनधारियों को आधार कार्ड को लेकर होने वाली असुविधा से निजात मिल पाएगी.
पहले से ज्यादा राशि-
इस अवसर पर उन्होंने केंद्रीय कर्मचारियों और पेंशनभोगियों के लिए शुरू की गई कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी देते हुए कहा कि न्यूनतम पेंशन नौ हजार, ग्रेच्युटी की सीमा बढ़ाकर बीस लाख और प्रति माह मेडिकल भत्ता 1,000 रुपये कर दिया गया है. बता दें कि आंकड़ों के मुताबिक केंद्र सरकार के कर्मचारियों की संख्या 48.41 लाख है जबकि पेंशनभोगियों की संख्या 61.17 लाख है. संभावना है कि इस फैसले के बाद लाखों कर्मचारी सरकार के फैसले से खुश होंगे.
इसे भी पढें-अब टीवी-कंप्यूटर से सरकारी स्कूलों में होगी पढाई
- दलित-बहुजन मीडिया को मजबूत करने के लिए और हमें आर्थिक सहयोग करने के लिये दिए गए लिंक पर क्लिक करें https://yt.orcsnet.com/#dalit-dastak

दलित दस्तक (Dalit Dastak) एक मासिक पत्रिका, YouTube चैनल, वेबसाइट, न्यूज ऐप और प्रकाशन संस्थान (Das Publication) है। दलित दस्तक साल 2012 से लगातार संचार के तमाम माध्यमों के जरिए हाशिये पर खड़े लोगों की आवाज उठा रहा है। इसके संपादक और प्रकाशक अशोक दास (Editor & Publisher Ashok Das) हैं, जो अमरीका के हार्वर्ड युनिवर्सिटी में वक्ता के तौर पर शामिल हो चुके हैं। दलित दस्तक पत्रिका इस लिंक से सब्सक्राइब कर सकते हैं। Bahujanbooks.com नाम की इस संस्था की अपनी वेबसाइट भी है, जहां से बहुजन साहित्य को ऑनलाइन बुकिंग कर घर मंगवाया जा सकता है। दलित-बहुजन समाज की खबरों के लिए दलित दस्तक को ट्विटर पर फॉलो करिए फेसबुक पेज को लाइक करिए। आपके पास भी समाज की कोई खबर है तो हमें ईमेल (dalitdastak@gmail.com) करिए।
