नई दिल्ली। फिल्म पद्मावत के विरोध में करणी सेना का हिंसक प्रदर्शन देश भर में जारी है. लेकिन मानवीयता की तमाम बातों को अनदेखा कर उपद्रवियों के हंगामे ने यह सवाल खड़ा कर दिया है कि कथित तौर पर राजपूती शान के लिए लड़ी जाने वाली यह लड़ाई कायरता के हद तक चली आई है. बुधवार को यह तब देखने को मिला जब दिल्ली से सटे गुड़गांव में कुछ उपद्रवियों ने एक स्कूली बस पर हमला बोल दिया. जीडी गोयनका स्कूल की इस बस पर उपद्रवियों ने जब पथराव किया, तब उसमें बच्चे भी मौजूद थे.बच्चों पर हमले के इस वीडियो के सामने आने के बाद विरोध के तरीकों पर सवाल उठने लगे हैं.
जीडी गोयनका स्कूल की बस जब बच्चों को स्कूल से लेकर लौट रही थी तभी गांव घामदौज के पास कुछ उपद्रवियों ने बस पर पत्थर बरसा दिए. लेकिन बस चालक की सूझबूझ के चलते बच्चे और टीचर बाल-बाल बच गए. बस में 22 बच्चे सवार थे. सोशल मीडिया पर तमाम लोगों ने विरोध के तरीकों पर सवाल उठाया है. इसमें वो लोग भी शामिल हैं जो खुद इस समुदाय से ताल्लुक रखते हैं. भोपाल में करणी सेना हिंसा फैलाने के चक्कर में इस कदर मशगूल हुई कि उन्होंने अपने ही कार्यकर्ता की गाड़ी को आग लगा दी. भोपाल के ज्योति टॉकीज पर करणी सेना के कार्यकर्ता प्रदर्शन कर रहे थे. तभी वे हिंसक हो उठे.
उन्होंने कई गाड़ियों में तोड़फोड़ कर दी और एक मारुति स्विफ्ट कार में आग लगा दी. यह कार उनके ही एक कार्यकर्ता सुरेंद्र सिंह चौहान की थी. दूसरी ओर पद्मावत फिल्म को लेकर सियासी सरगर्मियां भी तेज हो गई हैं. बीजेपी के राष्ट्रीय नेता जहां इस मामले पर खामोश हैं तो वहीं बीजेपी शासित कई राज्य फिल्म को दिखाने के पक्ष में नहीं है. हिंसा की ज्यादातर खबरें उन्हीं राज्यों से आ रही है, जहां भाजपा का शासन है. कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने पद्मावत के विरोध में हो रही हिंसा पर भाजपा को घेरा है.
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने ट्वीट करके कहा- “हरियाणा में बच्चों के खिलाफ हिंसा को किसी तरह से जायज नहीं ठहराया जा सकता. हिंसा और नफरत कमजोर लोगों का हथियार है. बीजेपी नफरत और हिंसा का इस्तेमाल करके हमारे देश में आग लगा रही है.” तो आम आदमी पार्टी के मुखिया और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट करते हुए लिखा, ‘अगर केंद्र सरकार, सारी राज्य सरकारें और सुप्रीम कोर्ट मिलकर एक फिल्म रिलीज नहीं करा सकते और सुरक्षित नहीं दिखा सकते हैं तो देश में कैसे आएगा निवेश?

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