मुलायम सिंह यादव की बहू अपर्णा यादव के भाजपा में शामिल होने के बाद भाजपाई समाजवादी पार्टी को घेरने में व्यस्त हैं। तो दूसरी ओर स्वामी प्रसाद मौर्य की बेटी और भाजपा सांसद संघमित्रा मौर्य ने अपर्णा यादव बिष्ट पर निशाना साधते हुए सीएम योगी आदित्यनाथ से उनका कनेक्शन बता दिया है और भाजपा पर सवाल उठाया है। संघमित्रा मार्य ने अपर्णा बिष्ट यादव को योगी की चचेरी बहन बताया है। एक फेसबुक पोस्ट के जरिए विरोधियों को करारा जवाब देते हुए संघमित्रा मौर्य ने भाजपा समर्थकों पर सवाल उठाते हुए लिखा है-
“संस्कार शब्द अच्छा है लेकिन संस्कार है किसके अंदर ? हफ्ते भर पहले एक बेटी का पिता पार्टी बदलता है तो पुत्री पर वार हो रहा था, आज वही एक बहू अपने चचेरे भाई (योगी जी) के साथ एक पार्टी से दूसरी पार्टी में आती है तो स्वागत । क्या इसको भी वर्ग से जोड़ा जाना चाहिए कि बेटी (मौर्य) पिछड़े वर्ग की है और बहू (विष्ट) अगड़े वर्ग से है।
क्या बहन-बेटी की भी जाति और धर्म होता है ?
अगड़ा भाजपा में आता है तो राष्ट्रवादी और वो वोट भाजपा को करेगा या नही इसपे सवाल खड़ा करना तो दूर सोचा भी नही जाता, लेकिन पार्टी में रहने वाला राष्ट्रद्रोही, उसके वोट पे सवाल खड़े हो रहे ऐसा क्यों ? कृप्या सलाह न दे मैं कहाँ जाऊ क्या करूँ , मैं जहाँ हूं ठीक हूं।”
दरअसल स्वामी प्रसाद मौर्य के भाजपा छोड़कर समाजवादी पार्टी ज्वाइन करने के बाद उनकी बेटी और भाजपा सांसद संघमित्रा मौर्य मनुवादियों के निशाने पर हैं। संघमित्रा के भाजपा में बने रहने के बावजूद उनके खिलाफ तंज कसे जा रहे हैं और उन्हें नसीहतें दी जा रही है। तो पलटवार करते हुए संघमित्रा मौर्य ने न सिर्फ सीएम योगी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है, बल्कि विरोधियों को जमकर फटकार लगाई है और भाजपा पर सवाल उठाया है।

दलित दस्तक (Dalit Dastak) एक मासिक पत्रिका, YouTube चैनल, वेबसाइट, न्यूज ऐप और प्रकाशन संस्थान (Das Publication) है। दलित दस्तक साल 2012 से लगातार संचार के तमाम माध्यमों के जरिए हाशिये पर खड़े लोगों की आवाज उठा रहा है। इसके संपादक और प्रकाशक अशोक दास (Editor & Publisher Ashok Das) हैं, जो अमरीका के हार्वर्ड युनिवर्सिटी में वक्ता के तौर पर शामिल हो चुके हैं। दलित दस्तक पत्रिका इस लिंक से सब्सक्राइब कर सकते हैं। Bahujanbooks.com नाम की इस संस्था की अपनी वेबसाइट भी है, जहां से बहुजन साहित्य को ऑनलाइन बुकिंग कर घर मंगवाया जा सकता है। दलित-बहुजन समाज की खबरों के लिए दलित दस्तक को ट्विटर पर फॉलो करिए फेसबुक पेज को लाइक करिए। आपके पास भी समाज की कोई खबर है तो हमें ईमेल (dalitdastak@gmail.com) करिए।
