
वाराणसी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय इलाके में निर्माणाधीन फ्लाईओवर गिरने से मरने वालों की संख्या 18 तक पहुंच गई. पुल गिरने के बाद उत्तर प्रदेश मुख्यमंत्री आदित्य नाथ योगी ने मृतकों को पांच लाख व घायलों को दो लाख रुपए मुआवजा देने की तुरंत घोषणा कर दी.
मंगलावर की शाम वाराणसी में निर्माणाधीन फ़्लाईओवर का हिस्सा गिरने से कई गाड़ियां फ़्लाईओवर के पिलर के नीचे दब गईं. सूत्रों के अनुसार पिलर के नीचे से 18 लोगों के शव निकाले जा चुके हैं. आशंका जताई जा रही है कि इस हादसे में मरनेवालों का आंकड़ा बढ़ सकता है. इसके साथ ही 7 घायलों में से 2 की हालत गंभीर बताई जा रही है. तीन लोगों को मलबे के नीचे से ज़िंदा निकाला गया. एनडीआरएफ और स्थानीय प्रशासन ने तेजी से राहत और बचाव ऑपरेशन ख़त्म किया. यह दुर्घटना वाराणसी कैंट रेलवे स्टेशन के पास जीटी रोड पर कमलापति त्रिपाठी इंटर कॉलेज के सामने घटित हुई है.
घटनास्थल का दर्दनाक नजारा-
घटनास्थल का नजारा बड़ा ही दुखदायी है. निर्माणाधीन पिलर के नीचे चार कारें, पांच ऑटो, एक सिटी बस और कई मोटरसाइकिल दबी मिली. दबी गाड़ियों की तस्वीरें मरने वालों की दास्तां बयां कर रही थी. लोगों ने सोशल मीडिया पर इसे शेयर कर सरकार के खिलाफ रोष प्रकट किया. साथ ही कहा कि भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ने वाली सरकार के पीएम के संसदीय क्षेत्र में ऐसा हाल है.
चार ऑफिसर सस्पेंड-
वाराणसी से सांसद पीएम मोदी और सूबे के सीएम योगी आदित्यनाथ ने इस हादसे पर दुख जताते हुए एक टीम गठन करने की बात कही जो कि 48 घंटों में जांच कर रिपोर्ट सौंपेगी. बुधवार को टीम ने जांच प्रक्रिया आरंभ कर दी. पीएम व सीएम ने दोषियों कड़ी कार्रवाई की बात कही है. वहीं फ़्लाईओवर बना रही एजेंसी सेतु निगम के 4 अफ़सरों को सस्पेंड कर दिया गया है.
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