
लखनऊ। योगीराज में दलितों पर अत्याचार के मामले लगातार सामने आ रहे हैं. फिलहाल खबर सामने आई है कि ऊंची जाति के कुएं से पानी भरने पर दलित परिवार को गांव से निकाल दिया गया है. दलित परिवार कई दिनों से बेघर होकर भटक रहे हैं. पुलिस प्रशासन की ओर से भी कोई मदद नहीं मिल पाई है. पीड़ित परिवार का कहना है कि यदि गांव में घुसे तो ऊंची जाति के लोग जान से मार देंगे.
सबकुछ कर दिया बंद…
मामला टीकमगढ़ जिले के खरगापुर थाना क्षेत्र के सरकनपुर गांव का है. इस गांव में पानी की विकट समस्या है. नवभारतटाइम्स की खबर के मुताबिक दलित मुन्ना लाल वंशकार के परिवार की महिला ने पीने के लिए कुएं से पानी भर लिया. इसके बाद ऊंची जाति वाले बौखला गए और पंचातय बुलाई. इस पंचायती कंगारू कोर्ट ने फरमान जारी करने के बाद गांव की दुकानों से सामान खरीदना, किसीसे बात करना, चक्की वाला आटा नहीं पीसना बंद कर दिया. पंचायत ने फैसला लेकर दो साल के लिए गांव से बाहर कर दिया.
परिवार के अन्य सदस्य नाथूराम वंशकार का कहना है, ‘गांव के लोग छुआछूत मानते हैं, जिसके कारण हमें दो साल के लिए गांव से बाहर कर दिया गया है. गांव में खाने को कुछ मिल नहीं रहा, पानी भरने की मनाही है. हम पुलिस के पास गए, मगर कोई सुनवाई नहीं हुई.’
पुलिस अधीक्षक कार्यालय के जांच अधिकारी फूल सिंह परिहार का कहना है, ‘गांव से मारपीट की शिकायत आई थी. पंचायत या गांव से बाहर करने का कोई मामला नहीं है.’ जबकि जमीनी सच्चाई यह है कि पीड़ित वंशकार परिवार के 23 सदस्य गांव नहीं जा पा रहे हैं, उनके घरों में ताले लटके हुए हैं. पुलिस के इसी रवैये से पीड़ित परिवार इंसाफ से वंचित रह गया है.
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